संदेश भेजने के बाद टैंग मोर को कुछ पछतावा हुआ । गू इस समय एक बैठक में होना चाहिए। उसे इस तरह के अस्पष्ट संदेश से परेशान करने की क्या जरूरत थी? वह क्या सोच रही थी?
उसे वास्तविकता का सामना करने की आवश्यकता थी कि वे दोनों बिल्कुल अलग दुनिया से थे। वह कुछ भी नहीं थी जबकि वह राजधानी का एक महत्वपूर्ण व्यक्ति था। उसे उससे दूर रहने की जरूरत थी क्योंकि उसके पास लू क्युइयर जैसी मंगेतर थी ।
इसके अलावा उसमें उसके लिए केवल गंदी इच्छाएँ थीं। अब जब उसने उसे अस्वीकार कर दिया था, तो अब से उन दोनों को अजनबी बन जाना चाहिए।
हालाँकि संदेश पहले ही भेजा जा चुका था और उसके लापरवाह शब्दों को वापस नहीं लिया जा सकता था। अगर वह भाग्यशाली रही तो शायद वह इसे ना देखे क्योंकि वह अभी एक बैठक में था।
'डिंग!' अगले ही सेकंड में उसे एक जवाब मिला।
उसने जवाब दिया था।
टैंग मोर ने संदेश को खोला - 'बड़े सपने देखना अच्छा है, मैं उन्हें पूरा करने में तुम्हारी मदद करूंगा।'
टैंग मोर ने जोर से अपने फोन को बिस्तर पर पटक दिया। यह ... यह बेशर्म आदमी!
दस मिनट बाद टैंग मोर ने अपने कपड़े बदलकर उन कपड़ो को पहन लिया जिसे गू मोहन ने उसके लिए मंगवाए था। उसे यह जानकर काफी शर्मिन्दगी हुई कि 82सी कप ब्रा एक सही नाप था। क्या उसके स्तन सिकुड़ गए थे?
शायद ... उसने अवचेतन रूप से सोचा था कि एक बड़ी ब्रा पहनने से यह आभास होगा कि वह बड़ी और अधिक परिपक्व थी। वास्तव में उसका नाप 82 सी था। गू मोहन उसके आकार से उससे भी ज़्यादा अधिक परिचित था।
कमरे का दरवाजा खोलकर वह बार से बाहर निकली और सड़क पर चली गई। इस पल उसने सड़क के किनारे एक लक्जरी कार को खड़ी देखा। लग्जरी कार के रुकने से पहले कुछ उन्मादी हरकत हुई और कार की खिड़की के शीशे नीचे हो गए।
पीछे की सीट पर एक पुरुष और एक महिला थी। पुरुष की शर्ट सिलवट वाली थी, साथ ही एक महिला उसकी जांघों के ऊपर बैठ हुई थी। उसका चेहरा लाल और उतरा हुआ था और उसके बालों में पूरी तरह से बिखरे हुए थे। एक नज़र में ही कोई भी बता सकता है कि उन्होंने अभी-अभी सेक्स किया था।
"सीईओ हान, तुम आज काफी भयंकर थे| तुम इतने जंगली थे कि तुमने मेंग मेंग को दर्द दिया। क्या किन यावेन तुम्हें संतुष्ट नहीं कर पाती?" महिला के शब्द चंचल थे जब वह पुरुष के ऊपर खुद को लपेटे थी।
"तुम उसका नाम भी क्यों ले रही हों? हालाँकि वह अब युवा नहीं है फिर भी वह आकर्षक है। लेकिन तुम उससे कहीं अधिक कोमल हों!"
"सीईओ हान! आप बहुत बुरे है!"
टैंग मोर ने एक परिचित चेहरा देखा। यह हान डोंग था। एक बीस वर्षीय महिला उसकी जांघ पर बैठी थी। वह युवा और बदनाम मॉडल मेंग मेंग थी।
अपनी जवानी के दिनों, हान डोंग सुंदर था और एक महिला के दिल तक जाने का रास्ता जानता था। इसी कारण वह किन यावेन के दिल पर एक मजबूत पकड़ बनाने में सफल हुआ था। पिछले कुछ वर्षों से वह अपनी भव्य जीवन शैली को बनाए रखने के लिए बहुत चिंतित था। किन यावेन उसके के लिए पैसा बनाने का साधन थी इसीलिए उसने बेशर्मी के साथ उसके साथ जीना जारी रखा। इस वजह से वह 50 वर्ष की उम्र में होने के बावजूद भी युवा था।
हान डोंग और मेंग मेंग खुलेआम छेड़छाड़ कर रहे थे| यह महसूस करते ही कि उन पर एक उदासीन नज़र टिकी हुई थी, हान डोंग खिड़की से बाहर देखने के लिए मुड़ा। यह टैंग मोर थी।
वह चौंक गया।
टैंग मोर ने उसे बेरूखी भरी नज़र से देखा और बिना किसी भाव आगे चली गयी।
क्योंकि हान डोंग ने टैंग मोर को जाते हुए काफी दूर तक देखा इसीलिए मेंग मेंग ने भी ये जानने के लिए की वह देख क्या रहा था, उसकी नज़र का अनुसरण किया|
" ये तो कारघालिक की सबसे महान सुंदरी टैंग मोर है ना । सीईओ हान ... आपकी सौतेली बेटी ?"
मेंग मेंग कुछ समय से हान डोंग के साथ थी। इसीलिए वह उन चीजों को जानती थी जो मनोरंजन उद्योग के अधिकांश लोग नहीं जानते थे।
हान डोंग ने अपनी नज़र को हटा लिया और मेंग मेंग के छोटे चेहरे पर चुटकी काटी। "सौतेली बेटी! तुम अपने बारे में बताओ? तुम्हारी उम्र में तुम भी मेरी सौतेली बेटी हो सकती थी। चलो सौतेले पिता और सौतेली बेटी का खेल खेलते हैं। मुझे डैडी पुकारो।"
मेंग मेंग दंग रह गयी। मनोरंजन उद्योग में काफी लंबे समय तक रहने के बाद वह जानती थी कि यहाँ विकृत इच्छाओं वाले पुरुष थे। आखिर यह एक गंदा उद्योग था। हालाँकि वह काफी समय से हान डोंग के साथ थी। और अभी तक वह कोमल और विचारशील व्यक्ति था लेकिन वह टैंग मोर को देखकर इतना विकृत क्यों हो गया था?
हान डोंग ने उसके शरीर को पलटा और उसे खिड़की की तरफ धकेल दिया। उसकी भुजाएँ उसके शरीर के पीछे मुड़ी हुई थीं और वह दर्द में थी तब वह चीखते हुए बोली, "सीईओ हान!"
'बैम!' हान डोंग ने उसके नितंबों पर थप्पड़ मारा, उसका चेहरा सनकी और विकृत हो गया था।
"तुमने मुझे क्या बुलाया?"
हान डोंग उसके छोटे चेहरे पर चुटकी काटी और पीछे से जबरदस्ती उसे चूमा। मेंग मेंग को दर्द हुआ लेकिन उसने आवाज़ करने की हिम्मत नहीं की। पहले ये वही आदमी था जो स्नेही और विचारशील था और अब वह अजनबी ने बदल गया था जिसे वह नहीं जानती थी।