अधूरी ख्वाहिशों के नाम
आज की श्याम
ख्वाहिशें बौत थी इस दिल की
जिसकी हमने खबर खोद रखी है
दफना दिया वो सारी खुशियां जो
हमारे तकदीर में नहीं है
युं तो हजारों ज़ख्म काये है
इस खंबक्त दिल ने
फिर भी मुस्कुराते रहा
जैसे कुछ हुआ ही नहीं है
अधूरी ख्वाहिशों के नाम
आज की श्याम
----Raj