Download App
81.48% Hindi sayri / Chapter 22: ज़ंजीर

Chapter 22: ज़ंजीर

हमारी कोशिशें तो पूरी थी मगर ना जाने क्यू ख्वाहिशे #अधूरी थी,

जिंदगी में खुश रहने के लिए कुछ गलतफ़हमी भी #जरूरी थी,

जिंदगी तो हम जी रहे हैं, मगर दो वक़्त की रोटी भी जेसे #मज़बूरी थी

अपने तो साथ ही थे, मगर ना जाने क्यू अपनो के साथ एक अजीब सी #दूरी थी,

अपने तो हम से रूठ चुके थे, अपनों को मनाने के लिए कुछ

साज़िशें भी #जरूरी थी,

दूनिया को दिखाने के लिए तो हम बेफिकरे  थे, मगर  हाथो मे जंजीरें थी या यू कहो कि #लाचारी थी.

अब बहुत हुआ, बहुत गुट गुट के जी लिया गेरो की खातिर बहुत जहर पी लिया,

अपना हुनर पहचान गया था, अपने अंदर अजब सा पहलवान आ गया था,

हाथो की ज़ंजीर को तोड़ कर, अपनी या यू कहो अपनों की ख्वाहिश पुरी करने की अब मेरी #बारी थी.

Instagram

rocky_christian80


Load failed, please RETRY

Weekly Power Status

Rank -- Power Ranking
Stone -- Power stone

Batch unlock chapters

Table of Contents

Display Options

Background

Font

Size

Chapter comments

Write a review Reading Status: C22
Fail to post. Please try again
  • Writing Quality
  • Stability of Updates
  • Story Development
  • Character Design
  • World Background

The total score 0.0

Review posted successfully! Read more reviews
Vote with Power Stone
Rank NO.-- Power Ranking
Stone -- Power Stone
Report inappropriate content
error Tip

Report abuse

Paragraph comments

Login