एक कोने मे खड़ा घर का सबसे पुराना नौकर यह सब कुछ देख रहा था| उसे लगा था अन्य लड़कियों की तरह निंग क्षी अपनी पूरी ताकत लगा देगी लिटिल का मन जीतने के लिए, पर यहाँ ऐसा कुछ नहीं था| उल्टा निंग क्षी पूरा समय अपनी स्क्रिप्ट पढ़ने में लगी थी। वहीं लिटिल हमेशा की तरह अपनी किताब पढ़ रहा था या चित्रकारी कर रहा था| बीच-बीच में कभी-कभी नज़र उठाकर निंग क्षी की तरफ देखता था और जितनी बार निंग क्षी को देखता उतनी बार उसकी आँखें खुशी से चमक उठती थीं।
अक्सर खूबसूरत औरतें लोगो को सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि इनका मकसद इनके चहरे की तरह साफ ओर खूबसूरत है या नहीं| खूबसूरती की चकाचौंध मे आदमी अंधा हो ही जाता है, वह नहीं चाहता कि उसके बड़े मालिक लू टिंग के साथ कोई धोखा हो।
उसका डर निरर्थक साबित हो रहा था| निंग क्षी की नीयत में कोई खोट नहीं दिख रहा था| जहाँ शहर भर की औरतें लिटिल को बहला-फुसलाकर उसकी सौतेली माँ बनने की साजिशें रचती फिरती हैं, निंगक्षी यहाँ वाकई बच्चे की देखभाल ही कर रही थी।
पर दो साल पहले जो कुछ हुआ और उसका लिटिल पर जो असर हुआ...कैसे भुला दे वह सब? यहाँ हर कोई निंग क्षी पर विश्वास कर बैठा था...छोटे मालिक, बड़े मालिक, खुद लिटिल ट्रैजर पर वह ऐसा नहीं कर सकता| उसे इस निंग क्षी पर नज़र रखनी ही होगी।
दो घंटे बीत जाने के बाद निंग क्षि ने अपनी स्क्रिप्ट जो कि वो पूरी पढ़ चुकी थी को एक तरफ रखकर लिटिल की तरफ देखा| लिटिल ने उसे अपनी चित्रकारी दिखायी, जिसे देखकर उसके मुँह से निकल पडा, "वाह ! क्या चित्र बनाया है लिटिल, यह तो मेरा चित्र हैं|"
ये चित्र फोविज्म का बेहतर नमूना था, फाव के कलाकार चित्र बनाने के लिए चटकीले-भड़कीले रंगों का उपयोग करते थे| छोटे से बच्चे के इस हुनर से अंजान निंग क्षी अपनी इतनी खूबसूरत तस्वीर देख आश्चर्य चकित रह गई थी। चित्र में दिख रही लड़की निंग क्षी से दिखने में थोड़ी अलग ही थी, पर कोई भी देखकर बोल सकता था कि यह निंग क्षी ही है।
"यह बहुत ही सुंदर है, मैं इसका फोटो मोबाइल से लेकर इसे अपना पेपर बनाऊँगी|" वह यह सब बच्चे का दिल रखने के लिए नहीं कह रही थी, उसको वाकई यह तस्वीर बहुत ही पसंद आई थी।
लिटिल ट्रैजर अपनी इतनी तारीफ सुनकर शर्मा रहा था|
निंग क्षी ने लिटिल से पूछा, " क्या ये तुम मुझे दे रहे हो?"
लिटिल ने हाँ में सिर हिला दिया|
थैंक यू ! निंग क्षि ने लिटिल ट्रैजर को प्यार से गले लगा लिया और गाल पर हौले से चूम लिया।
लिटिल जो कि पहले से ही शर्मा रहा था अब एकदम अवाक सा खड़ा रह गया, तभी निंग क्षी को कमरे में किसी के आने की आहट सुनाई पडी| उसने पलटकर देखा, तो लू टिंग था ।
लू टिंग हौले-हौले सीढ़ियों से उतर रहा था, घर के साधारण कपड़े पहने हुए था, बाल बिखरे हुए था| ऐसा लगता था कि अभी अभी सोकर उठा था।
लू टिंग को हमेशा उसने सूट-बूट में देखा था, जिसमें वह हमेशा बहुत ही ज्यादा आकर्षक दिखता था पर उसका घर के कपड़ों का यह रूप उसके हमेशा के रूप से एकदम अलग था| इसमें वह और भी ज्यादा सेक्सी लग रहा था। उसके इस रूप ने निंग क्षी को मोहित कर दिया था। वह तो बस खो सी गई थी। फिर संभलकर बोली, " मिस्टर लू टिंग आज आप ऑफिस नहीं गए? आज तो सोमवार है?"
"हाँ, आज मैंने छुट्टी ली है।" लू टिंग ने सुस्ताते हुए जवाब दिया ।
निंग क्षी ने सोचा, "लू टिंग ने अभी कुछ समय पहले ही इतनी बड़ी डील साइन की थी जिसके लिए निश्चित ही उसने काफी मेहनत की होगी तो थोड़ा आराम करना तो बनता है। हम्म तो मिस्टर लू भी देर तक सोना पसंद करते है आखिर।चलो कुछ पसंद तो मिलती है हमारी।"