वापस कमरे में, मदर वांग उसका सामान पैक कर रही थी।
जैसे ही वेन शिन्या ने खाली अलमारी को देखा, ऐसा लगा जैसे उसका दिल भी खाली हो गया हो। वो खो गई!
मदर वांग ने बिस्तर पर बैठी हुई मिस वेन को देखा। उसे उस पर तरस आ गया। वो दिवंगत मैडम की इकलौती बेटी थीं, जिन्होंने 15 साल तक सड़कों पर भटकते जीवन बिताया था। अब जब वो आखिरकार वेन परिवार में वापस आ गई है तो उसे वहां से तुरंत भेजा जा रहा था।
मदर वांग ने शुरुआती पलों को याद किया जब मिस लौटी थीं, वो घायल कांटेदार जंगली चूहे की तरह थीं - अधीर और असहाय, वेन फैमिली में हमेशा सबके खिलाफ रहती थीं। बूढ़ी मैडम वेन ने केवल मिस रूया की परवाह की और मिस शिन्या की उपेक्षा की। निंग शुकियान एक आसान व्यक्ति की तरह लग रही थी, लेकिन दिल में योजना बना रहा थी। वेन यूया और वो, वेन शिन्या के लिए हमेशा मुश्किलें खड़ी करते थे। बूढ़े मिस्टर वेन भी उसके प्रति ठंडे थे।
उस दिन पिछले आंगन में, उसने देखा कि वो मिस रूया थी जो गलती से झील में गिर गई थी, लेकिन उसने जोर देकर कहा था कि ये मिस शिन्या थी, जिसने उसे धक्का दिया था। मिस रूया के शब्दों का समर्थन करने वाले कुछ नौकरों के साथ, बूढ़े मिस्टर वेन, बूढ़ी मैडम वेन और मास्टर वेन हावेन ने निष्कर्ष निकाल लिया था कि ये मिस शिन्या की गलती थी और उसे अच्छी खासी बातें सुनाई गईं।
"मिस शिन्या, आपकी चीजें सब पैक हैं।"
अपने आंसुओं को सुखाते हुए, वेन शिन्या ने धीरे-धीरे स्पष्ट दृष्टि प्राप्त की। उसने देखा कि अलमारी में दो कपड़े और कुछ गहने थे। वो मुस्कराई। "मेरे पास वैसे भी बहुत सारा सामान नहीं है, मैं शेष सभी वस्तुओं को ले जाऊंगी! अन्यथा, अगर मुझे कुछ भी याद आया तो ग्रैम्पी को मेरे लिए और चीजें खरीदने में परेशानी हो सकती है।"
मदर वांग के आंसू छलक पड़े। "मेरी दयनीय मिस शिन्या, स्वर्गीय मैडम आपको स्वर्ग से देख रही होंगी। वो आपको एक अच्छा जीवन देने के लिए आशीर्वाद देंगी," उसने कहा, उनके लिए खेद महसूस करते हुए।
वेन शिन्या अपनी खोई हुई स्थिति से वापस आया। उसने कहा, "हां, ये सही है! मां मुझे स्वर्ग से देख रही है...", उन्होंने मुझे तकलीफ और पीड़ा से गुजरते हुए देखा होगा, इसलिए मुझे पुनर्जन्म का मौका दिया ताकि मैं अपने भाग्य को नियंत्रित कर सकूं।
मदर वांग ने पैकिंग पूरी की। वेन शिन्या ने खाली कमरे को देखा। उसके पास कुछ भी नहीं बचा था, जैसे कि वो सिर्फ एक मेहमान थी, जिसने कमरा किराए पर लिया था। उसने अपनी भावना बदल दी और हल्के से हवा में बोली : मैं वापस आऊंगी!
हां, वो वापस आएगी!
मदर वांग ने नौकरों को आदेश दिया कि वेन शिन्या का सामान लिविंग रूम में ले जाएं। निंग शुकियान और वेन यूया सोफे पर बैठी थी और व्यस्त नौकरों को उसका सामान ले जाते हुए देख रही थी। वे अपने दिलों में गुप्त रूप से खुश थीं।
वेन यूया ने उत्तेजित स्वर में पूछा, "यो सिस्टर, आप कहां जा रही हो? सामान और पार्सल क्यों?"
