"अब रात काफ़ी हो चली है... अब हमें आगे बढ़ने की ज़रूरत है, सही समय पर अपनी योजना को अंजाम देकर यहाँ से रवाना भी होना है, ज़्यादा देर रुकना हमारे लिए उचित नहीं होगा...सुबह होने से पहले हम दोनों को यहाँ से काफ़ी दूर निकलना होगा", मार्विन ने एक नज़र अपनी जेब घड़ी पर डालते हुए अपने साथी डेनियल से कहा।
" चलो सही है... अब मुझसे भी ज़्यादा इंतज़ार नहीं हो सकता है, लूट के बाद किस दिशा में जाने का सोचा",डेनियल ने जिज्ञासापूर्वक अपने साथी मार्विन से पूछा।
" हम वापस तो नहीं लौट सकते हैं... बेहतर होगा कि हम दूसरी दिशा में आगे बढ़ें क्यूँकि वहाँ हम दोनों को कोई जानता भी नहीं होगा... यदि हम वापस जाएंगे तो पकड़े जाएंगे क्यूँकि हम छटे हुए बदमाशों में आते हैं, तो हमारा आगे ही बढ़ना सही रहेगा वहाँ जाकर अपना जीवन अच्छे से नए अंदाज़ में जी सकते हैं ", मार्विन ने डेनियल को समझाते हुए कहा।
" तो चलो फ़िर अपने आज तक के अपराधिक इतिहास की सबसे क्रूर वारदात को अंजाम देते हैं... एक को भी ज़िंदा छोड़ना हमारे लिए खतरनाक साबित हो सकता है, हमारी तस्वीरें फिर हर शहर में नज़र आएंगी ", डेनियल ने उत्सुकता पूर्वक खड़े होकर मार्विन से कहा, मार्विन उसे देखते ही समझ गया कि वह कस्बे की ओर चलने का इशारा कर रहा है। वे दोनों ज़रूरत का सारा सामान लेकर आगे बढ़ते हैं... जंगल में रात काफ़ी काली और डरावनी लग रही थी, चारों ओर ऊंचे दरख्त होने के कारण चाँद की शीतल रोशनी पूरी तरह से ढक सी गई थी। भूखे भेड़ियों के रोने की आवाज़ें चारों ओर से आ रही थी पर फ़िर भी मार्विन और डेनियल इस बात से पूरी तरह से अनजान बनकर अपनी खतरनाक योजना को अंजाम देने के लिए आगे की ओर बढ़ रहे थे। एक ओर जहां उनके मन में जंगल का खौफ़ था तो वहीं दूसरी ओर उनके मन में अपने लूट के माल की उत्सुकता भी थी जो उनके अंदर का लालच साफ़ दर्शा रही थी और इसी लालच ने उन्हें थोड़ा बेखौफ बना दिया था।
जंगल के रखवाले ओलिवर ने उनके द्वारा जलाई गई आग को देखा तो लेकिन वह भी अपनी छोटी सी कुटिया में शराब पीने के बाद सो गया, उसे ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि आगे क्या होने वाला है...उसे इस बात का भी पता नहीं चल पाया कि उसके यहाँ रुके हुए मेहमानों ने ही उसके गाँव को लूटने की योजना बनाई है और अब वह उसे अंजाम देने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
"आह... आज काफ़ी देर हो गई काम करते - करते, बिल्कुल भी वक़्त का पता नहीं चला, अब मैं बहुत ही थक चुकी हूँ... जाकर थोड़ा आराम करती हूँ, पहले ये सारे कपड़े समेट दूँ जिनकी मैं सिलाई कर रही थी", कैथरीन ने अंगड़ाई लेते हुए ख़ुद से कहा, वह घर के कुछ कपड़ों की सिलाई कर रही थी। उसका काम पूरा होते ही वह उन कपड़ों को समेटने में लगी थी कि अचानक उसकी नज़र खिड़की पर पड़ती है... वह सब कुछ छोड़कर खिड़की के नज़दीक आ जाती है जहाँ वह दो अनजान साये को उसके पड़ोस में रहने वाले स्मिथ परिवार के घर की ओर बढ़ते हुए देखती है।
