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हाथों के फुर्तीले जोड़े तेजी से कीबोर्ड और माउस पर चल रहे थे। उसकी टप टप की ध्वनि से एक जीवंत संगीत बज रहा था। स्क्रीन तेज रोशनी से चमक उठी और विपक्षी खून के फव्वारे फेंकता जमीन पर धराशायी हो गया।
"हे हे" ये किउ हँसा और उसने धीरे से हाथ उठाकर अपने मुंह के किनारे दबी सिगरेट को थाम लिया। चांदी सा सफेद धुएं का छल्ला बनाता हुआ ये किउ वापस कीबोर्ड और माउस पर हाथ फिराने लगा। एक पल के लिए भी उसका ध्यान भंग नहीं हुआ था। बुझी हुई सिगरेट जल्दी ही एक अजीब से आकार के एस्ट्रे में समा गई। ये किउ का हाथ वापस कीबोर्ड पर चलने लगा। जैसे ही वह अपने विपक्षी से कुछ कहने वाला था धड़ाम से उसका दरवाजा खुलता है।
ये किउ सर नहीं घुमाता मानो इसी घड़ी की प्रतीक्षा कर रहा था। बस पूछता है "यहाँ?"
"यहाँ" सु मुचेंग का जवाब भी उतना ही सरल था।
"तो चलो फिर" ये किउ अपने विपक्षी की एक और खेल की मांग को ठुकराते हुए अपने ग्लोरी कार्ड को कंप्यूटर से निकाल लेता है। वह दरवाजे की तरफ बढ़ा और बढ़ते हुए हैंगर में से अपना जैकेट निकालता हुआ बाहर चला गया।
आज रात अत्याधिक काली प्रतीत हो रही थी पर "सुनहरा दौर क्लब" की रोशनी बहुत ही ज्यादा उजाला फैला रही थी। ये किउ और सु मुचेंग कमरे से निकल के, गलियारे के अंत तक चलते चले आते हैं। यही पास में ही एक बड़ा सभागार था जिसके दरवाजे पर डिजिटल डिस्पले ने लगभग पूरी दीवार घेर रखी थी। ग्लोरी के प्रोफेशनल अलायन्स की अंक तालिका और अन्य तकनीकी सूचनाएं उस डिस्प्ले पर प्रदर्शित की जा रही थी।
19वें स्थान पर टीम सुनहरा दौर
अंतिम से दूसरा स्थान
वह टीम जो ताश में इक्के के पत्ते के समान थी, जिसने लगातार तीन बार प्रतियोगिता को जीता था। उसके लिए यह अंक अत्यंत ही दुखदाई थे पर यह अंक दीवार पर यूँ चमक रहे थे मानो निर्दयी भाव से सभी का मजाक उड़ा रहे हों।
पर उस कमरे का माहौल उतना भारी ना था। इसके विपरीत वहाँ काफी हल्कापन महसूस किया जा सकता था। सुनहरा दौर के सदस्य एक आदमी की इर्द-गिर्द इकट्ठा हुए थे मानो सितारों ने चांद को घेर रखा हो। उनमें से अधिकतर ने ये किउ के आगमन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और जिन्होंने दी उन्होंने जल्द ही अपने भाव बदल लिए, मानो उन्हें कोई फर्क ही नहीं पड़ता हो।
"ये किउ क्लब ने तय कर लिया है कि जल्दी ही हमारे क्लब में शामिल हुए हुए सुन क्सिंग अब तुम्हारी जगह कप्तान होंगे। अब से सुन क्सिंग "एक ऑटम लीफ" को संभालेंगे" क्लब के मैनेजर ने ये किउ को आते देखते ही कहना शुरू कर दिया। बिना किसी पूर्व चेतावनी के उसने इतना कठोर निर्णय यूँ सुनाया जैसे कोई दूध से मक्खी निकाल कर फेंकता है।
