तुझे हम चाहते थे
कुछ इस तरह से
जैसे दो बदन और एक जान हो
जैसे ज़िन्दगी का एक भाग हो
जैसे तुम बिन मैं अधूरा हो
जैसे तुम ही सब कुछ हो
तुझे हम चाहते थे
कुछ इस तरह से
जैसे तुम बिन दिन सुना लगे
हर पल तेरी याद सताने लगे
तुम ना हो तो जीवन अर्थहीन लगे
तुम मिले तो दुनिया कदमो में लगे
तुझे हम चाहते थे
कुछ इस तरह से
---Raj