अब आगे
श्रद्धा उसे पार्टी से वापस आ रही थी तभी उसकी मुलाकात करणवीर से होती है, करणवीर को देखकर श्रद्धा के चेहरे पर एक स्माइल आ जाती है,क़रणबीर भी श्रद्धा से मिलकर उसे कंग्रॅजुलते करता है और उसे अपने साथ चलने को कहता है श्रद्धा उसके साथ जाना तो नहीं चाहती थी लेकिन उसने कहा कि आज उसके लिए भी एक खास दिन है वह उसे कुछ दिखाना चाहता है श्रद्धा को उसकी बात माननी पड़ी वह उसके साथ चली गई।
श्रद्धा जाकर कर्मवीर की कार में बैठ जाती है, करवीर अपनी कर ड्राइव करते हुए श्रद्धा को एक जगह लेकर जाता है, जब श्रद्धा उसे जगह को देखते हैं तो उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो जाती है क्योंकि वह एक कब्रिस्तान थी। श्रद्धा करणवीर की ओर देखते हैं और कहती है तुम मुझे यहां क्यों लेकर आए हो, करणवीर कहता है तुम्हारे लिए यहां पर कुछ है जो मैं तुम्हें दिखाना चाहता हूं। थोड़ी दूर चलने के बाद करणवीर एक ग्रेव के सामने रुकता है, कर्मवीर उसे ग्रेव पर अपने साथ लाए हुए फूलों को रखता है और कहता है तुम्हें पता है यह ग्रेव किसकी है, श्रद्धा उसकी ओर देखते हैं और कहती है किसकी है।
करणवीर उस ग्रेव के नेम प्लेट पर हाथ फेरता है जिससे वहां जमीन धूल साफ हो जाती है और श्रद्धा उसे नाम को साफ-साफ पढ़ लेती है वह नाम लिखा हुआ था " मेघा करणवीर सिंघानिया" श्रद्धा हैरानी से उसे नाम को पड़ती है और कहती है क्या यह तुम्हारी वाइफ की ग्रेव है। करणवीर उसकी ओर देखा है और हां में से हीलाता है। श्रद्धा उसे कहती है लेकिन तुम मुझे अपनी वाइफ की ग्रेव पर क्यों लाए हो।
करणवीर श्रद्धा की ओर देखा है और कहता है तुम्हें पता है 7 साल पहले मैं और मेरी वाइफ बहुत खुश थे वह प्रेग्नेंट थी हम दोनों बेसब्री से अपने बच्चों का इंतजार कर रहे थे लेकिन तुम्हें पता है एक एक्सीडेंट ने मुझे मेरी बीवी और मेरे बच्चे दोनों को छीन लिया मैं आज तक उसे एक्सीडेंट का जिम्मेदार खुद को समझता रहा, मुझे लगा था कि उस दिन मैंने सही से ड्राइव नहीं की और अपनी बीवी और बच्चे को नहीं बचा पाया। लेकिन पता है कुछ दिनों पहले ही मुझे पता चला कि उन सब का जिम्मेदार मैं नहीं बल्कि कोई और था और आज मैं उसे सजा देना चाहता हूं।
श्रद्धा असमंजस से उसे देख रही थी जैसे समझने की कोशिश कर रही हो कि वह क्या कह रहा है, श्रद्धा क़हती है करणवीर मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि तुम कहना क्या चाहते हो। करणवीर यह कहकर अपनी जेब से एक बंदूक निकलता है और श्रद्धा के माथे पर पॉइंट कर देता है उसके ऐसा करते ही श्रद्धा किया क्या हैरानी से बड़ी हो जाती है वह कहती है यह तुम क्या कर रहे हो। कोई कुछ कहता है उसके पहले ही एक आवाज आती है कारनवीर प्लीज श्रद्धा को छोड़ दो।
श्रद्धा और करणवीर जब उसे देखते हैं तो वहां पर सिद्धार्थ खड़ा था।सिद्धार्थ सिद्धार्थ को वहां पर देखकर जितनी श्रद्धा हैरान थी वही कर्मवीर के चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान थी उसने सिद्धार्थ को देखते हुए कहा और सिद्धार्थ मुझे तुम्हारा ही इंतजार था मुझे पता था तुम यहां जरूर आ जाओगे आखिर मैं भी तो यही चाहता था कि तुम यहां आ जाओ। ताकि जैसे मैंने अपने सामने अपने प्यार को अपनी जिंदगी को अपना सब कुछ खत्म होते देखा था वैसे तुम भी देखो अपनी आंखों के सामने अपने इस प्यार को खत्म होते हुए।