सु मुचेंग ने जैसे ही बोलने के लिए अपना मुंह खोला, ये किउ ने उसकी आस्तीन खींचते हुए उसे रोक लिया। वो धीरे से मुस्कुराया और हाँ का इशारा करते हुए यह जताया जैसे उसे कोई असर ही नहीं हुआ।
"भाई ये किउ मुझे माफ करना। मैंने इतनी जल्दी, आते ही तुम्हारी जगह ले ली" सभागार में मेज के बाएं हाथ रखी कुर्सियां सुनहरा दौर दल के कप्तान के लिए थी। यह ये किउ की कुर्सी होनी थी पर सुन क्सिंग ने वहाँ बैठे बैठे बड़े आसानी से यह शब्द कहा, बिना ये किउ पर कोई नजर डालें। यह मात्र अनदेखा करना नहीं था यह ये किउ का सरासर अपमान था। उसकी नजरें सु मुचेंग पर ठहर गयी जो ये किउ के साथ आई थी।
वास्तविकता में देखा जाए तो सु मुचेंग सही में ये किउ से ज्यादा आकर्षक थी। वह ग्लोरी के प्रोफेशनल अलायन्स में सबसे खूबसूरत सदस्य थी। अगर उसे इस धंधे से निकाल दिया जाता तब भी वह चुनिंदा खूबसूरत महिलाओं में गिनी जाती।
सुनहरा दौर के सदस्य जो रोज उसे देखते थे वह भी काफी हद तक सु मुचेंग को देखकर ठिठक से जाते थे। पर वह सभी आज तुरंत संभल गए क्योंकि आज का दिन किसी और व्यक्ति के नाम था।
"हा हा भाई क्सिंग आज यह शब्द तुम्हें ही शोभा दे रहे हैं" हर आदमी सुन क्सिंग के बोलने के बाद बोल उठा।
"सही बात है कुछ लोग अब समय के साथ पुराने हो चले हैं"
"एक ऑटम लीफ को सही मायने में भाई क्सिंग के पास ही होना चाहिए। सिर्फ वही दिखा सकते हैं युद्ध की देवता की सही ताकत"
सुन क्सिंग नई पीढ़ी का प्रोफेशनल अलायन्स में सबसे तगड़ा खिलाड़ी था और हर किसी की नजरों का आकर्षण था। पिछले वर्ष जब वह इस लीग से जुड़ा तब सबसे ज्यादा अंक पाने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरा। इस वर्ष भी उसने एक औसत दल कॉन्करिंग क्लाउड को आठवां स्थान दिलाया और उनको उम्मीद थी कि वो उसे और आगे ले जाएगा। किंतु आधे समय में ही उसके सुनहरा दौर में चले जाने से सभी उम्मीदें टूट गयी। ऐसा इसलिए भी हुआ क्योंकि सुनहरा दौर का प्रदर्शन अत्यंत ही खराब था जबकि उसके पास मायावी योद्धा एक ऑटम लीफ नामक एक ऐसा पात्र था जिसे ग्लोरी में युद्ध का देवता माना जाता था।
सुन क्सिंग अभी नवयुवक था और उसे इस अलायन्स में आए 2 साल भी नहीं हुए थे किंतु सुनहरा दौर के सदस्यों ने बिना किसी शर्म के उसे बुलाया और अपने बड़े भाई जैसा सम्मान दिया। यह साफ था की सुन क्सिंग आने वाले समय में दल का नेता हो सकता था इसलिए उसे भी अपनी चापलूसी करवाने में मजा आ रहा था। कुछ देर बाद उसने ये किउ पर एक नजर डाली और उसकी आँखें तिरस्कार से भर उठी।
