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40% The passion of love / Chapter 20: Flash back end

Chapter 20: Flash back end

आप सब ने पढ़ा की सिद्धार्थ के दादाजी की डेथ के बाद श्रद्धा बहुत बुरी तरह से टूट गई थी, लेकिन दादाजी का एक लैटर मिलता है श्रद्धा को जिसमें दादा जी उसे अपने दिल की बातें लिखकर श्रद्धा के लिए छोड़ गए थे श्रद्धा उसे लेटर को पढ़ाती है अपने मन ही मन को संकल्प कर लेती है,

अब आगे

 अगले दिन श्रद्धा और सिद्धार्थ ओबेरॉय विला से निकलकर सिद्धार्थ के पर्सनल विला मे आ गए थे, श्रद्धा ने अभी तक सिद्धार्थ से कुछ भी नहीं कहा था सिद्धार्थ को उसकी चुप्पी अच्छी नहीं लग रही थी लेकिन वह कुछ नहीं कर सकता था, उसका दिल करता है कि वह सिद्धार्थ के पास जाए उसे अपने सीने से लगाए उसे अपने प्यार का एहसास करा है उसे यह यकीन दिलाई कि वह उसके लिए कितनी मायने रखती है लेकिन वह अपनी मजबूरी के चलते उसके करीब नहीं जा सकता था। सिद्धार्थ अपनी ही उलझन में फंसा हुआ था कोई भी उसकी कंडीशन को नहीं समझ सकता था ना ही वह अपने कंडीशन किसी के साथ शेयर कर सकता था, अपना कहने के लिए उसके पास सिर्फ एक श्रद्धा ही बची थी जो उसे खुद खफा घूम रही थी।

सिद्धार्थ चाह कर भी उसकी नाराजगी नहीं दूर कर सकता था क्योंकि वह जानता था कि अगर वह उसके करीब गया तो उसका क्या अंजाम होगा, सिद्धार्थ और श्रद्धा रहने को तो एक रूम में रहते थे एक बेड शेयर करते थे लेकिन उन दोनों में पति-पत्नी जैसा कुछ भी नहीं था। लेकिन इस बीच एक बात अच्छी हो गई थी कि श्रद्धा अपने और सिद्धार्थ के रिश्ते को संवारने की कोशिश कर रही थी वह सिद्धार्थ के लिए सब कुछ करती थी उसके कपड़े सेलेक्ट करने से लेकर उसके लंच डिनर ब्रेकफास्ट सबका वह खुद ही ध्यान रखती थी और उसके लिए खुद ही सब कुछ करती थी।

सिद्धार्थ को श्रद्धा के जेसचर बहुत पसंद आते थे लेकिन अंतर्मुखी होने और अपनी मजबूरी के कारण वह कभी भी श्रद्धा की उन एफर्ट्स को अप्रिशिएट नहीं करता था। श्रद्धा ने कई बार उसके करीब आने की भी कोशिश की थी लेकिन वह हर बार कोई ना कोई बहाना बनाकर उससे दूर हो जाता था, अब तो वह घर भी बहुत कम आने लगा था वह जाकर अपने काम में ही डूबा रहता था, श्रद्धा भी जब वह घर आया करता था तब उसके लिए हमेशा अपने इफर्ड्स दिखाया करती थी, और जब वह घर नहीं होता था तो वह घंटे तक अपने कमरे में बैठकर कुछ किया करती थी और जब उसे लगता था कि सिद्धार्थ घर नहीं आएगा तो वह अपनी फ्रेंड सनम के साथ चली जाती थी।

कभी-कभी तो वह कई दिनों तक अपनी फ्रेंड के साथ ही उसके घर पर रहा करती थी, सिद्धार्थ को इस बात से कोई भी दिक्कत नहीं थी वह खुश था कि वह अपने फ्रेंड्स के साथ कुछ तो टाइम स्पेंड करती है। इसी तरह 3 साल बीत गया और सिद्धार्थ श्रद्धा को जानबूझकर इग्नोर करने के चक्कर में इतना इग्नोर करने लगा कि उसे यह भी पता नहीं चल पाया कि श्रद्धा के साथ क्या-क्या हो रहा है।

फ़्लैश बैक एन्ड

सिद्धार्थ अपने स्टडी रूम में बैठा पुरानी यादों में गम था कि अचानक से उसका फोन बजा जिससे वह अपने ख्यालों से बाहर आया, उसने देखा कि उसका असिस्टेंट उसे फोन कर रहा है उसने फोन उठाया और कहा क्या पता चला श्रद्धा उसे होटल में कैसे पहुंची और वह लोग कौन थे जो उसके साथ बदतमीजी कर रहे थे। सिद्धार्थ की बात पर उधर से उसके असिस्टेंट ने कहा सर मैडम को किसी ने आपका नाम से फोन करके उसे होटल में बुलाया था यह कहकर कि आप और माया उसे होटल में है और अगर वह आपसे डिवोर्स लेना चाहती है तो वह उसे होटल में पहुंच जाए उन्हें सारे प्रूफ मिल जाएंगे इसके थ्रू वह तुरंत ही आप से डिवोर्स ले लेंगी।

पता करो वह फोन किसने किया था सिद्धार्थ ने कहा, असिस्टेंट ने आगे का सर वह फोन जिसने भी किया था उसने आपके ऑफिस से ही फोन किया था उन्हें यह कहकर कि वह आपके ऑफिस में काम करता है और उसे आपकी यह सब काम बिल्कुल पसंद नहीं उसे ऐसे आदमी नहीं पसंद जो अपनी बीवियों को धोखा देते हैं, सर मैंने सीसीटीवी फुटेज भी चेक कि उसे दिन की सारी सीसीटीवी फुटेज डिलीट की गई है। इतना बोलकर असिस्टेंट ने फोन काट दिया।

