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71.42% Eternal love:- Love Beyond time / Chapter 5: शिवांगी और रूद्र का टकराना

Chapter 5: शिवांगी और रूद्र का टकराना

इधर रुद्र शिवी के कमरे में आया तो देखा वो अपनी नाइट ड्रेस में रेडी थी और बेड पर बैठी सोच रही थी।.... रूद्र शिवी के पास आया और उसे सके बोला," आप क्या सोच रहें हो मेरी राजकुमारी?" उसकी बात पर शिवी का ध्यान टूटा और वो बोली," कुछ नही पापा! आप आ जाए आए जल्दी से बैठे और बताए!"  उसकी बात पर रुद्र उसके पास बैठ गया और उससे बोला," तो क्या जानना है आपको?" उसकी बात पर शिवी चहकते हुए बोली," सब कुछ! आप और मां कहा मिले? क्या हुआ था? सब कुछ!" उसकी बात पर वो रुद्र मुस्कुरा दिया। 

फ्लैशबैक 

16 साल  पहले , बनारस 

( BHU) 

बनारस , कहने को तो इस शहर के बारे मे किसी को बताना के की कोई ज़रूरत नहीं है। इस शहर की बात ये है की यहां की हवाएं ही हमे इश्क करना सिखाता ही हैं।..... जो भी वहां जाता है इश्क से बच नहीं पता।..... हमे प्रेम करना तो वहां स्वंम महादेव और उनकी अर्धांगिनी सिखाते हैं।.... ऐसे ही एक और प्रेम की कहानी शुरू होती है जो है रुद्र और शिवांगी की। 

रुद्र दिखने में काफी स्मार्ट था।... वो बड़ी हाइट, अच्छा फिगर, हलका सावला रंग दिखने में काफी आकर्षित था वो। स्वभाव के मामले में वो बहुत सक्त, और कठोर किस्म का था। उसके चेहरे पर तेवर पूरे राजवंशी के जैसे थे।.... वहीं दूसरी और शिवांगी दिखने में काफी खूबसूरत थी। अगर उसे कोई देख ले तो उसकी खूबसूरती में खो सा जाए।... थोड़ा सा भरा हुआ शरीर, सावला रंग , भरे हुए गाल, आंखे बिल्कुल समंदर जैसी।... वो सावले रंग में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी।..... दोनो ही बनारस पढ़ने के लिए आए थे।.... 

शाम का वक्त, BHU का गार्डन

शिवांगी अपनी दोस्त मीना के साथ बैठी बाते कर रही थी।....  मीना ने शिवांगी से पूछते हुए कहा," शिवांगी तुम्हे पता है यहां पर एक बहुत ही हैंडसम लड़का आया है हमारी क्लास में!" उसकी बात पर शिवांगी बोली," तो क्या हुआ? यहां हर तरह के लोग आते हैं! कोई हैंडसम होगा, कोई ऐसा , कोई वैसा होगा! और मैडम इन सब बातों से ध्यान हटाओ और अपने करियर पर लगाओ! आई समझ में!" उसकी बात पर मीना मुंह बनाते हुए बोली," तू तो रहने ही दे! पता नही तू कहां से मेरी दोस्त बन गई। हर वक्त पढ़ाई पढ़ाई पढ़ाई! ज्यादा पढ़ना से आंखे खराब हो जाती है पता भी है!" उसकी बात पर शिवांगी हस्ते हुए बोली," अच्छा जी! और तुझे पता है ज्यादा लडको को ताड़ने से बुद्धि खराब हो जाती है!" दोनो आपस में बाते कर ही रही थी की वहां उनकी और सहेलियों आ गई।

एक लंबी सी लड़की शिवांगी के पास बैठते हुए बोली," और क्या बाते चल रही हैं?" उसकी बात पर शिवांगी सब को देख बोली," और क्या हो सकती हैं! ये और इनका लड़कों को ताड़ना! बस यही आता है इन्हे!" उसकी बात पर वो लंबी सी लड़की निष्ठा हस दी और उसके संग जो लड़की आई थी उसका नाम श्रुति था वो भी हस दी।... श्रुति शिवांगी की बात पर बोली," सही कहा तूने शिवांगी! " उन सबकी बात पर मीना मुंह बनाते हुए बोली," क्या सही है! तेरा और इसका तो है न! मेरा नही है तो मुझे ताड़ने भी नही दोगे क्या अब? और रही इन मैडम की बात मुझे तो लगता है इसे लडको में नही लड़कियों में इंट्रेस्ट है!" उसकी बात पर निष्ठा और श्रुति हस दिए और शिवांगी की तरफ हस्ते हुए बोले," क्या ये सच है? शिवू?" उन सब की बात पर शिवांगी झेप गई और मीना को मारने के उठते हुए बोली," रुक जा! मैं तुझे बताती हूं जिसमे इंट्रेस्ट है मेरा!" ये कहते हुए वो मीना के पीछे हाथ में स्केल लेके भागते हुए उसे पकड़ने की कोशिश कर रही थी।... मीना तो उसके हाथ लग ही बहु रही थी।.... श्रुति और निष्ठा ये देख कर हसे जा रहे थे। .. 

