अब आगे
ऐसे ही दिन बीत रहे थे श्रद्धा ने अब सिद्धांर्थ क़ो ध्यान देना बिलकुल बंद कर दिया था या तो अपनी माँ से मिलने हॉस्पिटल जाती या फिर घंटो अपने रूम में बैठी रहती, आज एक घर में रहते हुए भी सिद्धांर्थ और श्रद्धा क़ो एक दूसरे क़ो देखे हुए 15 दिन हो चुके थे। इन दिनों सिद्धांर्थ बहुत परेशान था, अभी तक उसे सिग्मा जे कम्पनी की कोई डिटेल नहीं मिली थी, वो कम्पनी बस 6 सालो से मर्केट में आयी थी लेकिन अभी तक सिर्फ उसके प्रोडक्ट और उस कम्पनी का असिस्टेंट ही लोगो के सामने आया था।
उस कम्पनी का ceo कौन है और शेयर होल्डर कौन है किसी क़ो पता नहीं था, सिद्धार्थ के बार बार पता लगाने पर भी कुछ नहीं पता चाल पाया था इस वजह से वो बहुत झुंझलाया हुआ था, तभी उसके केबिन में एक आदमी आता है जिसका नाम विक्की था, विक्की वही आदमी है जिसे सिद्धांर्थ ने सिग्मा कम्पनी की डिटेल के लिए भेजा था, विक्की क़ो देख कर सिद्धांर्थ पूछता है तो वो कहता है।
सर उस कम्पनी के बारे में तो पता नहीं चला लेकिन एक लीड मिली है और वो आपकी वाइफ से रीलेटेड है, श्रद्धा का नाम सुन सिद्धांर्थ सचेत हो जाता है, विक्की कहता है सर आपसे शादी से पहले मैडम क़ो उस कम्पनी में रोज आते जाते देखा गया था वो रोज वहा जाती थी, जैसे वो वहा काम करती हो, और आपकी शादी के बाद भी कभी कभी वो जाती थी लेकिन सबसे अचम्भे की बात ये है की वहा का कोई भी वर्कर मैडम क़ो नहीं पहचानता ना किसी ने उन्हें देखा है आज तक वहा।
इतना बोल विक्की छुप हो जाता है, सिद्धांर्थ के लिए सिग्मा कम्पनी और उसका श्रद्धा के साथ रिलेशन एक पहेली बनते जा रहा था, वो डायरेक्ट श्रद्धा से भी नहीं पूछ सकता था इस बारे में, उसका सर फटे जा रहा था, तभी उसका फोन बजता है, जैसे ही वो कॉल रिसीव करता है सामने वाले की बात सुन कर वो जल्दी से ऑफिस से भागता है, लगभग 20 मिनट में वो हॉस्पिटल में आता है, वो एक वार्ड के तरफ जाकर जैसे ही दरवाजा खोलता है तो देखता है की सामने बेड पर श्रद्धा लेटी है, वो इस समय बेहोश है लेकिन उसके पास बैठे शक्श क़ो देख कर सिद्धांर्थ के मुँह से निकलता है, करणवीर सिघानिया......