सिद्धार्थ का दिमाग अब खराब हुए जा रहा था कि आखिर ऐसा कौन है जिसे उसके और श्रद्धा के बारे में पता है, क्योंकि कोई भी यह बात नहीं जानता कि श्रद्धा सिद्धार्थ से डिवोर्स चाहती है, तो आखिर ऐसा कौन सा इंसान है जो श्रद्धा को उसके ऑफिस से फोन किया और उसे उसे होटल में बुलाया। सिद्धार्थ को अब पूरी तरह से समझ आ गया था कि श्रद्धा और सनम यह सोच रही है कि यह सब उसने ही किया था ताकि वह श्रद्धा को बदनाम कर सके। सिद्धार्थ सोच रहा था कि वह श्रद्धा के पास जाकर उसे बता दे कि उसका इनसब में कोई हाथ नहीं है लेकिन वह जानता था कि श्रद्धा उसकी बातों पर विश्वास नहीं करेगी विश्वास करना तो दूर वो तो उससे बात भी नहीं करना चाहेगी।

सिद्धार्थ को स्टडी रूम में बैठे-बैठे रात हो गई थी, उसने सुबह से कुछ भी नहीं खाया था, तभी उसे एक मेड की आवाज सुनाई दी जो दरवाजे को नाक कर रही थी, सिद्धार्थ में जल्दी से दरवाजा खोला और बाहर आ गया उसने उसे मेड को देखा और तुम यहां इस समय क्या कर रही हो तुम्हें तो श्रद्धा के पास होना चाहिए था उसके देखभाल करने के लिए। उसमें इतनी सिद्धार्थ को देखा होगा सर वह मैडम बाथरूम गई थी और वहां फिसल कर गिर गई है प्लीज सर चलिए।

जैसे सिद्धार्थ ने सुना के श्रद्धा बाथरूम में गिर गई है तो वह भाग कर बाथरूम में गया उसने देखा कि श्रद्धा जमीन पर पड़ी हुई है और खुद से उठने की कोशिश कर रही है सिद्धार्थ जल्दी से गया और उसे उठाने के लिए जैसे ही आगे बढ़ा श्रद्धा ने उसे हाथ दिखाकर रोक दिया, श्रद्धा ने उसे एक जलती हुई निगाह से देखा और कहां मुझे आपकी हेल्प की कोई जरूरत नहीं है आप अपना यह दिखावा बंद कीजिए। सिद्धार्थ कुछ कहना चाहता था लेकिन श्रद्धा ने उसकी एक भी नहीं सुनी वह किसी तरह दीवाल का सहारा लेकर खड़ी हुई और धीरे-धीरे अपने बेड की ओर पहुंच के सिद्धार्थ उसे देखकर रह गया उसका दिल बहुत ज्यादा दर्द कर रहा था वह चाहता था कि जाकर श्रद्धा को अपने गले से लगा ले लेकिन वह जानता था कि श्रद्धा अभी उसकी बात बिल्कुल नहीं सुनेगी ना हीं उसे खुद के करीब आने देगी।

श्रद्धा जाकर बेड पर लेट गई और ब्लैंकेट से खुद को ढक कर सोने लगी, सिद्धार्थ उसके पास गया और श्रद्धा से का श्रद्धा मुझे तुमसे कुछ बात करनी है, श्रद्धा के अब सब्र का बांध टूट गया वह उठकर बैठ गई और कहा, क्या कहना चाहते हैं आप बोलिए ना मुझे इस तरह से उन लोगों के पास भेज कर मेरे साथ इतना बड़ा खिलवाड़ करके मेरी इज्जत के साथ इतना खिलवाड़ करके और क्या कहना चाहते हैं आप, इतने सालों में आपको इतना तो जान गई हूं कि आपके साथ है कोई भी गलत करता है आपका कोई भी बुरा करता है तो आप उसके साथ डबल करना चाहते हैं ना मैं आपके और आपकी उसे माया के रिश्ते पर सवाल उठा दिया तो उसका बदलाव इस तरह से लेना चाहते थे।

मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है सिद्धार्थ ने कहा, लेकिन श्रद्धा ने अपना मुंह दूसरी और फेर लिया कहा मुझे आपकी कोई भी बात नहीं सुनाई है प्लीज आप अभी और इसी वक्त यहां से चले जाइए। सिद्धार्थ के पास उसे कमरे से जाने के अलावा कोई भी ऑप्शन नहीं था क्योंकि वह जानता था कि श्रद्धा बहुत ही ज्यादा जिद्दी है और अगर वह जिद में आ गई तो कहीं खुद कोई नुकसान न पहुंचा दे इसलिए सिद्धार्थ वहां से थके कदमों से निकल गया उसके वहां से जाने के बाद श्रद्धा की आंखों से आंसू गिरने लगे उसे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि उसने एक ऐसे इंसान से प्यार किया था जो इतने हद तक गिर सकता है उसे तोड़ने के लिए उसे उसकी बातों का बदला लेने के लिए वह काफी देर तक रोती रही और रोते-रोते ही सो गई।

क्या कभी इनके बीच की यह गलतफहमियां दूर हो पाएंगे क्या सिद्धार्थ कभी श्रद्धा को बता पाएगा कि वह उसे भले ही इग्नोर करता है लेकिन वह उसे बहुत ही ज्यादा प्यार करता है, आखिर क्या वह वजह है जिसकी वजह से सिद्धार्थ श्रद्धा से दूर रहता है जानने के लिए

To be continued ♥️♥️♥️♥️

राधे राधे


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