<p>ड्रैगन किंग के वापस चले जाने के बाद जिया बहुत ही उलझनों में पड़ी रही कि आख़िर वो है कौन क्या सच में उसका नाम हिरेन है? या वो कोई छलावा है? यकायक उसे याद आया कि राजकुमारी के कपड़े तो निर्माण गृह में ही रह गया है वो जल्दी जल्दी फिर से उधर ही भागी वहा पहुंच कर जिया ने देखा ही पानी में भीगने की वजह से पोशाक का रंग हल्का हो गया है अरे नहीं इसका रंग तो हल्का हो गया है कल राजकुमारी को क्या दूँगी मैं ? कल के लिए उन्होने ये खास पोशाक चुनी थी वो अफसोस जताते हुए ख़ुद से बोली।<br/>पानी की बूंदे अभी अभी हल्की हल्की हवाओ के साथ पड़ रही थी।<br/><br/> क्यों इतना चिंतित हो तुम अगर कहो तो मैं तुम्हारी सहायता कर सकता हूं अचानक से ये आवाज जिया को सुनाई दी। जिया ने मुड़ कर देखा तो वो कोई और नहीं बल्कि मियाऊनी का छोटा भाई यानी वो छोटा राजकुमार था जो जिया की खुबसूरती पर फिदा था वह कोई भी मौका नही छोड़ता था जिया को परेशान करने का । वो जिया को एक कठपुतली कि तरह समझता था।<br/><br/>जिया को उसकी सब हरकत समझ आती थी उसने कई बार मियाउनी से उसकी शिकायत की थी और उसे कई बार इसके लिए महाराज से चेतावानी मिली थी।<br/><br/>जिया_ मुझे तुम्हारी सहायता की कोई जरूरत नही है राजकुमार । बेहतर होगा आप मुझ पर ध्यान न दे, जिया ये बोलते हुए राजकुमारी के पोशाक को लेकर अपने कमरे की और मुड़ी ,।<br/>राजकुमार ने बड़े ही बेशर्मी से जिया का हाथ पकड़ लिया , जिया ने गुस्से में उसे पीछे कर दिया लेकिन जिया के मन उसके लिए बहुत डर बैठा था वो आख़िर एक राजकुमार था और कभी भी जिया के साथ मनमानी कर सकता था और जिया का इस दुनियां में कोई नहीं था वो कब तक इन बुरी नजर से बच सकती थी। जिया के आंख से आंसू निकल पड़े। वो जल्दी से वहा से भाग कर अपने कमरे में पहुंच गईं और दरवाजा बंद करके फूट फूट कर रोई । वो बहुत बेबस थी की उसका इस दुनियां में कोई नहीं था वह अपने तकलीफों को बताती भी तो किससे बताती..?हर दूसरा आदमी मतलबी था वह रोते रोते उस हाथ को पत्थर पर पटक रही थी जिसे उस राजकुमार ने पकड़ा था । जिया को कभी कभी खुद की खुबसूरती से नफरत महसूस होती थीं , उसे भी कोई ऐसा चाहिएं था जो जिया की खुबसूरती से नहीं बल्कि उसके मन को देखता , हाथ में घाव तक हो गया लेकिन जिया ने हाथ पटकना बंद नहीं किया ।<br/>रोते रोते उसकी आंख सुर्ख लाल हो चुकी थी आंखे फूल गई थी ।<br/><br/>आधी रात उसे खुद को कोसते हुए निकली वो बहुत थक चुकी थी और खुद को कितना भी कोसती उसने इन सब चीजों को किस्मत मान लिया था । हाथ से खून निकलने की वजह से वह जमीन पर ही लेट गईं क्युकी उसमे हिम्मत ही नहीं बची थी की वो हाथ में दवा भी लगा पाती ,उसकी पलके अभी भी भीगी हुई थी चेहरे पर अजीब सी उदासी थी वो बेहाल सी पड़ी थी। तभी इसकी नजर उस पत्ते पर गई वो पत्ता वही गिर गया था ,जिया ने पत्ते को उठा कर उस लड़के को याद करने लगीं और खुद से बोली "क्या तुम एक अच्छे इंसान हो?<br/>जिया कुछ पल में ड्रैगन किंग को याद की पत्ते को देख कर। <br/>तभी उसके दरवाजे पर दस्तक हुई जिया डर गई की इतनी रात को कौन हो सकता है ..?दस्तक बार बार हो रही थी तो जिया को मजबूरन दरवाजा खोलने के लिए उठना पड़ा वह अपने घाव वाला हाथ पीछे छिपाते हुए और आंसू साफ करते हुए दरवाजा खोल दी।<br/><br/>दरवाजा खोलते ही जिया के होश उड़ गए एक पल के लिए खामोशी ने अपनी जगह बना ली थी क्यूंकि सामने कोई और नहीं बल्कि ड्रैगन किंग था। क्युकी उसने कहा था की जब जब तो पत्ते को देख कर उसकी याद करेगी वो जिया के पास आ जायेगा इसका मतलब ये था कि जिया जब जब पत्ते को देख कर उसे याद करती थी उसे पता चल जाता था । ड्रैगन किंग ने मुस्कुराते हुए कहा अंदर आऊ? और वह अंदर आ गया और जिया ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया जिया ने चोटिल हाथ को छिपाते हुए कहा "हिरेन तुम अभी तक गए नही थे..?मतलब तुम महल में ही थे तुम्हे कोई देख लेता तो तुम्हारी जान भी जा सकती थी।<br/><br/> तुम रोई हो क्या अभी? ड्रैगन किंग ने जिया के चेहरे को देखते हुए कहा? बोलो मुझे तुम अभी रोई थी?</p>