"इस वक़्त कौन हो सकता है... हो सकता है कि स्मिथ परिवार का ही कोई सदस्य हो लेकिन ये दोनों अनजान साये तो घर के पीछे से अंदर की ओर प्रवेश कर रहे हैं, मुझे तो कुछ गड़बड़ लग रही है... लेकिन अगर उनके पास घर की चाभी न होती तो वे अंदर कैसे प्रवेश करते, हो सकता है कि उनके परिवार का कोई सदस्य मेले में गया होगा और अधिक रात हो जाने के कारण पीछे से प्रवेश कर रहा है... मैं भी बेकार का शक़ कर रही हूँ, मुझे भी अब अपने घर के सारे खिड़की - दरवाज़े बंद कर के सो जाना चाहिए... अगर शक़ हो भी रहा है तो अपनी सुरक्षा पहले मायने रखती है, मैं एक बार सब कुछ चेक कर के सोने के लिए जाती हूँ ", कैथरीन ने उन दो अनजान परछाइयों को देखते हुए ख़ुद से कहा, वह उन्हें देखकर एक बार को चिंतित हो उठी थी, उसने अपने घर के सारे खिड़की दरवाज़े एक बार फिर से चेक किए और अपने बिस्तर पर लेट उन्ही अनजान परछाइयों के विषय में सोचने लगी।
" क्या कर रहे हो डेनियल...पहले इन्हें नींद में ही मार देते हैं, बाद में कमरे की तलाशी ली जाएगी, इसके लिए इनका मुँह कस कर दबा के चाकू से गर्दन को एक ही झटके में काट देंगे... लेकिन याद रहे मुँह तब तक दबा कर रखना जब तक इनके प्राण न निकल जाएँ", मार्विन ने फुसफुसाते हुए अपने साथी डेनियल से कहा, वह उसे सावधानी पूर्वक अपने काम को अंजाम देने के बारे में समझा रहा था। वे दोनों फ़िर आगे बढ़ते हैं और उन दोनों मियाँ बीवी को नींद में ही मार देते हैं, कुछ देर के लिए पंख कटने पर तड़पते हुए पंछी की तरह फड़फड़ाने के बाद दोनों अपने प्राण त्याग देते हैं। उन्हे मारने के बाद मार्विन और डेनियल घर के दूसरे सदस्यों के कमरे की ओर बढ़ते हैं... वे दोनों इस बात का पूरी तरह से ध्यान रखे हुए थे कि ज़्यादा शोर गुल न हो, बिल्कुल शान्ति के साथ सारा काम पूरा हो जाए।
कैथरीन का शक़ ग़लत न था उसके पड़ोस में रहने वाले स्मिथ परिवार के साथ एक ऐसी घटना घट रही थी जिसकी उन्होंने कभी कल्पना... केवल उन्होंने क्या गाँव में किसी ने इस तरह के हादसे की कल्पना नहीं की थी, वे सभी तो अपने घरों में दिन भर मेहनत करने के बाद चैन की नींद सो रहे थे, इस बात से बिलकुल अनजान होकर की आज रात किसी ने अपनी नींद हराम की है उनमें से कुछ परिवारों को हमेशा के लिए सुलाने को। रात भी शायद उन दोनों का साथ दे रही थी और किस्मत भी, इसलिए तो ओलिवर और कैथरीन की नज़रों में चढ़ने के बाद भी उन दोनों के रास्ते की रुकावट कोई नहीं बना... वे दोनों ही पहले घर को लूटने और परिवार के सदस्यों की हत्या करने में कामयाब रहे, अब वे दोनों अगले घर को लूटने और हत्याकांड करने के लिए आगे बढ़ने को बिल्कुल तैयार थे।
"लूटा हुआ माल एक बोरे में भर लो... हम दोनों को इस घर में घुसकर काफ़ी फायदा हुआ है, यहाँ पर काफ़ी कीमती वस्तुएं मिलेंगी... इसलिए थोड़ा ध्यान रखना कोई भी कीमती वस्तु छूटने न पाए, खासकर इस परिवार की महिलाओं के गहने जो बेहद कीमती हैं", मार्विन ने डेनियल को समझाते हुए कहा, अब तक उन्होंने दूसरे घर में भी हत्याकांड कर लूटपाट मचा रखा था।