"ये किउ एक ऑटम लीफ का कार्ड सुन क्सिंग को सौंप दो" क्लब के मैनेजर ने कहा।
यूँ तो ये किउ इस लम्हे से पहले बेफिक्र था किंतु अब उसके दिल में एक दर्द का अनुभव हुआ। ये किउ और एक ऑटम लीफ, एक ही सिक्के के दो पहलू थे। यह नाम तब उपजा था जब ऑनलाइन खेलों की दुनिया में ग्लोरी आया था।
10 साल! इस खाते के साथ ये किउ 10 साल तक था। जिन लोगों ने तब आगाज किया था वह आज ग्लोरी के इतिहास में मार्गदर्शक बन के रह गए थे और यह मायावी योद्धा ग्लोरी के युद्ध देवता के रूप में जाना जाने लगा था। किंतु 7 साल पहले जब वह पेशेवर लोगों के खेमें में आया तो उसने एक व्यापारिक समझौता, क्लब के साथ तय किया जिसमें उसने एक ऑटम लीफ के सभी हक क्लब को सौंप दिए। ये किउ तब से ही जानता था की एक दिन उन्हें रास्ते अलग करने होंगे और आज वह दिन आ गया था।
ये किउ की उंगलियां हल्की सा कांप उठी। एक पेशेवर खिलाड़ी के लिए हाथों का स्थिर होना अत्यंत आवश्यक होता है। इस पुरातन दिग्गज के पास अकल्पनीय और अतुलनीय मानसिक क्षमता थी फिर भी इस वक्त उसके हाथ कांप रहे थे। उसके बगल सु मुचेंग सर थामें खड़ी थी। वो ये दृश्य नहीं देखना चाहती थी पर वह असहाय थी।
सभी की आँखों के सामने दुर्भाग्य मुस्कुरा रहा था। एक ऑटम लीफ का चांदी रंग का कार्ड सुन क्सिंग को थमाया जा चुका था।
सुन क्सिंग की आँखें लालच और उत्साह से चमक उठी। सुनहरा दौर पिछले 2 सालों से भार से दबा हुआ था पर फिर भी वह मात्र इसलिए यहाँ आया था क्योंकि उनके पास यह शीर्ष खाता था एक ऑटम लीफ। एक ऑटम लीफ के पुराने धारक ये किउ पिछले कुछ वर्षों से उस तरह से प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे और अक्सर क्लब में उनका झगड़ा होता रहता था। सुन क्सिंग को पूरा भरोसा था कि वह उससे जगह बदल लेगा।
"मेरा" ऐसा कहते हुए सुन क्सिंग ने कार्ड हड़प लिया और अपने अंदर उत्साह की एक लहर को महसूस किया। पर जैसे ही वह पलटना चाहा उसने कार्ड पर हल्का सा बल महसूस किया।
सुन क्सिंग ने जो रुकावट महसूस की थी वह ये किउ की थी और उसने दंभ से कहा "जाने दो ये किउ। देखो तुम्हारे हाथ कांप रहे हैं। ऐसे... ऐसे कांपते हाथों से तुम युद्ध के देवता की ताकत कैसे दिखाओगे? बेहतर होगा कि तुम इससे मेरे पास छोड़ दो। मैं युद्ध के देवता के खिताब को उसी तरह गौरवान्वित करूंगा जैसा उसे होना चाहिए और तुम? तुम सन्यास ले लो!"
