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48% The passion of love / Chapter 24: A Kiss

Chapter 24: A Kiss

अब तक 

 तभी एक रिपोर्टर उसके सामने आता है और कहता है मैडम हम सभी जानते हैं कि जिन पर आप पॉइंट कर रही हैं वह मिस्टर सिद्धार्थ ओबेरॉय की वाइफ है और सुनने में यह भी आया है कि आप मिस्टर सिद्धार्थ ओबेरॉय की मिस्ट्रेस है आपके और उनके अफेयर के चर्चे पूरी जगह पर फैले हुए हैं आप अपनी गलतियों का ठीकरा उनके वाइफ पर नहीं डाल सकती हैं क्या यह सब आपकी सोची समझी चाल है।

माया गुस्से का फ्रस्ट्रेशन में उन सभी रिपोर्टर्स पर चिल्लाने लगती है उसे इस तरह से पागलों की तरह चिल्लाते देखकर श्रद्धा और सोनम को बहुत ही खुशी मिलती है वह दोनों उसे एक स्माइल करते हुए देखते हैं और एक दूसरे को हाई-फाई देखकर वहां से निकल जाती हैं।

अब आगे 

 श्रद्धा इस समय सोनम के ही घर पर रह रही थी वह दोनों बैठकर कॉफी और स्नेक्स खा रहे थे और टीवी पर माया की न्यूज़ देख रहे थे, सोनम ने श्रद्धा को देखा और कहां श्रद्धा तुझे नहीं लगता कि तुझे माया का सच सिद्धार्थ को बताना चाहिए था क्या पता वह उसे छोड़ दे और तेरे पास वापस आ जाए। उसके बाद पर श्रद्धा ने कहा मैं ऐसा कुछ नहीं करने वाली उसकी मर्जी है वह अपनी मर्जी से मुझे छोड़ उसके पास गया है अपनी मर्जी से उसने मुझे धोखा दिया है लेकिन आज तक वह इस बात को एक्सेप्ट नहीं करता है सारी दुनिया जानती है मैं खुद जानती हूं कि उन दोनों के बीच में क्या रिश्ता है उसके बाद भी वह इसे बातों को एक्सेप्ट नहीं करता है और उसने जो मेरे साथ किया उसके बाद तो मैं उसे कभी भी एक्सेप्ट नहीं करने वाली हूं।

सोनम श्रद्धा की ओर देखती है रहती है ना जाने क्यों श्रद्धा लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि इन सब के पीछे सिद्धार्थ नहीं था कोई और ही था तू ही बता सिद्धार्थ इतने सालों से तेरे साथ रहा है, मेरे साथ नहीं रहा है सिर्फ उसे घर में रहा है हम दोनों कभी साथ थे ही नहीं इन तीन सालों की शादी में हम दोनों के बीच में 3 मिनट भी एक साथ नहीं बीते हैं। हम दोनों एक ही बेड पर सोते थे लेकिन कभी भी हम करीब नहीं है वह हमेशा ही मुझसे दूर रहता था पहले मुझे समझ में नहीं आता था मुझे लगता था कि शायद दादाजी ने उसे उसकी मर्जी के खिलाफ मुझसे शादी करने को कहा होगा लेकिन मुझे दादा जी से पता चला कि उसकी भी मर्जी इसमें शामिल थी उसने भी ना किसी ना नुकुर के हां कर दी थी शादी को।

पहले मैं समझती थी कि हो सकता है कि सिद्धार्थ अपने बिजनेस और दादाजी के चलते इतना स्टेटस रहता होगा, जब मुझे उसके माया के अफेयर्स की खबरें मिलने लगी तो भी मैंने उससे पूछा तो उसने इतना ही कहा कि यह सब सिर्फ अफवाह है उसके और माया के बीच में कुछ नहीं है माया सिर्फ उसकी एक फ्रेंड है जिसकी वह हेल्प कर रहा है लेकिन धीरे-धीरे सारी सच्चाई मेरे सामने आ गई। माया कैसी है मुझे इससे कोई मतलब नहीं है वह सिद्धार्थ के साथ लॉयल है या नहीं है मुझे इससे भी कोई मतलब नहीं है मुझे मतलब था सिद्धार्थ से लेकिन वह मेरे साथ लॉयल नहीं था इसलिए अब मैं उसे अपनी जिंदगी में कभी नहीं चाहूंगी मैं अपनी जिंदगी में मूव ऑन करना चाहती हूं।

उसकी बात पर सोनम चाहते रहती है मतलब तू किसी और का पहला ढूंढने वाली है, श्रद्धा उसकी और देखकर नाम ऐसे ही लाती है रहती है नहीं अब मैं अपनी जिंदगी में किसी को भी नहीं लाने वाली हूं मैं अपने अकेले ही काटने वाली हूं मेरे पास अपना बिजनेस है अपनी जिंदगी है मैं अब प्यार जैसे शब्द पर कई भरोसा नहीं कर सकती और ना ही शादी पर। सोनम श्रद्धा को देखकर को समझना चाहती थी लेकिन फिर वह चुप हो जाती है क्योंकि वह जाती थी कि श्रद्धा अभी श्रद्धा कुछ भी समझ नहीं सकती है।

