इंसान को अपनी इंसानियत कभी भूलनी नहीं चाहिए, क्योंकि ये शरीर माटी का पुतला है, कब रहे और कब फूट जाए, इसलिए संसार में जब तक रहो अच्छे कार्य करते रहो |