उधर एडेन वाइन बार के गेस्ट रूम का माहोल बहुत ही बहुत ही तनावपूर्ण था| बार का मालिक , मैनेजर, सिकुरिटी, अन्य स्टाफ, एक कतार में खड़े हुए थे| सभी आगे क्या होगा यह सोचकर डरे हुए थे| आखिर जो कुछ भी हुआ उसके लिए कही न कही वे लोग ही जिम्मेदार थे।
लू कारपोरेशन के सबसे छोटे वारिस लू तिङ्ग्क्सियाओ का 4 साल का बेटा बार से गायब हो गया था| लू टिंग सोफ़े पे बुत की तरह बैठा हुआ था, उसे चेहरे पर कोई हाव भाव नहीं थे, पर उसकी आंखे उसके गुस्से और खीज को बयां कर रही थी, उसकी आंखो के भाव से ही वहाँ खड़ा हर आदमी कांप रहा था।
तभी एक लड़का लू टिंग के पैर पकड़कर रोने लगा, "भाई मुझे माफ कर दो ये सब मेरी ही गलती है, मुझे उसे इस बार में लाना ही नहीं चाहिए था| अगर उसे कुछ हो गया तो मैं खुद को कभी माफ नहीं कर पाऊँगा।"
जैसे ही इस आदमी का बोलना बंद हुआ, लू टिंग ने उसे एक ज़ोरदार लात मारी और लू जिगली दूर जाकर गिरा| उसकी हड्डियों के चटखने की आवाज ने वह खड़े हर शख्स के रोंगटे खड़े कर दिये थे।
लू टिंग बहुत मजबूर सा महसूस कर रहा था, उसका बेटा कहाँ गया होगा सोच-सोचकर उसका सिर फटा जा रहा था।
तभी दरवाजे पर एक दस्तक हुई| बार के मालिक ने झटपट जाकर दरवाजा खोला|
वहाँ उसे कोई भी नहीं दिखा|
उसने थोड़ा सा झुककर आगे देखा तो वह खुशी के मारे चिल्ला पड़ा, " छोटे मालिक! छोटे मालिक आप!!!"
लू जींगली दौड़कर दरवाजे पर आया, "अरे मेरा बच्चे, मेरे जिगर के टुकड़े, कहाँ चले गए थे तुम" लू क्सिंग ने बच्चे को कसकर अपनी बांहों में भर लिया| तभी पीछे से लू टिंग ने आकर लू जींगली का कॉलर पकड़कर उसे बच्चे से दूर कर दिया| लू टिंग बच्चे के दोनों हाथो को पकड़ उन्हें थपथपाते हुए बोला, "कहाँ थे तुम?"
बच्चा लू टिंग का हाथ पकड़कर उसे बाहर की तरफ खींचने लगा| लू टिंग ने बच्चे के पास जाकर उसे गले से लगा लिया, तभी उसे बच्चे के शरीर से शराब और हल्की परफ्यूम की मिली-जुली सी खुशबू आई| उसे यह खुशबू कुछ जानी-पहचानी सी लगी|
इधर पूरा ज़ोर लगा के खींचने के बाद भी लू टिंग जब अपनी जगह से नहीं हिलता है, तो बच्चा उसे बाहर की तरफ उंगली दिखाकर वहाँ चलने का इशारा करने लगा| लू टिंग बच्चे का इशारा समझकर उसे गोदी में उठाकर उसके बताए रास्ते पर चलने लगा| उन दोनों को उस ओर जाता देख लू जींगली व अन्य भी उनके पीछे हो लिए|
5 मिनट बाद सभी लोग बार के स्टोर रूम के बाहर खड़े थे|
बच्चा तुरंत लू टिंग की गोदी से उतर के दरवाज़ा खटखटाने लगा|
"अंदर क्या है, बेटा यहाँ क्यों लाये हो हमें?" लू जींगली ने बच्चे से पूछा|
लू टिंग ने कडक आवाज में आदेश दिया, " दरवाजा खोला जाए!"
बार का मालिक पास खड़ी महिला मैनेजर से बोला, " देख क्या रही हो ? खोलो दरवाजा !!
महिला मैनेजर लड़खड़ाते स्वर में बोली, "अभी खोलूँ?"
बार का मालिक उसे आंखे दिखते हुए बोला, "हाँ, खोलो!!"
मैनेजर ने चांग ली को वादा किया था कि निंग क्षी को ऑडिशन के बाद ही बाहर निकालेगी , पर अब उसके पास दरवाजा खोलने के सिवाय कोई रास्ता भी नहीं था| आखिर मालिक के आदेश को कैसे टाले।
जैसे ही दरवाजा खुला, सामने निंग क्षी जमीन पर बेहोश पड़ी हुई दिखाई दी|
निंग सी को इस तरह जमीन पर बेहोश पड़ा देख बार का मालिक मैनेजर पर जोर से चिल्लाया, "कौन है ये लड़की और यह यहाँ कैसे आई?"
अब मैनेजर की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई| उसे सवाल का जवाब देते ही नहीं बन रहा था, फिर भी खुद को सँभालते हुए बोली ",पता नहीं कहाँ से आई है| मैं तो अभी स्टोर रूम की जाँच करके गई थी|"
"फालतू बातो में समय मत बर्बाद करो , इसे फ़ौरन अस्पताल ले चलो।" लू टिंग ने आदेश दिया।