[LGBTQ , Heartwarming, tradegy, Boy's love]
अभिमन्यु एक बहुत ही सुंदर और जिंदादिल लड़का है। वह हमेशा खुश रहता है और दूसरों को भी खुश रखने की कोशिश करता है। वह हाल ही में अपनी डॉक्टरेट की डिग्री पूरी करके लौटा है। पहले ही दिन वह अपने साथियों के साथ अस्पताल का चक्कर लगाता है। जैसे ही वह कमरा नंबर 108 के सामने पहुंचता है, उसके कदम रुक जाते हैं। उसकी आंखों से आंसू टपकने लगते हैं। उसके दिल की धड़कनें बेकाबू हो जाती हैं और अकेलापन और खालीपन उसे घेर लेता है। वह बेहोश होकर वहीं गिर जाता है।
आखिर कमरा नंबर 108 में ऐसा क्या है जिसकी वजह से अभिमन्यु के साथ ऐसा होता है।
जानना है तो मेरे पास रखिए "दिल का रिश्ता".................
जैसे ही उसने आखिरी निवाला उस फकीर ने खाया ,वो फकीर एक चमत्कारी देवता के रूप में बदल गया ।
उसने राजा को आशीर्वाद दिया हे, "राजन मैं तुम्हारे राज्य में तुम्हारे धर्म की परीक्षा लेने आया था ।"
"तुम अपने धर्म में खरे उतरे इसलिए मैं तुम्हें आशीर्वाद देता हूं, कि तुम्हें पुत्र प्रदान हो ।"
"क्योंकि तुम्हारे भाग्य में संतान का सुख नहीं है , इसलिए पुत्र के जन्म के कुछ समय बाद तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी।"
" क्योंकि तुम्हारे राज्य की प्रजा ने मुझे देख कर घड़ा की और मुझ पर पत्थरों से बार किया ,इसके परिणाम तुम्हें भुगतना होगा।"
"क्योंकि तुम प्रजा के पालनहार हो और इसीलिए तुम्हारी प्रजा जो भी कार्य करेगी उसका उसका फल या अशुभ फल तुम्हें यह तुम्हारे पुत्र को भुगतना पड़ेगा ।"
और हां राजन तुम्हारा पुत्र बहुत ही पराक्रमी योद्धा होगा ।"
" उसके सामने मनुष्य क्या देव दानव भी नहीं खड़े रहे सकेंगे। इतना बोल कर वह देवता अदृश्य हो गया।"
कुछ दिनों बाद रानी के गर्भवती होने की सूचना पूरे राज्य में आप की लपटों की तरह फैल गई।
महाराजा राजकुमार के आगमन के लिए बेसब्री से इंतजार करने लगे ।
धीरे-धीरे समय गुजरता गया और 9 महीने बाद राजकुमार का जन्म हुआ।
वह बच्चा सूर्य के समान चमक रहा था, और चंद्रमा के समान उसके मुख पर तेज था।
राजकुमार के जन्म पर खुशियों की हर तरफ उत्सव का माहौल था।
राजा बहुत खुश था।
उन्होंने बड़े बड़े पंडित को राजकुमार के नाम की नामकरण की विधि की।
क्योंकि उनको राजकुमार फकीर के वरदान से मिला था, इसीलिए उन्होंने उसका नाम वरदान रखा ।
उसका नाम राजकुमार वरदान रखा गया गया।
और दूसरी तरफ राजा के मंत्री और विद्रोही वरदान के जन्म से खुश नहीं थे।
वह बच्चे को मारना चाहते थे।
बच्चे को मारने की चालें चलने लगे।
जब भी वे लोग राजकुमार के उसके आसपास जाते, कोई अदृश्य शक्ति उनको अपने इरादों में सफल नहीं होने देती थी।
वरदान की सुरक्षा कवच बन कर उसकी रक्षा करती थी ।
वरदान 5 साल का होने वाला था ।
और राजा उसको युवराज घोषित करना चाहते थे।
इससे पहले राजा ऐसा कर पाता, विद्रोहीऔ ने राजा की हत्या कर दी , और वो रानी और वरदान को भी मारने के लिए निकल गए ।
जैसे ही रानी को यह सब पता चला , रानी ने अपने बच्चे के साथ भेस बदल कर राज्य से भाग गई।
एक 18 साल का लड़का अपने सपने साकार करने के लिए यूनिवर्सिटी गया ।
पर उसे कहां पता था कि उसके सपनों को नजर लगने वाली है वह अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर यूनिवर्सिटी में दाखिल हुआ था।
पर उसे कहां पता था जिस यूनिवर्सिटी में जाने का सपना देख रहा था उसी यूनिवर्सिटी में उसके साथ इतना बड़ा अन्याय होगा ।
और उसे मौत के घाट उतार कर फेंक दिया जाएगा
उसका बूढ़ा पिता दर-दर की ठोकर खाते हुए उसके लिए इंसाफ पाने के लिए भटकता रहेगा क्या कोई मसीहा आएगा ?
जो उसके पिता को और उसे इंसाफ दिलाएगा या कोई और चमत्कार होगा ।
क्या वह वाकई मर चुका है ??
[completed]
Xiao zhan and wang yibo meet by wrong number . But they both live in two different place of country . Are they going to meet ? Or something else is written in their life ..............
This story is based on my imagination .characters are not mine.
. This is short story.only three chapter. Enjoy reading thanks
[completed]" ना जाने क्यों
" इस मौसम को देखकर एक सुकून मिलता है
" दिल धड़कता है
" साँस चलती है
" तेरे आने से आह चलती है ।
"हर सांस में तेरे नाम की लो जलती है
"रास्ते बदलते हैं ।
"मंजिलें बदलती है ।
"फिर भी तेरे आने की ।
"आहटें मिलती है ।
"मुझे पता है।
"वो आहटे तेरी नहीं ।
" तू मेरा नहीं
"मैं तेरी नहीं
"जिंदगी फिर भी ऐसे ही चलती है ।
"तेरे इन्तजार मे मौसम बदलते रहते हैं
"वक्त गुजरता रहता है
"बस तू ही नहीं आता
"वक्त गुजरता रहता है ।
"एक बार तो आने की कोशिश कर मेरे हमदम
"ऐसा ना हो तू ना आए
"और हम गुजर जाएं
"तेरे इंतजार मे
thank you 🥰😊
(यह गाना मेरी एक छोटी सी कल्पना है ,आप लोगों को यह पसंद आए तो जरूर बताना)
(BL) एक मुलाकात जरूरी है जीने के लिए( yizhan ff)
Celebrities · Renu_Chaurasiya_0803