" इतना माल मिला है इस घर से कि इसे अपने साथ लेकर जाना मुश्किल है... हम अगले गाँव में पकड़े भी जा सकते हैं, उससे पहले ही हमें किसी सुरक्षित जगह कि तलाश करने की ज़रूरत है", डेनियल ने मार्विन से कीमती सामान कपड़े के बड़े झोले में भरते हुए कहा।
"इतना परेशान होने की ज़रूरत नहीं है... वो देखो ज़मीन खोदने का औज़ार, हम इस माल को यहीं इन बड़े झोलों में छोड़ देते हैं... वैसे भी घर के सारे लोग मारे जा चुके हैं और मुर्दे कभी झोला लेकर नहीं भागते हैं इसलिए जब हम आख़िरी घर से रुपये और गहने लूट कर लाएंगे तो इन्हीं में भरकर जंगल में ले जाकर गाड़ देंगे और बाद में फ़िर कड़की पड़ने पर यही माल खोदकर निकाल लेंगे... बोलो क्या कहते हो ", मार्विन ने डेनियल को अपनी योजना विस्तार पूर्वक समझाते हुए उसकी राय के के बारे में पूछा।
" योजना तो अच्छी है... इससे हम पकड़े भी नहीं जाएंगे और माल भी सुरक्षित रहेगा ", डेनियल ने मार्विन द्वारा बनाई गई योजना से राज़ी होते हुए कहा।
" तो फ़िर चलो अब अगले घर की ओर बढ़ते हैं... यहाँ के लोग काफ़ी रईस हैं, हमारे हाथ काफ़ी माल लगेगा अगर पकड़े नहीं गए... अब उन हसीनाओं के घर ले चलो थोड़ी मस्ती भी हो जाए और लम्बा इंतज़ार नहीं कर पाऊँगा मैं", मार्विन ने डेनियल से कहा और अपने चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान बिखेर दी जो उसकी हैवानियत का सबूत दे रही थी। अब दोनों एडवर्ड के घर की ओर बढ़ रहे थे लेकिन बहुत ही सावधानी से... उन्हे किसी की नज़र में नहीं आना था और वे इस बात का भरपूर ख़्याल रख रहे थे। एडवर्ड के घर के पिछवाड़े से होते हुए दोनों मुख्य दरवाजे तक पहुंच जाते हैं और किसी तरह से दरवाजे को खोलकर अंदर प्रवेश कर लेते हैं... ऐसा करते हुए उन्होंने इस बात का पूरा ध्यान रखा था कि ज़्यादा आवाज़ न हो। अब वे दोनों अन्दर बेखबर सोए हुए सदस्यों के कमरों की ओर बढ़ने लगते हैं।
" मैं जाकर माँ को बेहोश कर देता हूँ... तुम ये बेहोशी की दवाई लो और किसी कपड़े में इसे डालकर दोनों बेटी को बेहोश कर दो...उसके बाद अपना कार्यक्रम चालू करेंगे, बेहोशी में इन्हें पता नहीं चलेगा कि इनके साथ क्या हो रहा है और ज़्यादा आवाज़ें भी नहीं निकालेंगी", मार्विन ने फुसफुसाते और डेनियल को बेहोशी कि दवा की शीशी पकड़ाते हुए कहा, उसने अपने रुमाल पर पहले ही उस दवा को उड़ेल लिया था और वह उसे कैथरीन के ऊपर इस्तेमाल करने के बाद उसके साथ भी दुष्कर्म करना चाहता था। दोनों अपने शिकारों की ओर बढ़ते हैं और उन सोई हुई महिलाओं को बेहोश कर देते हैं, फिर उनके वस्त्रों को खोल उन्हें नग्न कर देते हैं और ख़ुद भी आधे वस्त्रहीन हो जाते हैं।
मार्विन कैथरीन के साथ दुष्कर्म करने की शुरुआत करता है और अपने तन की अग्नि कुछ देर के लिए शांत हो जाने के बाद हट जाता है... कैथरीन अब तक बेहोश पड़ी थी, उसे ज़रा भी होश नहीं था कि उसके साथ किया हुआ है। उसके बाद मार्विन उन लड़कियों को कमरे में प्रवेश करता है।