सिद्धार्थ आगे बढ़ते हुए कहता है देखो कारण तुम गलत समझ रहे हो श्रद्धा की उसमें कोई गलती नहीं है श्रद्धा को तुम कुछ नहीं कर सकते उससे तुम क्यों माना चाहते हो उसे तुम्हारा क्या बिगाड़ा है। करण गुस्से से कहता है क्या बिगाड़ा है इसने ही बिगड़ा है उसे दिन जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ था वह गाड़ी इसकी थी इसकी वजह से मेरी वाइफ एक्सीडेंट हुआ इसकी वजह से मैंने मेरी वाइफ और मेरे बच्चे को खो कर दिया। और तों और तुमने भी मेरी बीवी और मेरे बच्चे को ना बचा कर इसे बचाया।
यह बात सुनकर श्रद्धा की आंखें बड़ी हो गई की 7 साल पहले हुए एक्सीडेंट में जिससे उसका एक्सीडेंट हुआ था वह करणवीर था और तो और उसे बचाने वाला सिद्धार्थ था यह सोचते हुए वह सिद्धार्थ की ओर देखने लगती है। श्रद्धा सिद्धार्थ को देखकर कहती है 7 साल पहले हुए एक्सीडेंट में तुमने मुझे मेरी मां को बचाया था। सिद्धार्थ कुछ नहीं बोलता है वह चुपचाप सिर्फ कर्मवीर को देख रहा था। करण ने श्रद्धा की ओर देखते हुए कहा हां तुम्हें बचाने के लिए इसने मेरी बीवी को भी नहीं बचा है जिसे यह अपनी बहन मानता था मैं पहले समझ नहीं पाया कि आखिर इसलिए उसे दिन ऐसा क्यों किया था यह किसी अजनबी को क्यों बचता लेकिन अब मुझे समझ में आया कि उसने उसे दिन ऐसा क्यों किया था।
अपने प्यार को अपनी जिंदगी को बचाने के लिए इसने मेरे प्यार और मेरी जिंदगी को खत्म कर दिया इसलिए मेरी बीवी को नहीं बचाया क्योंकि यह तुम्हें बचना चाहता था तुम्हें कुछ होना प्रेफर नहीं कर सकता था ना आखिर प्यार जो इतना करता था तुमसे। श्रद्धा ने करण की ओर देखा और कहां तुम्हें कोई गलतफहमी हुई है उस दिन सिद्धार्थ ने मुझे सिर्फ इंसानियत के लिए बचाया होगा, क्योंकि 7 साल पहले तो सिद्धार्थ मुझे जानता भी नहीं था। उसकी यह बात सुनकर कारण जोर-जोर से हंसने लगता है।
मुझे समझ में नहीं आता श्रद्धा की तुमने इतनी बड़ी कंपनी खड़ी कैसे कर दी वह भी बिना किसी की नजरों में आए हुए इतनी बड़ी बिजनेस वूमेन कैसे बन गई इतनी बड़ी डिजाइनर कैसे बन गई जब तुम अपने पति को ही नहीं पहचान पाई। श्रद्धा उसे देखकर कहती है तुम कहना क्या चाहते हो। करण मुस्कुराते हुए श्रद्धा को देखा है और कहता है तुम्हें नहीं पता कि यह आदमी तुम्हें 7 सालों से प्यार करता है जब उसने तुम्हें पहली बार देखा था तभी से तुम्हारे पीछे पागल हो गया था। इसमें तो तुम्हें ढूंढने के लिए जमीन आसमान एक कर दिया लेकिन जब तुम मिली भी तो एक्सीडेंट के दिन मिली।
तुम्हें बचाने के चक्कर में इसमें मेरी बीवी को करने दिया जो कि प्रेग्नेंट थी उसने अगर मेरी मेरी बीवी को बचा लिया होता तो आज मेरा बच्चा और मेरी बीवी दोनों जिंदा होते लेकिन इसने उन्हें मरने दिया। जिसकी वजह से मैं आज तक तड़प रहा हूं मैं आज तक अपनी बीवी और बच्चे के लिए तड़प रहा हूं और वही तड़प में अब इसे दूंगा, मैं तुम्हें इसकी आंखों के सामने मार दूंगा अपने प्यार को अपनी आंखों के सामने मारते हुए देखना कैसा होता है यह आज से पता चलेगा और यह भी मेरी तरह जिंदगी भर तड़पेगी तुम्हारे लिए।
यह बोलकर वह जैसे ही अपनी गन श्रद्धा पर पॉइंट करता है वैसे ही सिद्धार्थ कुछ कहता है जिसे सुनकर कारण के हाथ कांप जाते हैं।
ऐसा क्या कहा सिद्धार्थ ने जिसकी वजह से कारण शौक हो गया जानने के लिए
To be continued ♥️♥️♥️♥️
राधे राधे