नौकर की गतिविधि थोड़ी देर के लिए रूक गई, एक नियंत्रित रोबोट की तरह। वह देख सकता था कि उस समय, गु यूशेंग पहले से कहीं ज्यादा गुस्से में था। उसे किन जहीए के लिए चिंता होने लगी थी और अपने सभी साहस के साथ, सीढ़ियों पर एक लंबे ठहराव के बाद गु यूशेंग को मनाने की कोशिश की, 'मास्टर ...."
"भागो !"
सिर्फ इस एक शब्द के साथ, उससे बचने के डर से गु यूशेंग ने नौकर को सीढ़ियों से भागने के लिए कहा।
जैसे ही नौकर का दरवाजा बंद हुआ, गु यूशेंग, जो दरवाजे पर खड़ा था, अचानक से किन जहीए की ओर बढ़ा।
उसकी गति धीमी थी, कोई आवाज नहीं कर रहा था क्योंकि वह मोटे गलीचे पर चल रहा था।
गु यूशेंग में पहले से ही सामान्य दिनों में अत्यधिक उपस्थिति होती थी, फिर भी उस समय जो भय था वह लोगों को अवचेतन रूप से भागने के लिए पर्याप्त था।
किन जहीए ने डरते हुए देखा। जबकि उसने मजबूती से बदलने वाले कपड़ों को अपनी बाहों में जकड़ लिया था, वो अपने अस्थिर पैरों के साथ धीरे - धीरे पीछे हट गई।
फिर भी किन की गति की तुलना गु यूशेंग से कैसे हो सकती थी? वह केवल उसे धीरे-धीरे उसके करीब आता देख सकती थी और आखिरकार वो उसके सामने आकर खड़ा हो गया था।
इतनी नजदीकियों ने उसे ओर भी ज्यादा डरा दिया था। उसने उसको देखने की हिम्मत नहीं की। वह केवल अपना सिर लटका सकती थी क्योंकि उसकी आंखे बेतहाशा इधर - उधर देख रही थी।
वह उससे कद में बहुत छोटी थी। वह थोड़ी देर के लिए उसके सिर को घूरता रहा और अचानक बिना किसी चेतावनी के उसके बाल पकड़ लिए। जैसे ही उसने हाथ नीचे कर जोर लगाकर उसके बालों को खींचा, इससे किन जहीए को गु यूशेंग को देखने के लिए मजबूर किया।
दर्द अचानक इतना बढ़ गया कि किन जहीए अपने दर्द को सह नहीं सकी और चिल्लाई ,"यूशेंग ..."
ये शब्द सरल था, लेकिन इसने गु यूशेंग को तुरंत शांत कर दिया। उसकी पुतलियां सिकुड़ गईं, और उसके बालों पर जोर अचानक से बढ़ गया। "तुमने मुझे क्या बुलाया?"
किन जहीए का चेहरा दर्द से पीला हो गया था और वो अपने होंठों को मुश्किल से हिला पा रही थी "मास्टर ... मास्टर गु ..."
गु यूशेंग के चेहरे पर घृणा की दृष्टि नजर आई। उसने इस मुद्दे पर परेशान होने के बजाए किन के ऊपर झुक कर उसके होंठों पर चुंबन दे दिया।
वो चुंबन नहीं था। स्पष्ट कहे तो इसे काटना कहेगे।
गु यूशेंग ने उसकी भावनाओं को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। बदला लेने के मकसद से उसने किन के सख्त होंठों को खोलने की कोशिश की। उसने जिस ताकत का इस्तेमाल किया वह इतनी जोरदार थी कि कुछ ही क्षण में उसकी जीभ पर काटने से खून बह निकला। उनके बीच खून का स्वाद जल्दी फैल गया।
किन जहीए दर्द से भर गई और उसने उससे अपनी जीभ छुपाने की कोशिश की, लेकिन जितना अधिक उसने चकमा दिया, वह उतना ही और क्रोधित हो जाता, और दोनों के मुंह में खून का स्वाद बढ़ने लगता।
किन जहीए कमजोर लगने लगीं। भले ही उसकी ताकत गु यूशेंग से मेल नहीं खा सकी, फिर भी वह जमकर संघर्ष कर रही थी।
गु यूशेंग ने उसके संघर्ष को अनदेखा कर दिया। उसने उसकी जीभ को फिर से जकड़ा और पूरी ताकत से काट लिया, जब तक उसको ये महसूस नहीं हुआ कि किन जहीए का शरीर दर्द से अकड़ गया है। तब उसने उसके सूझे हुए होंठों को छोड़कर उसके कान में कुछ कहा। उसके मुंह से शब्द इतने धीरे और प्यार से बाहर आए जैसे कि वो प्रेम भरी बात कर रहा हो, लेकिन उसने जो भी कहा वो बहुत चुबने वाला था। "तुमको लगता है कि मैं सिर्फ बकवास कर रहा था जब मैंने तुमसे बात की थी?
"क्या मैंने तुमको ये नहीं बताया कि दादाजी को मेरे और तुम्हारे बीच जो कुछ हुआ था, उसके बारे में बेहतर होगा कभी पता नहीं चले।"
उसने अपनी आंखे सिकोड़ ली, "या ये था कि एक पत्नी के रूप में आपकी अनिच्छा जो खाली घर लौटती है, ने आपको इतना अधीर बना दिया है कि आप दादाजी को सूचित करने के लिए इंतजार नहीं कर सकती थी ताकि मैं फिर से आपके साथ सोने को मजबूर हो जाऊं?"