Download App
76% The passion of love / Chapter 38: The truth about Maya's pregnancy

Chapter 38: The truth about Maya's pregnancy

अब आगे 

 श्रद्धा सनम के साथ भागते हुए उसे अस्पताल में पहुंची जहां पर माया एडमिट थी वह माया के वोट के बाहर पहुंची तो उसके वोट से डॉक्टर बाहर निकाल कर आ रहे थे वह डॉक्टर को तुरंत पड़ती है और कहती है डॉक्टर अंदर जो पेशेंट है वह ठीक तो है ना। डीआर श्रद्धा को देखते हैं और समझ से पूछते हैं आप उनके बारे में क्यों पूछ रही हैं। श्रद्धा उन्हें रहती है उसे मैं आपको बाद में बताऊंगी बस आप मुझे यह बताइए वह ठीक तो है ना।

सोनम भी परेशान श्रद्धा को देख रही थी आखिर श्रद्धा क्यों माया के बारे में इतनी परेशान लग रही है। डॉ ने श्रद्धा को देखा और कहा वह ठीक है बस थोड़ी बहुत छोटे आई है शायद किसी ने उनकी पिटाई की है वह ठीक है शाम तक उनका डिस्चार्ज हो जाएगा। श्रद्धा ने तुरंत डॉक्टर की तरफ देखा और कहां और उसका बच्चा वह तो ठीक है ना उसे तो कुछ नहीं हुआ ना। सोनम को अब समझ में आया कि श्रद्धा क्यों परेशान हो गई थी। लेकिन जब उसने डॉक्टर के चेहरे को देखा तो उसे कुछ अजीब लगा।

श्रद्धा बार-बार डॉक्टर से यही पूछ रही थी की माया के बच्चे को कुछ हुआ तो नहीं वह ठीक तो है ना। डॉक्टर ने श्रद्धा की ओर देखा और कहा आप किसी बच्चे की बात कर रही हैं वह प्रेग्नेंट नहीं है। यह सुनकर श्रद्धा एक पल के लिए शौक हो गई उसने डॉक्टर को कहा आपने सही से चेक तो किया है ना वह प्रेग्नेंट है कम से कम 3 महीने की लगभग को प्रेग्नेंट है। डॉक्टर ने श्रद्धा की ओर देखा और कहा मैंने उनके अच्छे से चेकअप किया है वह प्रेग्नेंट नहीं है और ना ही उनकी किसी मिसकैरेज का कोई नामोनिशान है। अगर आपके बताए हुए हिसाब से वह प्रेग्नेंट होती और उनका मिसकैरेज हुआ होता तो पता चल जाता आपने कहा है कि वह 3 महीने की प्रेग्नेंट थी लेकिन उनको देखकर तो बिल्कुल भी नहीं लग रहा है कि उनका ब्लड लॉस हुआ होगा।

यह बोलकर डॉक्टर चले गए लेकिन उनकी बातें श्रद्धा के दिमाग में किसी बम ब्लास्ट की तरह काम करने लगी। वह वही एक चेयर पर बैठ गई हो अपना सर पकड़ लिया उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या कहे। सोनम उसके बगल में बैठी और उसने कहा इसका मतलब वह जो रिपोर्ट थी वह सब झूठी थी यह कभी प्रेग्नेंट थी ही नहीं इसने झूठ बोला कि यह सिद्धार्थ के बच्चे की मां बनने वाली है। श्रद्धा को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था।

उसने अभी सोनम की बातों का कोई जवाब नहीं दिया वह चुपचाप जाकर गाड़ी में बैठ गई इस समय उसके दिमाग में उथल-पुथल मची हुई थी। वह सोनम के साथ घर पहुंच गई और अपने कमरे में लेट गई उसने अपना फोन निकाला और उसमें बस आए रिपोर्ट्स देखने लगी उसने वह सारे रिपोर्ट किसी को सेंड की और उसे रिपोर्ट की पूरी जानकारी निकालने को कहा इसके बाद वह अपनी आंखें बंद करके सोने की कोशिश करने लगी लेकिन आंखें बंद करते ही उसके आंखों के सामने सिद्धार्थ का उसके साथ रोमांटिक होना याद आने लगा।