वहां पर करणवीर सिंघानिया को देखकर सिद्धार्थ के होश उड़ जाते हैं वह जल्दी से वोट के अंदर आता है और देखता है कि श्रद्धा के सिर पर चोट लगी हुई है, उसके हाथों पर और गले के पास कुछ खरगोश के निशान है, उसके होंठ के पास भी लाल निशान है जैसे किसी ने उसे थप्पड़ मारा हो।
श्रद्धा को ऐसी हालत में देखकर सिद्धार्थ परेशान हो जाता है। वह जल्दी से अंदर आता है श्रद्धा कैसे पर हाथ फेरने लगता है वह करणवीर सिंघानिया को देखकर कहता है तुम यहां क्या कर रहे हो। उसकी बात पर करणवीर सिंघानिया उसे देखकर कहता है ऐसे रिएक्ट मत कर इसे तुम मुझे जानते ही नहीं हो हम अच्छे दोस्त हैं।
उसके बाद पर सिद्धार्थ करता है मुझे याद है हम अच्छे दोस्त हैं लेकिन...... लेकिन क्या सिद्धार्थ करणवीर ने कहा, लेकिन तुम तो विदेश चले गए थे ना। उसकी बात पर करणवीर ने स्माइल करके कहा हां विदेश में जिस काम के लिए गया था वह तो हो गया इसलिए मैं वापस आ गया अब मैं यहीं रहूंगा।
उसकी बात पर सिद्धार्थ से पूछता है तुम्हें श्रद्धा कहां से मिली, करणवीर उसकी तरफ देखकर कहता है क्या तुम इसे जानते हो इसका नाम श्रद्धा है। सिद्धार्थ हां में सर हिलता हैं फिर बोलता सी इस माय वाइफ, श्रद्धा सिद्धार्थ ओबेरॉय।
करणवीर कहता है मैं अचानक से आ गया और मेरे विला की सफाई पूरी नहीं हुई है इसलिए मैं कुछ दिन के लिए होटल में रहने चला गया था, मैं आज वहां से निकल ही रहा था कि मुझे कमरे से किसी के चिकने चिल्लाने की आवाज है जब मैं गया तो उसे कमरे में इसके साथ कुछ लोग जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहे थे इसी साथ किस तरह का ड्रग्स भी दिया गया है, मुझे कुछ गलत होने को लगा तो मैं इसे यहां लेकर चला आया। बट यू डॉन'टी वरी इसे एंटीडोट दिया जा चुका है अब खतरे से बाहर है बस बेहोश है जैसे होश में आएगी डॉक्टर इसके एग्जैक्ट कंडीशन बता देंगे, एक्चुअली ड्रग्स बहुत ज्यादा हाई पावर का था।
लेकिन मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि तुम्हारी वाइफ होटल में क्या कर रही थी और वह लोग कौन थे जो इसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहे थे।
उसकी बातें सिद्धार्थ कहता है हमारे बीच कुछ दिन से कुछ ठीक नहीं चल रहा है, यह मुझे किसी बात पर नाराज है इसलिए मुझसे बात नहीं कर रही थी वहां पर क्यों गई है वह इसकी होश में आने पर पता करने की कोशिश करूंगा। लेकिन तुम्हें यह किसने बताया कि तुम्हारी वाइफ क्या है करणवीर ने पूछा।
मुझे यहां के एक डॉक्टर ने फोन किया वह इसे पहचानते थे इसलिए उन्होंने मुझे फोन करके बता दिया।
सिद्धार्थ करणवीर के गले लगाता है और उसे थैंक्स कहता है उसे श्रद्धा का ख्याल रखना को क्या-क्या करणवीर विवाह से चला जाता है। उसके जाने के बाद सिद्धार्थ श्रद्धा के पास बैठ जाता है और उसके सर को सहलाने लगता है।
लगभग 2 घंटे बाद श्रद्धा को होश आता है सिद्धार्थ तब तक वहीं बैठा हुआ था, श्रद्धा ने जब आंखें खोली तो अपने सामने सिद्धार्थ को देखकर उसने अपनी नजरे उससे फ़ेऱ लेती है, सिद्धार्थ को उसकी यह बेरुखी बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती है उसके दिल में उसे कुछ टूटता हुआ महसूस होता है।
वह श्रद्धा के हाथों को पकड़ने के लिए अपने हाथ आगे बढ़ता है लेकिन श्रद्धा अपने हाथ हटा लेती है रहती है तुम्हें यहां नहीं होना चाहिए तुम यहां से जा सकते हो, सिद्धार्थ कुछ कहने वाला होता है कि तभी उसे कमरे में सोनम आ जाती है।
सोनम जब अपने सामने सिद्धार्थ को देखती हैं तो वह गुस्से से भर जाती है और वह कहती है तुम्हारा मन नहीं भरता है मेरी फ्रेंड को हर्ट करके, क्यों तुम बार-बार उसे हर्ट करना चाहते हो, आखिर क्या लोगे तुम उसकी जिंदगी से जाने का क्यों नहीं उसे सुकून से जीने देने देते हो।
सिद्धार्थ उसे इग्नोर करके श्रद्धा की ओर देखकर कहता है तुम उसे होटल में क्यों गई थी। सिद्धार्थ ने इतना कहा ही था कि सोनम जोर जोर से तालियां बजाने लगती है और कहती क्या बात है मिस्टर ओबरॉय आपको तो एक्टिंग लाइन में होना चाहिए था कितनी अच्छी एक्टिंग करते हैं ना आप एक तो मैं फ्रेंड के साथ......