वेन शिन्या ने उसकी उपेक्षा की।
वेन यूया ने घाव पर नमक रगड़ना जारी रखा। "आप कुछ दिन पहले ही वेन परिवार में वापस आईं थी और अब आप अपना सामान लेकर जा रही हैं। क्या दादाजी ने आपको निकाल दिया है?"
इस समय, बूढ़े मिस्टर वेन दूसरी मंजिल की सीढ़ी पर खड़े थे। वो इतना परेशान हो गए कि उनके सीने में दर्द होने लगा, जब उन्होंने देखा कि कैसे वेन परिवार की बेटी को एक नीच गोद ली हुई बेटी द्वारा तंग किया जा रहा था, और फिर भी उसे खामोशी का सामना करना पड़ रहा था।
सोफे पर बैठी अच्छी सुशील बहू भी प्रसन्नचित्त लग रही थी, मानो वो वेन शिन्या के दुर्भाग्य पर हावी हो रही हो। "क्या आपको वास्तव में लगता है कि वेन परिवार से शिन्या को बाहर किए जाने की मैं इच्छा रखता हूं?"
गहरी और उग्र आवाज सुनकर, निंग शुकियान और वेन यूया को ठंड लग गई। उन्होंने देखा कि बूढ़े मिस्टर वेन सीढ़ी पर खड़े हैं, वेन यूया ने जो भी कुछ पहले कहा था वो उन्होंने सुन लिया था।
निंग शुकियान दूर से उनकी आंखों में अधिकार महसूस कर सकती थी, क्रोध और ठंड के साथ। बूढ़े मिस्टर वेन को उनकी युवावस्था के दौरान उनके प्रभाव और निर्णायकता के लिए जाना जाता था। व्यवसाय की दुनिया छोड़ने के बाद प्राधिकरण की ये शक्ति बिल्कुल भी कम नहीं हुई थी।
निंग शुकियान ने पलटी मारी और तेजी से प्रतिक्रिया व्यक्त की, "पिता, यूया का ये मतलब नहीं है। वो सिर्फ एक मासूम और मुखर बच्ची है। उसने गलत बातें कही हो सकती हैं। कृपया उसकी बातों को न पकड़े।"
वेन यूया भय से भर गई। "दादाजी, मैं..."
बूढ़े मिस्टर वेन थोड़ा नरम हुए। उन्होंने कहा, "मुझे आप दोनों को निराश करने के लिए खेद है। शिन्या के ग्रैम्पी ने फोन किया और मुझे उसे लाने के लिए कहा ताकि वो उसके साथ कुछ समय के लिए रह सके। वो वापस आ जाएगी।"
निंग शुकियान हैरान थी। उसे विदेश क्यों नहीं भेजा जा रहा था? मो फैमिली में रहने की उसके लिए योजना क्यों बदली?