श्रद्धा के दिमाग में अब अलग ही जंग छिड़ गई थी उसे समझ में नहीं आ रहा था कि क्या सच है क्या झूठ है अगर सिद्धार्थ उससे प्यार करता था तो हमेशा उससे दूरी बनाकर क्यों रखता था हमेशा उसे इग्नोर क्यों किया करता था जबकि वह तो सिद्धार्थ के लिए इतना कुछ करती थी लेकिन कभी भी वह उसे अप्रिशिएट नहीं करता था। जब भी वह उसकी करीब जाने की कोशिश करती थी तो वह उसे हमेशा दूर हो जाया करता था यहां तक की कभी-कभी उसे पर गुस्सा भी हो जाया करता था। माया के करीब हमेशा वह रहता था हमेशा उसकी और माया की फोटोस मीडिया के सामने आया करती थी और माया की वह इतनी करे भी करता था यह सब उसके दिमाग में चल रहा था उसका सर दर्द से फटे जा रहा था।

श्रद्धा उठकर बैठी और उसने ड्रॉ से कुछ दवाइयां निकाली यह दवाइयां उसके डॉक्टर ने उसे प्रेफर की थी जब भी उसे सिर दर्द हो या नींद ना आए तब वह यह दवा ले सकती है उसने वह दवा ली और सोने की कोशिश करने लगी थोड़ी जद्दोजहत के बाद उसे नींद आ हीं गई। 

दूसरी ओर माया अपने अपार्टमेंट पहुंच चुकी थी उसने अपने अपार्टमेंट में खूब अच्छी डेकोरेशन करवाई, वह एक रोमांटिक डेकोरेशन थी उसने सारी डेकोरेशन देखने के बाद वहां से सभी मेड और सर्वेंट को जाने के लिए कहा, सबके जाने के बाद वह बाथरूम में गई और नहा कर बाहर आए थोड़ी देर बाद वह एक रेड कलर की सेक्सी सी ड्रेस पहनकर हाल में बैठ गई और याद करने वालों की आज शाम को सिद्धार्थ ने उससे बात करने के लिए कहा था वह इस मौके का फायदा उठाना चाहती थी वह आज सिद्धार्थ को किसी तरह से इंट्रोड्यूस करके उसे अपना बनाने की पूरी प्लानिंग कर चुकी थी।

थोड़ी देर बाद घर की डोर बेल बजती है माया खुशी से जाकर दरवाजा खोलती है दरवाजे पर सिद्धार्थ खड़ा था सिद्धार्थ ने इस समय एक ब्राउन कलर का बिजनेस सूट पहन रखा था उसके बाद अभी भी जल्द से सेट थे। यह कहना गलत नहीं होगा कि सिद्धार्थ इस समय बहुत ही ज्यादा हैंडसम लग रहा था वैसे तो वह हमेशा ही हैंडसम लगता था लेकिन जब वह अपने बिजनेसमैन के अवतार में रहता था तब वह अलग ही बवाल लगता था।

सिद्धार्थ ने जब माया को इतना तैयार देखा तो उसकी आंखें छोटी हो गई वह अंदर आया और नजारे को देखकर उसके चेहरे पर अजीब से भाव आ गया उसने माया की ओर देखकर कहा यह सब क्या है माया। माया ने सिद्धार्थ को देखा और उसके सामने खड़ी होकर उसके दोनों हाथ पकड़ कर कहा सिद्धार्थ मैं यही तुमसे कहना चाहती हूं मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं सिद्धार्थ मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकती मैं यह सब सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे लिए किया है।

सिद्धार्थ ने माया को खुद से दूर किया और कहा तुम्हारा दिमाग तो खराब नहीं हो गया तुम यह जानती हो कि मैं श्रद्धा से प्यार करता हूं श्रद्धा मेरी बीवी है उसके अलावा मैं किसी और के बारे में नहीं सोच सकता। तुम यह बात अच्छे से जानती थी फिर भी यह सब तुम कैसे कर सकती हो।

क्या होगा इस कहानी में आगे जानने के लिए

To be continued ♥️♥️♥️

राधे राधे


Load failed, please RETRY

Weekly Power Status

Rank -- Power Ranking
Stone -- Power stone

Batch unlock chapters

Table of Contents

Display Options

Background

Font

Size

Chapter comments

Write a review Reading Status: C38
Fail to post. Please try again
  • Writing Quality
  • Stability of Updates
  • Story Development
  • Character Design
  • World Background

The total score 0.0

Review posted successfully! Read more reviews
Vote with Power Stone
Rank NO.-- Power Ranking
Stone -- Power Stone
Report inappropriate content
error Tip

Report abuse

Paragraph comments

Login