"गू मोहन, मुझे जाने दो!" टैंग मोर ने फिर से कहा और अपना सिर दूर कर दिया। वो उसे अब अपने आप को और चूमने नहीं देगी।
हालाँकि, वह उससे कहीं ज़्यादा बलवान था। उसने अपनी मजबूत बाहों की मदद से उसकी कमर को पकड़े रखा था और वह हिल भी नहीं पा रही थी। वो जितना ज़्यादा विरोध कर रही थी वो उसे उतनी ज़ोर से पकड़ रहा था। माहौल और अधिक गर्म होता जा रहा था और वो उसे पीछे करने की कोशिश कर रही थी।
तड़ाक ! उसने उसके बट पर थप्पड़ मारा और एक खतरनाक जानवर की तरह उसके पास आ गया, और उसे धमकी देते हुए बोला, "छोटी छोड़ी हुई पत्नी, बेहतर होगा तुम इधर - उधर हिलना बंद कर दो!"
टैंग मोर को एहसास हो गया कि वह एक मुश्किल हालत में फंस चुकी है।
वह शरमा गई और उसकी छाती पर मारते हुए उसने उसे डांँटा, "तुम्हें मेरे बट को मारने की इजाज़त नहीं है, और ना ही, मैं छोटी छोड़ी हुई पत्नी हूँ!"
छोटी छोड़ी हुई पत्नी, छोटी छोड़ी हुई पत्नी। खास नाम से बुलाने की मानो उसकी आदत बन गई थी और वो अंजाने में ही उसके मुँह से निकल रहा था।
तड़ाक ! अपनी लंबी और पतली उंगलियों के साथ उसका चेहरा पकड़े हुए उसने उसके बट को फिर से थप्पड़ मारा। उसने अपना मन बदल दिया और लड़खड़ाया, मानो अपने शब्दों को परख रहा हो, "छोटी ... चीज़।"
"…"
वह उसे एक छोटी छोड़ी हुई पत्नी नहीं बुलाएगा, बल्कि अब एक छोटी सी चीज़ कह कर बुलाएगा?
उसकी पिछली बातों के साथ, टैंग मोर को याद आया कि उसने उसकी बी कप छाती के बारे में भी बोला था जिससे वो असहज गई। उसने पूछा, "मेरी छाती छोटी कैसे है?"
गू मोहन ने अपनी भौंहे उठाईं और उसकी संकीर्ण आँखें अभी भी चुलबुली थी और उसे चिढ़ा रही थीं। उसने उसके लाल होंठ को फिर से चूमा।
उसकी लंबी जीभ उसके मुंँह के अंदर तक चली गई और और उसके मुँह में एक एक्सपर्ट के जैसे घूमी, जिससे कि उसकी सांँस ही रुक गई। वो उसकी छोटी जीभ के साथ इंटरलॉक हो गई थी। उसे लगा जैसे वह धरती पर सबसे स्वादिष्ट मिठाई खा रहा है।
टैंग मोर भूल गई कि उसने उसे अस्वीकार करना था, उसका शरीर नरम हो गया और लड़खड़ा रहा था और उसे लगा कि वो उसमें पिघलती जा रही है। अपने अहंकार के बावजूद, वह झूठ नहीं बोल रहा था। उसके चूमने कि काबलियत अविश्वसनीय थी, वह उस पर हावी होने के साथ-साथ उस के साथ कोमलता से भी बर्ताव कर रहा था। उसका चेहरा सिर्फ अपने चुंबन की आवाज़ सुनने से ही सुर्ख लाल हो गया।
उसने अपनी आँखें और बड़ी करने की कोशिश की, लेकिन वे किसी छोटे हिरण की तरह पानी-पानी और धुँधली थीं, जो कि हेडलाइट्स के सामने था। वह अगले ही पल जमीन पर लुड़क गई।
गू मोहन ने जल्दी से उसके कूल्हों को पकड़ लिया और उसके शर्मीले चेहरे को देखा। वह धीरे से बुदबुदाया, "छोटी सी चीज़, जब तुम अगली बार किसी को चूम रही हो तो अपनी आँखें बंद करना याद रखना।" उसे यह पता ही नहीं चला कि जब वह अपनी आँखें पूरी खोल रखी थीं तो वह उसे पागल कर रही थीं। वह उसे निगल जाना चाहता था।
टैंग मोर उठी , उसके होंठ सुन्न थे और उसने उसे पूरे शरीर में कंपकंपी के साथ एक हल्की-सी चुभन के साथ छोड़ दिया। अरे पर, उसे वास्तव में उसके चुंबन से नफरत नहीं हुई।
इसके उलट, बल्कि उसे मजा आया। उसने अपने अंदर की विद्रोही भावनओं को कोसा।
"मिस्टर गू, तुमने कितनी महिलाओं को पहले चूमा है? तुम्हारे चूमने की कला इतनी बुरी क्यों है!" टैंग मोर ने उसके सूजे हुए होंठ को फुलाया और उसे घूर कर देखा।
"अगर मैं कहूँ कि तुम वो पहली महिला हो जिसे मैंने कभी चूमा है, तो तुम्हें अपने आप पर गर्व होगा?"
वह कह रहा था कि वह उसने अपना पहला चुंबन उसे दिया था?
टैंग मोर यह विश्वास नहीं कर सकती थी।
"हम्म, झूठे!" टैंग मोर ने उसे जबरदस्ती दूर धकेल दिया और उसके जलते हुए चेहरे को छूते हुए वहाँ से भाग गई।
…
इसके आगे कॉरीडोर में, सू ज़ेह और हेन ज़ियाओवान भी अपने गर्म सहवास से फारिग हो चुके थे। सेट पर लौटने से पहले उन्होंने अपने कपड़े ठीक ठाक किए।
सेट पर वापस आते हुए वो फू किंगलन और हुओ बाईचेन से मिले। सू ज़ेह अचानक रुक गया, उसे यहाँ दो लोगों से मिलने की उम्मीद नहीं थी। उसने अपना सिर झुकाते हुए उनका अभिनंदन किया, यंग मास्टर फू, यंग मास्टर हुओ, क्या संयोग है।"
"यंग मास्टर सू, काफी देर हो चुकी है। क्या यह महिला तुम्हारी प्रेमिका है?"
हेन ज़ियाओवान कारघालिक के चार सबसे संपन्न और प्रभावशाली परिवारों के बारे में अच्छी तरह से जानती थी। ऐसा लग रहा था कि पूरा आकाश आज उसकी तरफ देख कर मुस्कुरा रहा है। जब उसे यह एहसास हुआ कि वह इन दो अमीर उत्तराधिकारियों से मिलने लायक भाग्यशाली थी, तो उसने उन्हें एक प्यारी-सी मुस्कान दी, और उन्हें शुभकामनाएंँ देती हुई बोली, "हैलो यंग मास्टर फू और यंग मास्टर हुओ। मुझे आपसे मिलकर अच्छा लगा, मेरा नाम हेन ज़ियाओवान है। आप मुझे ज़ियाओवान बुला सकते हैं।"