मीना आगे भाग रही थी और उसके पिछे शिवांगी।.... मीना शिवांगी को देख बोली," तुम हमे नही पकड़ पाओगी! शिवू!" ये कहते हुए उसने जल्दी से यू टर्न लिया था लेकिन शिवांगी तो हाफ्ते हुए आगे जैसी बड़ी वो किसी के सीने से बहुत जोर से टकराई जिससे की दोनो का बैलेंस बिगड़ा और शिवांगी इसके ऊपर जा गिरी।... ये सब इत्ती जल्दी हुआ की शिवांगी अपने आप को संभाल नही पाई।.....  शिवांगी का चेहरा उसके बालों से ढका हुआ था जिससे की उस लड़के ने उसे देखा नही।.... शिवांगी को जब कुछ गुदगुदा सा महसूस हुआ तो उसने अपने बालों को हराकर देखा तो समाने रुद्र उसके बहुत करीब था।... रुद्र की जब नज़र उसके चेहरे पे गई तो वो उसे देखता ही रहा गया।.... 

सब ये देख कर उन दोनो के पास आने लगे।..... शिवांगी रुद्र की नज़दीकी देख कर जल्दी से उठी तो रूद्र भी अपने कपड़े साफ करते हुए उठा तो बोली," सॉरी! वो हमे पता नही थी आप ऐसे आ जायेंगे! सॉरी!" उसकी बात पर रूद्र थोड़ा सक्त होते हुए बोला," अगर ये पकड़म पकड़ाई खेलनी है तो सही से खेलो! मेरी पूरी शर्ट खराब कर दी!" उसकी बात पर शिवांगी ने उसे एक नजर देखा तो वो फिर से बोली," I'm sorry!" ये कहते हुए वो अपनी दोस्तों के पास चली गई।... 

रुद्र तो बस उसे जाता हुआ देख रहा था।... जो मिड लेंथ ड्रेस पहनी हुई थी और उस पर से उसके फूले हुए गाल, हल्के बड़े बाल।... वो उसे देख ही रहा था की उसके एक दोस्त का कॉल आया तो वो उसे रिसीव कर ही था की वहां से बोला," यार जल्दी आ न! कितना टाइम लगता है! उसकी दोस्त भी आने वाली है!" उसकी बात पर रूद्र मुंह बनाते हुए बोला," आ रहा हु! पता नही कहा फसा दिया!" ये कहते हुए उसने एक नज़र शिवांगी को देखा और वहां से चला गया।

फ्लैश बैक एंड

रुद्र ने देखा शिवी सो गई है।..... तो उसने उसे अच्छे से सुलाया और उसके माथे को चूम के उसे अच्छे से कंबल उड़ा कर बोला," आप को सब जानना जरूरी है! अब आप बड़ी हो गई हैं मेरी राजकुमारी!" ये कह कर वो जाने लगा तो शिवी उसका हाथ नींद में पकड़ते हुए  सुस्ताई आवाज में बोली," कल आपको आगे की कहानी सुनाना है! तो याद रखिएगा!" उसकी बात पर वो मुस्कुरा दिया और उसके बालों को चूमते हुए अलग हुआ और हल्के से मुसकुराते हुए बोला," जैसा आप कहे हमारी राजकुमारी!" ये कहा कर वो उठा और वहां से अपने कमरे की तरफ चला गया।

वहीं दूसरी तरफ बनारस में गौरी बाहर बैठी चांद को देखते हुए बोली," है भोलेनाथ आप हमे बार बार वही सपना क्यों दिखाते हैं! अब हमारे दिल में बैचेनी होने लगी है! जैसे हमे कोई बहुत याद कर रह है! लेकिन हमारा इस दुनिया में कोई नही है  जो हमे अब याद कर सके!" ये कहते हुए वो खुद को खुद की बाहों में भर ली।

कोन है ये? क्या है आगे की कहानी? 

आगे जानने के लिए पढ़ते रहे," इटरनल बॉन्ड:- लव बियोंड टाइम!"

- भूमिजा 


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