वहीं दूसरी ओर माया अपने घर में गुस्से से इधर-उधर घूम रही थी वह बार-बार सिद्धार्थ का फोन ट्राई कर रही थी लेकिन सिद्धार्थ का फोन आउट ऑफ प्रिंसिपल बता रहा था वह फ्रस्ट्रेटेड होकर उसने गुस्से में फोन को पटक दिया और अपने बालों को नाचने लगे उसने गुस्से से कहा श्रद्धा मैं तुम्हें नहीं छोडूंगी इसके लिए मैं तुम्हें ऐसी सजा दूंगी कि तुम जिंदगी भर पछताओगी मैं तुमसे सिद्धार्थ को अलग नहीं कर दिया तो मेरा नाम भी माया नहीं एक दिन मैं तुम्हें तुम्हारे घुटनों पर लेकर आऊंगी और तुम्हें बर्बाद करने में सबसे बड़ा साथ मुझे सिद्धार्थ देगा यह बोलकर वह पागलों की तरह हंसने लगती है अगर कोई देखता तो उसे पागल ही समझता।

ऐसे ही डेढ़ महीने बीत जाते हैं डेढ़ महीने बाद सिद्धार्थ जब वापस आता है तो माया उससे पहले जाकर मिलती है और उसे बताती है कि उसके साथ क्या-क्या हुआ है, सिद्धार्थ माया पर बहुत गुस्सा होता है कि आखिर उसने यह सब क्यों किया हुआ एक्टिंग करियर को सुधारने की इतनी कोशिश कर रहा है लेकिन वह क्यों ऐसी हरकतें कर रही है उसे क्या जरूरत थी ज्वेलरी डिजाइन को चोरी करने की, सिद्धार्थ बहुत ज्यादा गुस्से में था लेकिन माया ने उसे इमोशनल ब्लैकमेल करके अपनी बातों के लिए मना लिया।

अगली सुबह जब श्रद्धा सोकर उठी तो उसने टीवी ऑन किया लेकिन सामने चल रही न्यूज़ को देखकर उसकी मुठिया गुस्से से कर गई क्योंकि न्यूज़ में सिद्धार्थ ने माया के ऊपर जितने भी इल्जाम लगे थे उन सभी को क्लियर सेट दिल दिया था उसने उसे आदमी को जिससे उसने वह डिजाइन खरीदी थी उसको पैसे देकर माया के तरफ कर दिया था और उसने यह बयान दिया था कि इस समय माया की कोई भी गलती नहीं है उसने ही माया को फसाने के लिए यह सब किया था।

श्रद्धा को यह न्यूज़ देखकर बहुत गुस्सा आता है लेकिन वो अब सिद्धार्थ या माया क्या मैटर में कुछ भी नहीं कहना चाहती थी। वह देखी है कि उसके फोन पर सिद्धार्थ का कॉल आ रहा है वह पहले तो कॉल नहीं उठाती है लेकिन जब सिद्धार्थ बार-बार कॉल करने लगता है तो वह उठा लेती है जहां सिद्धार्थ कहता है मैं तुमसे मिलना चाहता हूं आज ही। श्रद्धा उसे मना करती है तो सिद्धार्थ कहता है मुझे तुमसे बहुत जरूरी बात करनी है प्लीज श्रद्धा और यह मत बोलो कि तुम अभी भी मेरी वाइफ हो। श्रद्धा से कितना रहती है की लोकेशन शेयर कर देना उसके बाद वह फोन कट कर देती है।

लगभग 2 घंटे बाद श्रद्धा एक होटल के सामने अपनी कार रूकती है और उसके अंदर चली जाती है, अंदर जाकर वह एक प्राइवेट कमरे में जाती है वहां जाकर देखते हैं तो सिद्धार्थ वहां के सोफे पर बैठा हुआ उसी का इंतजार कर रहा था सिद्धार्थ उसे देखकर स्माइल करता है और उसके पास आकर उसे हक करने जाता है लेकिन श्रद्धा अपना हाथ आगे करके कहती है इन सब फॉर्मेलिटी की जरूरत नहीं है। सिद्धार्थ से देखा है और कहता है तुम्हें यह फॉर्मेलिटी लगती है। श्रद्धा एक टेढ़ी स्माइल देती है और कहती है जब हमारे बीच सब कुछ ठीक था फिर रुक कर हमारे बीच कभी कुछ ठीक था ही नहीं लेकिन हां हमारे बीच एक नाम का रिश्ता ही था तब तो तुमने कभी यह सब फॉर्मेलिटी नहीं निभाई अब जब हमारे बीच वह रिश्ता नहीं है तो यह सब करने की क्या जरूरत है।