कार्ड को देने में झिझक को छोड़ दिया जाए तो अब तक ये किउ का व्यवहार काफी अलग सा था। किंतु ऐसा कहते ही सुन क्सिंग ने ये किउ की आँखों में एक तेज रोशनी देखी और उसने पाया कि अचानक ये किउ के कांपते हाथ स्थिर हो गए हैं।
"तुम्हें क्या ये खेल पसंद है?" ये किउ ने अचानक सुन क्सिंग की आँखों में झांकते हुए पूछा
"क्या?" सुन क्सिंग ने चौंकते हुए पूछा
"अगर तुम्हें यह पसंद है तो इसे ग्लोरी की प्रतिष्ठा के हिसाब से खेलो, सिर्फ बातें ना बनाओ"
"क्या कहा तुमने? तुम्हें इससे क्या मतलब" अचानक सुन क्सिंग ने अपना आपा खो दिया। इसी लम्हे में न जाने क्यों उसने ऐसा महसूस किया कि वह ये किउ से लंबाई में थोड़ा छोटा था। वह किसी भी तरह से ये किउ से हारना नहीं चाहता था। आखिर वह इसे यहाँ उसके स्थान से हटाने ही तो आया था। वह युद्ध के देवता एक ऑटम लीफ की जगह लेने ही तो आया था।
"इसे संभाल के रखना" जैसे ही सुन क्सिंग ने कुछ कहना चाहा ये किउ ने कार्ड को ढीला छोड़, जाने दिया और इतना सा वाक्य कह के वहाँ से निकल गया।
"ये किउ" इसी लम्हे पर मैनेजर ने अचानक ये किउ को आवाज दी।
ये किउ रुका और हल्का सी गर्दन पीछे घुमाया मानो मैनेजर की बातों को सुनना चाह रहा हो, "इस क्लब में अभी तुम्हारे योग्य कोई कार्ड नहीं है। अभी के लिए तुम चाहो तो प्रशिक्षक बनके यहाँ रह सकते हो"
प्रशिक्षक? एक ऐसा आदमी जिसने अलायन्स के साम्राज्य को खड़ा किया, एक विद्वान जिसे ग्लोरी के हर खिताब के बारे में पता है, अब इस स्तर पर आ गया है कि उसे एक प्रशिक्षक बन के रहना होगा।
सुन क्सिंग हँसते हुए इस बात पर बोला "भाई ये किउ की काबिलियत के हिसाब से उसे प्रशिक्षण देने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। केवल तुम ग्लोरी के प्रोफेशनल अलायन्स में नंबर 1 प्रशिक्षक बनने की क्षमता रखते हो"
"हा हा" ये किउ अपने अपमान पर हँस पड़ा। वह मैनेजर की ओर मुड़ा और बोला "प्रशिक्षक! मुझे नहीं लगता इसकी कोई जरूरत होगी। समझौता खत्म कर दो"
"समझौता खत्म कर दे? क्या तुम सही में समझौता खत्म करना चाहते हो?" मैनेजर ने ऐसे देखा मानो वह गहरी सोच में डूबा हो।
"सही सुना तुमने मैं अनुरोध करना चाहूँगा कि समझौता खत्म कर दिया जाए"
"ज्यादा हड़बड़ी मत दिखाओ" सु मुचेंग ने तुरंत वहाँ पहुंचकर ये किउ को रोकने की कोशिश की। अलायन्स के अपने नियम थे। बिना किसी खास कारण के समझौते के समय सीमा के दौरान अगर कोई समझौता तोड़ने का अनुरोध करता है तो उसे हर्जाना भरना पड़ता है। ये किउ और सुनहरा दौर के बीच अभी भी डेढ़ साल का करार बाकी था। यदि दोनों में से कोई भी समझौते को तोड़ता है तो नुकसान काफी बड़ा होगा किंतु उससे भी ज्यादा चिंता सु मुचेंग को ये किउ के जाने से थी।
"अभी मालिक यहाँ नहीं है, उनके आने तक इंतजार करो और फिर कुछ कहना" सु मुचेंग ने ये किउ को शांत करने की उम्मीद से कहा।