निंग शुकियान ने समझाने की कोशिश की। "पिता…"
बूढ़े मिस्टर वेन की आंखों में एक क्रूरता थी। "जब शिन्या दूर होगी, यदि आप कोई और परेशानी पैदा करती हैं, तो आप इससे बच नहीं पाएगी। या तो मैं या कोई और आपको देख लेगा।"
निंग शुकियन ने सोचा कि बूढ़े मिस्टर वेन कितने स्पष्ट दिमाग के थे। लगभग ऐसा कोई बुरा इरादा नहीं था जो उनकी आंखों से बच सके। उसने मुड़कर वेन शिन्या को देखा, जो स्तब्ध हो कर मुस्करा रही थी। वो लगभग भूल गए थे कि वेन शिन्या का बूढ़े मिस्टर मो के साथ संबंध था।
निंग शुकियान ने अचानक वेन शिन्या को विदेश जाने का सुझाव देने पर खेद व्यक्त किया। उसने अनायास ही मो फैमिली के पास जाने का बहाना बना लिया था।
बूढ़े मिस्टर मो को साहित्य जगत में उच्च दर्जा प्राप्त था और सभी लोग उनसे डरते थे और उनका सम्मान करते थे। मो फैमिली में जाना वेन शिन्या की पीठ में पंख जोड़ने जैसा होगा।
ये सोचकर ही वो घबरा गई।
लेकिन उसे ये भी याद था कि बूढ़े मिस्टर मो का ठंडा स्वभाव था। जब रूया ने सालों पहले वेन फैमिली में प्रवेश किया, तो उन्होंने उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया। वे केवल विशेष अवसरों के दौरान इससे मिले थे और निकट संबंध नहीं थे। इन सभी वर्षों में रूया को मो फैमिली से कोई लाभ नहीं मिला।
इसकी तुलना में, वेन शिन्या और भी अधिक अपरिष्कृत थी। ये संभव नहीं है कि बूढ़े मिस्टर मो उसके साथ अच्छे होंगे, और उसे भी मो फैमिली से कोई लाभ नहीं मिलेगा।
बूढ़े मिस्टर वेन ने तेजी से वेन यूया को देखा। "वेन फैमिली ने आपको जो भी दिया है, हम उसे आसानी से वापस भी ले सकते हैं। अगर ऐसा कभी हुआ, तो आपके सौतेले पिता भी आपकी रक्षा करने में सक्षम नहीं होंगे।"
उन्होंने "सौतेले पिता" शब्द पर जोर दिया, जिसका उद्देश्य उनके शब्दों को एक गंभीर चेतावनी के रूप में लेना था।
वेन यूया डर के मारे पीली पड़ गई। उसने अपनी मुट्ठी कड़ी कर ली। घृणा से उसकी आंखे भर आईं। ये सब कुतिया वेन शिन्या की गलती थी। अन्यथा, दादाजी उसके साथ बुरा व्यवहार नहीं करते।
वेन शिन्या, देखो। मैं तुम्हें चैन से मरने नहीं दूंगी!
बूढ़े श्री वेन जानते थे कि वे क्या सोच रहे थे। शिन्या 15 साल के लिए दूर थी और उसका असामयिक अतीत था। वेन फैमिली से उसका कोई रिश्ता नहीं था। इसके अलावा, बूढ़ी मैडम वेन और वेन हावेन उसे पसंद नहीं करते थे। एक बार जब वेन परिवार शिन्या से घृणा करना बंद कर देगा, तो वो वेन परिवार की संपत्ति की असली उत्तराधिकारी होगी।
शिन्या की वापसी ने निंग शुकियान और उसकी बेटी के लालच को जन्म दिया था! और इसी वजह से उनके अंदर लालच के कारण गतल काम करने की इच्छा पैदा की।
बूढ़े मिस्टर वेन ने गुस्से से कमरे से बाहर निकले।
वेन शिन्या धीरे-धीरे निंग शुकियान की ओर चली और उसके सामने खड़ी हो गई। वो नीचे झुकी और उसके कान में फुसफुसाया, "रूको, मैं वापस आऊंगी... बहुत सारे अवसर हैं!"
वेन शिन्या की हल्की सांसे उसके कानों पर पहुंचीं। उसे खुजली और जलन महसूस हुई, जैसे कि एक कनखजूरा उसके कानों पर रेंग रहा था। निंग शुकियान ने एक मजबूर मुस्कान के साथ कहा, "शिन्या, मुझे समझ में नहीं आ रहा कि तुम्हारा क्या मतलब है।"
वेन शिन्या अपनी अभिव्यक्ति के साथ सामने आईं। उसकी लंबी उंगलियों ने उसके सीने पर हाथ फेरा और कहा, "इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, जब तक तुम्हारा दिल समझता है।"
वेन शिन्या की हरकत के कारण निंग शुकियान का दिल दौड़ने लगा- लब-डब, लब-डब। जबतक उसने अंततः खुद को शांत करना शुरू किया, तबतक वेन शिन्या पहले ही वेन हवेली से बाहर चली गई थी।