सिद्धार्थ उसे कहता है तुम मेरी बात क्यों नहीं समझ रही हो, श्रद्धा उसे देखते और कहती है मुझे जो समझना है जैसा समझना है मैं समझ चुकी हूं अब मुझे कुछ और नहीं समझना तुम बस साफ-साफ यह बताओ कि तुमने मुझे यह क्यों बुलाया, सिद्धार्थ उसे देखता है वह कहता है क्या हम बैठकर बातें कर सकते हैं, श्रद्धा जाकर वहां के सोफे पर बैठ जाती है उसके सामने वाले सिंगल सोफे पर सिद्धार्थ भी बैठ जाता है वह श्रद्धा को देखता है और कहता है तुम क्या खाओगी, श्रद्धा उसकी और देखते हो रहती है मैं यहां तुम्हारे साथ लंच करने नहीं आई हो तुम अपनी बात बताओ तुम कहना क्या चाहते हो।

सिद्धार्थ उसकी और देखता है कहता है मैं कुछ आर्डर कर देता हूं ना खा लो इसी बहाने हम कुछ टाइम साथ में स्पेंड कर लेंगे, उसकी बात पर श्रद्धा रहती है तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हें यह सारे टाइम्स अपनी मांया के साथ स्पेंड करनी चाहिए मेरे साथ नहीं हमारा रिश्ता बहुत जल्द खत्म होने वाला है, सिद्धार्थ उसकी बात सुनकर गुस्से में कहता है तुम क्यों बार-बार माया को बीच में लेकर आती हो और यह डिवोर्स का ख्याल तुम अपने दिमाग से निकल क्यों नहीं देती। श्रद्धा उसकी और देखते हैं और कहती है हमारी शादी में कुछ बचा ही नहीं है तो अच्छा है कि हम डिवोर्स लेकर एक दूसरे की जिंदगी से चल जाए ताकि तुम अपनी माया के साथ अपनी जिंदगी जी सके और मैं अपनी जिंदगी खुलकर जी सकूं जहां पर मुझे तुम्हारा नाम की कोई पहचान ना हो।

सिद्धार्थ श्रद्धा का हाथ आगे बढ़कर पकड़ता है लेकिन श्रद्धा अपना हाथ चुडा लेती है और कहती है अच्छा होगा तुम अपनी बात कहो, सिद्धार्थ उसे देखकर कहता है मैं सिर्फ यही चाहता हूं कि तुम्हें डिवोर्स की बात को भूल जाओ और वापस आ जाओ हम एक नई शुरुआत करेंगे। सिद्धार्थ की और श्रद्धा देखकर कहती है लेकिन इसके लिए बहुत देर हो चुकी है अब मैं कभी पीछे नहीं देखने वाली हूं मैं डाइवोर्स फाइल कर दिया है जल्द से जल्द तुम भी साइन कर दो यह बोलकर वह जाने लगती है तभी सिद्धार्थ उसका हाथ पकड़ लेता है, श्रद्धा अपना हाथ छुड़ाने लगती है लेकिन सिद्धार्थ उसे खींचकर खुद से लगा लेता है और श्रद्धा को समझ पाए उसके पहले ही उसके होठों को अपने होठों में लेकर पेशेंटली किस करने लगता है।

श्रद्धा खुद को सिद्धार्थ के पकड़ से छुड़ाने की कोशिश कर रही थी लेकिन सिद्धार्थ की पकड़ इतनी ज्यादा थी वह नहीं छोड़ा पाती है थोड़ी देर बाद उसकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं और वह भी उसे किस में इंवॉल्व हो जाती है, यह शायद उन दोनों की पहली किस्त थी इतने साल के रिलेशन में पहली बार पर दोनों एक दूसरे के इतने करीब थे यह पहली बार था जब सिद्धार्थ ने आगे बढ़कर श्रद्धा से अपना प्यार दिखाई हो उसके होठों को किस किया है और श्रद्धा भले ही वह उसे कितना भी नाराज हो कितना भी गुस्सा हो लेकिन प्यार तो उसे बहुत करती थी, और आज सिद्धार्थ का यह कदम उसके दिल में बसे गुस्से और नफरत को पिघलने का काम कर रही थी वह दोनों अपने मैं खोए हुए ही थे कि तभी कुछ गिरने की आवाज आती है जिससे वह दोनों अलग हो जाते हैं श्रद्धा की नजर जब सामने की ओर पड़ती है तो उसकी आंखों में अभी थोड़ी देर पहले सिद्धार्थ के लिए जो नमी आ रही थी वह गुस्से में बदल जाती है और सिद्धार्थ वहां खड़े शख्स को देखकर चौक जाता है।

आखिर कौन खड़ा था वहां पर जिसे देखकर दोनों ने ऐसा रिएक्शन दिया क्या सिद्धार्थ श्रद्धा को मन पाएगा आखिर क्या बात है कि सिद्धार्थ श्रद्धा से इतना प्यार करने के बाद भी उसके करीब नहीं आ पाता है, जानने के लिए 

To be continued ♥️♥️♥️♥️

राधे राधे


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