ये किउ ने उपहास भरी मुस्कान मैनेजर के मुंह पर बहुत पहले ही देखी थी। वह सु मुचेंग की ओर मुड़ा और कठोरता से हँसते हुए कहा "सु मुचेंग क्या तुम्हें समझ नहीं आ रहा है? मुझे यहाँ से निकालना ही मालिक का मकसद है। मेरी अब इस क्लब में कोई जगह नहीं। मैं बस डूबती हुई कश्ती हूँ"
"नहीं, कतई नहीं, तुम डूबती हुई कश्ती कैसे हो सकते हो? किसी से ना हारना ही तो तुम्हारी ताकत है" सु मुचेंग ने कहा
"यह बस ताकत का विषय नहीं है, यह धंधा है" ये किउ ने कहा और "और मैं? मैं कभी धंधे का हिस्सा था ही नहीं"
"तुम्हारी जरूर कोई ना कोई कीमत रही होगी पर तुमने ही कभी इसे आंकने की कोशिश नहीं की" मैनेजर ने उदासीनता के साथ उन्हें टोका।
"सही है, शायद यही मेरा चुनाव रहा होगा" ये किउ ने कहा। मौजूदा स्थिति में ग्लोरी के प्रोफेशनल अलायन्स फल फूल रही है, पैसा लगाने वाले दाएं बाएं भटक रहे हैं। ग्लोरी के बड़े खिलाड़ी के साथ अनुबंध करने के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां उनके पीछे टहल रही हैं पर फिर भी ये किउ, जो सबसे ऊंचे दर्जे का खिलाड़ी था, उसने सभी अनुबंध ठुकरा दिए। यहाँ तक कि वो कभी किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी नहीं जाता था, ना ही किसी को कोई इंटरव्यू देता था। वह एक पुराने ख्यालातों वाले आदमी की तरह था जो अपनी असली वास्तविकता को इस मायाजाल में भी छिपाए हुए था।
इस मुद्दे पर क्लब काफी असंतुष्ट था। उनकी नजर में वह एक सोने की मुर्गी थी जिससे एक पैसे का भी मुनाफा नहीं हो रहा था। वह अब तक उसे बस इसलिए संभाले रखे थे क्योंकि उसकी ताकत भयावह थी जिससे क्लब को नाम और पकड़ बनाने में मदद मिलती थी। किंतु उसकी उपलब्धियां घटती गई और अब वह इतिहास बन के रह गया था।
"अलायन्स के व्यवसायीकरण ने हमें संभलने का मौका दिया लेकिन अब…" ये किउ आगे कुछ न कह सका। वह यह भी नहीं जानता था की जो हो रहा है वह सही है या गलत। उस समय अलायन्स, लालच से भरी हुई थी। अलायन्स के मालिक की पहली हसरत यह थी कि कैसे सभी दलों से मुनाफा कमाया जाए। खेल के लिए प्रेम और ग्लोरी के लिए लगातार संघर्ष, ये किउ की याददाश्त में वह सारे लम्हे एक साथ कौंध उठे जो अलायन्स के शुरुआती दिन थे। पर अब अलायन्स मात्र मुनाफे पर चल रही थी।
सु मुचेंग ने एक शब्द नहीं कहा। वह ये किउ के साथ चल पड़ी। वह भी एक दिग्गज खिलाड़ी थी जिसने सब कुछ अपने सामने होते देखा था। उसकी आँखें आंसुओं से छलक उठी। वह जानती थी की ये किउ वास्तव में छोड़ना चाहता है और उसे रोकने का मतलब उसे और दर्द पहुंचाना होगा।
"क्योंकि अब यह, इस तरह, इसलिए…"
"कोई जरूरत नहीं है" सु मुचेंग को टोकते हुए ये किउ मुस्कुराया। वह जानता था की वह क्या कहना चाह रही थी इसलिए ये किउ ने सु मुचेंग से कहा "घबराने की कोई जरूरत नहीं है मैं अभी सब कुछ नहीं हारा हूँ। आशा है कि मैं लौटूंगा"