डेनियल एक ओर बिस्तर पर बेहोश पड़ी एलिजाबेथ के साथ दुष्कर्म कर रहा था, तभी मार्विन की नज़र दूसरे बिस्तर पर बेहोश पड़ी कैरोलिना पर पड़ती है... वह उसके नज़दीक जाता है और उसे निर्वस्त्र कर देता है, फिर उस बेहोश पड़ी लड़की के साथ दुष्कर्म करने की शुरुआत करता है। डेनियल की उस पर नज़र पड़ती है और वह मार्विन को देखकर हसने लगता है... कुछ देर बाद डेनियल की अग्नि थोड़ी देर के लिए शांत हो जाती है तो वह बेहोश पड़ी एलिजाबेथ को छोड़कर उसकी माँ के कमरे में पहुंच जाता है और उसके साथ फ़िर से दुष्कर्म करने की शुरुआत करता है, काफ़ी देर बाद डेनियल शांत हो जाता है तो अपने चाकू से बेहोश पड़ी एलिजाबेथ का गला काट देता है और फिर से उन लड़कियों के कमरे में पहुँच जाता है। इस बार वह एलिजाबेथ की बहन कैरोलिना के साथ दुष्कर्म करने की शुरुआत करता है क्यूँकि मार्विन अब एलिजाबेथ के साथ दुष्कर्म कर रहा था और दोनों के शांत होते ही वे दोनों उन मासूम लड़कियों को भी मौत के घाट उतार देते हैं।
फ़िर दोनों अपने वस्त्रों को धारण कर वहाँ से कीमती आभूषण और पैसों को लेकर वापस उसी घर की ओर बढ़ते हैं जहाँ पर उन्होंने बाकी का माल छोड़ा था।
" काफ़ी माल जमा हो गया है... अब हमें वापस जंगल की ओर चलना चाहिए, देर हो गई तो हम पकड़े जाएंगे क्यूँकि बस कुछ ही घंटों के बाद अंधेरा छट जाएगा और सूरज दिखने लगेगा... हमें इस माल को ठिकाने भी तो लगाना है", मार्विन ने डेनियल से कहा, वह इस बात से काफ़ी परेशान था कि अधिक देर न हो वर्ना पकड़े जाने का खतरा था।
" इतनी भी क्या जल्दी है मेरे दोस्त... बस एक घर और लूट लें उसके बाद वापस चल देंगे और जंगल में माल छांट कर बाकि का गाड़ देंगे, अब भी हमारे पास काफ़ी वक़्त बचा है... हम पकड़े नहीं जाएंगे", डेनियल ने मार्विन से कहा, उसके अंदर का लालच बढ़ता जा रहा था क्यूँकि सब कुछ इतनी आसानी से हो रहा था जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी और वे दोनों इसी बात का फायदा उठाकर फ़िर से एक घर लूटने को निकलें। रात भी उनका साथ दे रही थी, समय भी बिलकुल उनके अनुकूल था और किस्मत भी उनका ही माथा चूम रही थी , यही कारण था कि उस आख़िरी घर में भी वे दोनों सफलतापूर्वक प्रवेश कर लेते हैं और सारे सदस्यों को मौत के घाट उतारने के बाद वे दोनों उसी घर की ओर बढ़ते हैं जहाँ बाकि का माल जमा कर रखा था। वहां से सारा माल और खुदाई का औज़ार लेकर वे दोनों अंधेरे में आगे बढ़ ही रहे थे कि अचानक एक लड़के की नज़र उनपर पड़ती है।
" हे, मेरे परमेश्वर ये किसने किया होगा... इस तरह से इतनी क्रूरता से मारा गया है सभी को कि रात में किसी की आवाज़ तक नहीं सुनाई पड़ी", सवेरा होते ही एक गाँव वाले ने भीड़ में खड़े कुछ सदस्यों से कहा। रात में मार्विन और डेनियल द्वारा किए गए जघन्य हत्याकांड की वजह से सारे गाँव वालों में आक्रोश की लहर बढ़ गई थी, वे सभी इसके लिए जिम्मेदार व्यक्ति को तलाश कर रहे थे ताकि उसे भी मौत के घाट उतार सकें जबकि मार्विन और डेनियल उनकी पहुँच से काफ़ी दूर निकल चुके थे, फिर भी गाँव वालों का क्रोध शांत होने का नाम नहीं ले रहा था। उन सभी गाँव वालों ने गाँव के प्रधान को चारों ओर से घेर रखा था और एक एक करके अपनी बातें कह रहे थे।