उसने इतना कहा ही था कि उसे श्रद्धा की आवाज आती है सोनम प्लीज कुछ मत को मुझे लेकर चलो मुझे घर जाना है। उसके बाद तो सिद्धार्थ करता है मैं तुम्हें घर ले जाने नहीं आया हूं चलो मेरे साथ। श्रद्धा उसकी तरफ देखकर कहती है वह मेरा घर नहीं है अब मैं उस घर में कभी नहीं आऊंगी, और तुम क्यों मुझे उसे घर में ले जाना चाहते हो क्यों चाहते हो कि मैं तुम्हारे और तुम्हारी माया के बीच में कबाब में हड्डी बनू।
कबाब में हड्डी मेरे और माया के बीच में तुम क्या बोल रही हो, तुमने क्या मैं सोच समझ शक्ति खत्म कर दी है। ओ प्लीज सिद्धार्थ तुम इतना क्यों बनते हो क्या हमें नहीं पता कि उसे घर में माया भी तुम्हारे साथ रहती है तुम क्यों श्रद्धा को उसे घर में लेकर जाना चाहते हो सोनम ने गुस्से से कहा।
तुम दोनों से किसने कह दिया की माया उसे घर में मेरे साथ रह रही है, झूठ बोलने से कुछ भी नहीं होने वाला हम ही नहीं पूरा शहर जानता है कि वह माया तुम्हारे साथ उस घर में रहती है तो क्यों झूठ बोल रहे हो।
उसके बात पर सिद्धार्थ गुस्से से सोनम की ओर देख कर कहता है तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है क्या बाके जा रही हो तुम कुछ होश भी है तुम्हें।
उसकी बात पर सोनम अपने फोन में कुछ फोटोस निकाल कर दिखाती है और कहती है अब यह बोल दो कि यह सारी फोटोस भी झूठी है।
सिद्धार्थ अपनी आंखें बड़ी किए हैरानी से उन फोटोस को देख रहा था जिनमें माया उसके विला के कई हिस्सों में बैठकर फोटो निकलवाई थी और उसके सोफे पर भी किसी रानी की तरह बैठकर फोटो निकलवाई थी और कैप्शन में लिखा हुआ था माय न्यू हाउस। जिस सोफे पर बैठकर माया ने वह फोटो पोस्ट की थी वह सोफा श्रद्धा का फेवरेट था श्रद्धा ने उसे बहुत ही प्यार से खरीदा था और उसे पर सिर्फ वही बैठी थी सिद्धार्थ भी कभी गलती से उसे पर नहीं बैठता था उसे पता था कि वह सोफा श्रद्धा की पसंद का है उसे अपनी चीज किसी के साथ भी शेयर करना पसंद है यह बस सिद्धार्थ अच्छे से जानता था। इसलिए उसे आप समझ में आ रहा था कि शायद माया के इस हरकत की वजह से श्रद्धा और ज्यादा नाराज हो गई है।
वह अब यह भी समझ चुका था कि वह कुछ भी श्रद्धा को समझाएगा तो वह नहीं समझेगी क्योंकि माया ने सब खराब कर दिया था। उसे माया पर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था उसका दिल कर रहा था कि वह जाए और माया का दो-तीन थप्पड़ लगा दे। लेकिन अपनी मजबूरी में मजबूर होकर वह ऐसा नहीं कर सकता था।
उसकी मजबूरी थी माया की हर जाएज़ नाजायज ख्वाहिश को पूरा करना अगर उसने उसे नाराज कर दिया या उसके खिलाफ कुछ कर दिया तो उसके लिए बहुत बड़ी मुसीबत हो सकती है। और वह यह भी बहुत अच्छे से जानता था कि उसकी इस मजबूरी का माया बहुत अच्छे से फायदा उठाती है और उसी के इन हरकतों की वजह से उसके श्रद्धा के बीच में यह गलतफहमियां आ गई हैं मैं बचा कर भी दूर नहीं कर सकता और ना ही श्रद्धा को बता सकता है। वह विश्वास भी तो नहीं करेगी उसकी बातों पर।
To be continued.......