"अच्छी बात है! मैं महत्वाकांक्षी ये किउ को पहचान रहा हूँ। तब आओ फिर हर्जाने की बात करें। ईमानदारी से कहूँ तो तुम इतने साल हम लोग के साथ थे, इतना कुछ किया इसलिए मैं दबाव नहीं बनाना चाहूँगा। अगर तुम जाना चाहते हो, आओ हम सब बैठे और इस बारे में आराम से बातें करें कि समझौता कैसे रद्द होगा? ठीक है ना…"
"मुझे साफ-साफ बताइए क्या शर्ते हैं?" ये किउ ने पूछा
"शर्त साफ है अपने संन्यास की घोषणा कर दो" मैनेजर ने कहा
"सन्यास? और तुम कह रहे थे कि हम आराम से बात करेंगे" सु मुचेंग ने गुस्से में कहा। ये किउ इस साल 25 का हो गया था। इस तरह के महत्वाकांक्षी खेलों में पेशेवर खिलाड़ियों के लिए यह उम्र बहुत ज्यादा थी और इस उम्र में सन्यास लेना कोई अचंभे की बात नहीं थी। पर ये किउ ने पहले ही साफ तौर पर कह दिया था कि वह अभी खेल को छोड़ना नहीं चाहता है। सुनहरा दौर के मैनेजर ने सन्यास की शर्त साफ तौर पर उसके विरोध में रखी थी।
सन्यास लिए हुए पेशेवर खिलाड़ी किसी भी तरह की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के योग्य नहीं थे। वैसे तो वह वापसी कर सकते थे किंतु ग्लोरी के प्रोफेशनल अलायन्स का नियम था की संन्यास लिए हुआ खिलाड़ी 1 साल बाद ही वापसी कर सकता है। यह इसलिए बनाया गया था ताकि खिलाड़ी 1 दिन सन्यास लेकर अगले दिन फिर वापसी ना कर ले और टीमों में अदला बदली ना करें।
ये किउ अपने पेशेवर जिंदगी के अंतिम चरणों पर था और ऐसे में हर दिन अहम था। पर वे उसका 1 साल बर्बाद कर देना चाहते थे। 1 साल बाद अगर वह वापसी करना भी चाहे तो वह बूढ़ा हो चुका होगा और उस समय प्रतियोगी क्षमताएं और काबिलियत की कमी उसे कमजोर बना देंगी। अगर वह अपने बीते हुए दिनों की ख्याति को बरकरार रखे तो भी बहुत ही कठिन था कि कोई भी टीम उसे स्वीकार करना चाहेगी। इसके साथ ही ये किउ के साथ जो सबसे बड़ी कमजोरी थी वह थी उसका व्यवसाय संबंधी सभी गतिविधियों को नकार देना।
यह एक तरीके से, एक अस्वीकार्य शर्त थी किंतु ये किउ ने सर हिलाते हुए कहा "मुझे मंजूर है"
"तुम पागल तो नहीं हो गए हो?" सु मुचेंग ने पूछा
"मैंने इतने सालों तक बहुत कड़ी मेहनत की है। तो क्या 1 साल का आराम लेना बुरी बात है?" ये किउ मुस्कुराकर रह गया।
"क्या? तुम क्या सोच रहे हो?" सु मुचेंग को कुछ समझ नहीं आया
"ज्यादा कुछ नहीं" ये किउ ने अपना सर घुमाया। मैनेजर ने सभी कागजात ये किउ को थमा दिए। ये किउ ने उन्हें देखा और हल्का सा मुस्कुराया। जरूर ही उन लोगों ने इसकी तैयारी बहुत पहले कर रखी थी। ऐसा सोचते हुए ये किउ ने कलम उठाई और कागज पर हस्ताक्षर करते हुए अपना नाम लिखा
वह निकलने को ही था....
ये किउ ने आख़िरी बार उस जगह को देखा जहाँ उसने 7 साल बिताए थे। उसने किसी बिदाई समारोह की उम्मीद नहीं की थी और निकलने के लिए तैयार हो गया।
"मैं तुम्हें छोड़ कर आती हूँ" सु मुचेंग एक मात्र शख्सियत थी जो उसके पीछे पीछे चल पड़ी।
ये किउ का शाब्दिक अर्थ ही होता है ऑटम लीफ।