"सही कह रहे हो भाई, जिसने भी ये दुष्कर्म किया है उसे तो मौत के घाट ही उतार देना चाहिए... ऐसा इंसान मानवता के नाम पर धब्बा है और उसे जीने का कोई हक़ नहीं है", भीड़ में खड़े दूसरे व्यक्ति ने पहले वाले का समर्थन करते हुए कहा, वहाँ खड़े सभी लोगों में बदले की भावना ने जन्म ले लिया था।
" ये काम किसी एक आदमी का हो ही नहीं सकता है... इस वारदात को अंजाम देने के लिए एक से अधिक व्यक्ति की ज़रूरत है, एक साथ एक ही रात में इतने लोगों की हत्या करना एक आदमी के बस की बात नहीं है... तुमने एडवर्ड के घर में हुए दुष्कर्म के बारे में नहीं सुना क्या, वहाँ एडवर्ड की पत्नी तथा उसकी दोनों बेटियों की लाशें नग्न अवस्था में पाईं गईं हैं... गाँव की उन महिलाओं के साथ रात भर दुष्कर्म किया गया और बाद में मौत के घाट उतार दिया गया था...गाँव की कुछ वृद्ध महिलाओं ने उनके शरीर को देखा और बाद में कपड़े पहना दिये, उन महिलाओं का कहना था कि उन दरिंदों ने एडवर्ड के घर की महिलाओं के शरीर बुरी तरह से नोच दिया है अपने नाखूनों से... देख कर साफ़ लग रहा था कि ऐसा केवल हवस के भूखे भेड़िये ही कर सकते हैं, मेरा तो खून खौल रहा है क्यूँकि ये सब कुछ मेरे गाँव में हुआ है ", एक अनजान शख्स ने भीड़ में खड़े बाकी के लोगों से कहा।
" हो सकता है कि जो तुम कह रहे हो बिलकुल सत्य हो, ये अपराध एक से अधिक लोगों ने मिलकर किया हो लेकिन क्या ऐसा कोई भी नहीं है जो उन अपराधियों के बारे कुछ भी जानता हो या उन्हें देखा हो ", गाँव के प्रधान रिचर्ड ने भीड़ की ओर देखते हुए पूछा।
"कल रात को मैंने उन्हें देखा... रात क्या लगभग सुबह हो ही चुकी थी, मैं सुबह करीब तीन बजे जोंस के यहाँ जा रहा था... वह मेले में अपना व्यापार बढ़ाने गए हैं और उनके बूढ़े पिता का ख्याल मुझे ही रखना पड़ता है, वे रोज़ाना सुबह चार बजे जाग जाते हैं तथा भूलने की बीमारी होने के कारण कुछ भी कर पाने में असमर्थ हैं इसलिए आज सुबह मैं उनके घर जा रहा था तो मेरी नज़र अचानक उन्ही दो युवकों पर पड़ी जो कुछ दिनों पहले ही यहाँ आए थे और पैट्रिक के बार में उनका अक्सर आना जाना हुआ करता था... उन दोनों ने पीठ पर काफ़ी वज़न लाद रखा था, पहले तो मुझे लगा कि गाँव में कोई काम रहा होगा लेकिन रौशनी हो जाने पर जब मिसेस पास्कल ने सभी गाँव वालों को चीखते हुए इस हत्याकांड के बारे में बताया तो सारा माज़रा समझ में आया ", एक नौजवान लड़के ने गाँव के प्रधान को सुबह हुए हादसे के अभियुक्तों की जानकारी देते हुए कहा।
" क्या तुम्हें पक्का यकीन है तुमने उन को देखा था...जहाँ तक मुझे ध्यान है वे दो नहीं बल्कि एक ही शख्स था और उससे मेरी एक बार बात भी हुई थी, वह अपना व्यापार बढ़ाने के लिए पास के शहर में चल रहे मेले का निरीक्षण करने आया था... यही नहीं मैंने उससे रुकने की जगह के बारे में भी जानकारी ली थी ", उस नवयुवक की बात सुनकर बार का मालिक पैट्रिक भीड़ से निकलकर गाँव के प्रधान के सामने आ कर उस नव युवक की ओर देख कर पूछता है।
