निंग क्षी जल्दी जल्दी मे अपनी बाइक पर आई थी, इसीलिए कपड़े बदलने का मौका नहीं मिला| स्किन टाइट पैंट के ऊपर लेदर का टॉप पहने बाइक से उतरते ही उसने अपना हेलमेट निकाला तो उसके लंबे खुबसूरत बाल एक झरने की तरह एक-एक करके कंधो पे गिरने लगे| खुले बालो में निंग क्षी इतनी ज्यादा खूबसूरत लग रही थी कि नज़र नहीं हट रही थीं। जींगली ने निंग क्षी को देखा तो बस देखते ही रह गया ।
"लू जिंगली, तुम्हें क्या लगा तुम ये सब करके बच जाओगे? मैं तुम्हें पकड़ नहीं पाऊँगा? लू टिंग कमरे में एक कोने में लिटिल को पकड़कर खड़ा था और लिटिल अपने आपको छुड़ाने के लिए हाथ पैर मार रहा था|"
"अरे! ये क्या कर रहे है आप?" निंग क्षी ने जाकर लिटिल को पकड़ लिया|
लिटिल ने अपनी गर्दन को उठाकर देखा कि कौन आया, निंग क्षी को देख वह कुछ नर्म पड़ गया और घबराकर निंग क्षी को दोनों हाथों से बाँहों मे भर लिया । मासूम से बच्चे को इतना डरा देख निंग क्षी का दिल पिघल गया।
उसने बिना कुछ सोचे समझे कहा "मिस्टर लू, मेरा आपके परिवार से कोई संबंध नहीं है, न मुझे हक है यह बोलने का, फिर भी मैं एक बात बोलना चाहूँगी कि आप जो कर रहे है बच्चे के साथ ठीक नहीं कर रहे है । इतने छोटे बच्चो को प्यार ओर दुलार की जरूरत होती है, खासकर लिटिल की जो हालत है उसमे उसे ओर ज्यादा प्यार की जरूरत है। एक तो बिन माँ का बच्चा है, ठीक से बोल नहीं पाता, उसके मन को समझने के बजाए आप उसे डरा रहे हो? और तो और उसे मारने के लिए हाथ तक उठाया आपने? बहुत गलत है यह सब|"
"निंग क्षी, मुझे माफ कर दो, मुझसे गलती हो गयी।" लू टिंग तुरंत बोला।
यह सुनकर वहाँ खड़ा लू जींगली सोचने लगा, "जब यही बात मैंने कह़ी थी थोड़ी देर पहले तो मुझे तो दुत्कार दिया था कि मुझे मत सिखाओ और अब देखो कैसे चुपचाप माफ़ी मांग रहा हो।
लिटिल शांत होकर निंग की बाँहों में दुबक कर बैठ गया। निंग क्षी उसे गोदी मे उठा सोफ़े पर जाकर बैठ गई ओर लू जींगली से पूछा, क्या हुआ था? सुबह तो सब ठीक था ।
लू जींगली निंग क्षी को बताया कि खाना खाकर लिटिल सो गया था पर अचानक उठकर आया ओर उससे मिलने या फोन पर बात करने की जिद करने लगा| भाई ने मना कर दिया क्योंकि हम इतनी रात में उसे परेशान नहीं करना चाहते थे पर लिटिल माना नहीं ओर जिद करने लगा| लिविंग रूम का सामान यहा वहाँ फेकने लगा| उसे ऐसा करने से रोकने के लिए भाई का उससे जो झगड़ा हुआ वह तो उसने देखा ही।
"तो ये सब सिर्फ इसलिए क्योंकि लिटिल मुझसे बात करना चाहता था?" अविश्वास से निंग क्षी ने पूछा|
हाँ ! उसे जवाब मिला!
निंग क्षी को लू टिंग ने बताया था कि लिटिल उस पर काफी विश्वास करने लगा है पर उसने यह सोचा नहीं था कि उसका लिटिल पर इतना प्रभाव पडा था।
निंग क्षी के चेहरे के भाव देखकर लू जींगली ने कहा, "तुम्हें इस चीज़ का अंदाजा नहीं है कि लिटिल भावनात्मक रूप से तुमसे कितना ज्यादा जुड गया है। उस दिन तुम जब बार के स्टोर रूम में बेहोश पड़ी हुई थी तब लिटिल ने किसी को भी तुम्हें हाथ तक लगाने नहीं दिया था, तब भाई को खुद तुम्हें गोदी मे उठा के अस्पताल ले जाना पड़ा था," जींगली उसे पुरानी बातें बताने लगा ।
निंग क्षी सोचने लगी, "मिस्टर लू टिंग खुद गोदी में उठाकर मुझे अस्पताल लाये थे? बाप रे! यकीन नहीं होता।"
जींगली ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, "इतना ही नहीं, अस्पताल से तुम्हारे जाने के बाद जब लिटिल सोकर उठा और तुम्हें नहीं पाया तो मेंने उसे बताया कि निंग क्षी चली गयी तो उसे लगा तुम हमेशा के लिए दुनिया छोड़ के चली गयी, मर गयी, तो इतना रोया, खिड़की से कूदने वाला था, तब भाई ने उसे तुम्हारा लिखा नोट पढ़ाया| फिर जाकर शांत हुआ ओर घर आया। कल भी तुमसे मिलने की जिद के पीछे खाना पीना छोड़ दिया था और आज जब तुम्हार फोन आया ओर तुमने कहा कि थोड़ा अच्छे से खाना खाना तो कुछ ज्यादा ही खाना खा गया। इसलिए आज भूख हड़ताल वाली धमकी नहीं चल सकी, तो आज ये सब सामान फेंककर अपनी ज़िद मनवाने में लगा हुआ था।"
निंग क्षी ने सोचा "मैंने कहा खाना ज्यादा खाओ इसलिए ज्यादा खाया ओर ये सब हुआ ? मतलब यहा भी मैं ही जिम्मेदार?"