" ये भी तो हो सकता है कि वे दोनों पहले से ही योजना बनाकर आए हों और यहाँ आकर अलग हो गए हों... तुम्हारे बार में भी उनमें से एक ही शख्स आया हो जिससे तुम्हारी मुलाकात हुई हो लेकिन उसने अपने साथी की जानकारी छुपा कर रखी हो... ये भी हो सकता है कि दूसरे वाले ने भी ऐसा ही किया हो जिससे वे हमारी नज़रों से बचने में कामयाब हो गए ", गाँव के प्रधान रिचर्ड ने बार के मालिक पैट्रिक को समझाते हुए कहा।
" मैं आपसे सहमत हूँ लेकिन अभी हम सबको आगे क्या करना है ये सोचने की जरूरत है... हो सकता है कि हमारे इसी गाँव का कोई शख्स उनसे मिला हो, वे दोनों जिस घर में रुके थे हो सकता है कि उनका मकान मालिक इस हत्याकांड में शामिल हो... ऐसे में हम इस बात को हल्के में नहीं ले सकते हैं, उनमें से एक शायद जॉर्ज के घर रुका था", पैट्रिक ने गाँव के प्रधान रिचर्ड की ओर देखते हुए कहा।
" नहीं मेरे यहाँ ऐसा कोई शख्स नहीं रुका है... मेरे मेहमान अब भी मेरे घर पर रुके हैं और अब तक तो इस अपराध को करने वाला अपराधी कबका निकल चुका होगा...अब तक तो वह हमारी पकड़ से काफ़ी दूर निकल गया होगा और जैसा कि इस नौजवान लड़के ने बताया है कि उनकी पीठ पर वज़न दार सामान था... तो ऐसे में लूट डालकर कौन सा चोर रुकता है, मेरा ख्याल है कि पैट्रिक को कोई गलत फहमी हुई है ", वहीं पास खड़े जॉर्ज ने पैट्रिक की बात का खंडन करते हुए कहा।
" तो और कोई शख्स जो यहाँ खड़ा है क्या उनमें से किसी के यहाँ वे दोनों रुके थे या उनमें से कोई एक रुका हो",रिचर्ड ने अपनी सूझबूझ दिखाते हुए पास ही खड़े सभी गाँव के लोगों से पूछा, जवाब आने तक वह कुछ देर के लिए यूँ ही ख़ामोश खड़ा रहा पर किसी की तरफ़ से हाँ में जवाब नहीं मिला। रिचर्ड सारा माजरा समझ गया, अब केवल एक ही घर बचा था और वह घर गाँव से थोड़ी दूर नदी के किनारे था और वह घर किसी दूसरे का नहीं बल्कि उसी मनहूस कुबड़े ओलिवर का था । रिचर्ड ने वहां खड़े कुछ लोगों के कान में फुसफुसा कर ये जानकारी उन्हें दी, कुछ देर के लिए फ़िर से सभी खामोश हो गए और मन में उसी कुबड़े ओलिवर के बारे में विचार करने लगे, वे सभी यही सोच रहे थे कि क्या ओलिवर से इसके बारे में पूछना सही रहेगा या नहीं... कहीं ऐसा न हो उसकी मनहूसियत उनके पीछे पड़ जाए लेकिन अब की बार हालात के आगे सारे मजबूर हो गए क्यूँकि उनके अन्दर क्रोध जन्म ले चुका था... एक तो ओलिवर को सब ऐसे ही मनहूस मानते थे ऊपर से गाँव में हुए हत्याकांड के आरोपियों के उसके घर में रुकने का शक़, अब तो सभी गाँव के मर्दों का गुस्सा और बढ़ गया... उन सभी ने हाथों में हत्यार उठाया और ओलिवर के घर की ओर बढ़ने लगे। देख कर ऐसा लग रहा था कि मानो आज उस कुबड़े की ख़ैर नहीं, सब उसे जान से मार देना चाहते थे।
To be continued...
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