अब तक
उन फोटोस को देखकर श्रद्धा के दिल में दर्द उठने लगा था सिद्धार्थ की पिछले दिनों की गई हरकतों की वजह से उसके दिल में आ रहा था कि शायद उसने कुछ मिसअंडरस्टैंड कर लिया है उसे सिद्धार्थ से एक बार बात करनी चाहिए लेकिन आज उसके साइड डाउट क्लियर हो गए वह आप सिद्धार्थ से कोई भी मतलब नहीं रखेगी यह बोलकर वह अपनी मां की वार्ड से निकाल कर बाहर की ओर चली जाती है क्योंकि उसे थोड़ी घुटन महसूस हो रही थी इसलिए वह ताजी हवा के लिए बाहर चली जाती है। जैसे ही श्रद्धा अपनी मां के वार्ड से बाहर आती है वैसे ही एक आदमी जिसने एक वार्ड बॉय का ड्रेस पहना था वह अंदर जाता है और श्रद्धा की मां की चल रही ड्रिप में कुछ इंजेक्ट कर देता है और अपनी नज़रें बचा कर वहां से निकल जाता है।
अब आगे
लगभग आधे घंटे बाद जब श्रद्धा अपने मां के वार्ड में आती है तो सामने का नजारा देखकर उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो जाती है क्योंकि उसकी मां के मुंह से झाग निकल रहा था और वह बिस्तर पर तड़प रही थी वह तुरंत डॉक्टर के पास जाती है उन्हें बुलाकर ले आती है। डॉक्टर जब श्रद्धा की मां का ऐसा हाल देखते हैं तो वह एक पल के लिए हैरान हो जाते हैं क्योंकि उन्हें समझ में नहीं आया था कि आखिर क्या हो गया वह तुरंत नर्स और वार्ड बॉय की हेल्प से उन्हें ऑपरेशन थिएटर में ले जाते हैं।
ऑपरेशन थिएटर के बाहर श्रद्धा परेशान सी बैठी हुई थी, तभी वहां पर करणवीर और सोनम भागते हुए आते हैं, सोनम को देखकर श्रद्धा दौड़ कर जाती है उसके गले लग जाती है और फूट-फूट कर रोने लगती है क्योंकि डॉक्टर ने अभी तक नहीं बताया था कि आखिर श्रद्धा की मां को हुआ क्या है तभी एक नर्स आती है और श्रद्धा से कुछ पेपर साइन करवाती है उन पेपर्स को साइन करते हुए श्रद्धा की आंखों से आंसुओं की धारा और भी तेज हो जाती है। उसे पेपर में साफ-साफ लिखा था कि यदि श्रद्धा की मां को ऑपरेशन के समय कुछ भी हो जाता है तो उसमें हॉस्पिटल अथॉरिटी की कोई भी रिस्पांसिबिलिटी नहीं होगी।
श्रद्धा एक बार अपनी आंखें बंद करती है और अपनी मां के साथ बिताए हुए उन प्यार पलों को याद करती है जिनमें वह अपनी मां के साथ कितनी खुश थी उसकी मां उसका कितना ध्यान रखती थी हमेशा उसका साथ देती थी उसे नई-नई चीजों की इंक्रीज करती थी और आज वह एक ऐसी कंडीशन में पहुंच गई है कि वह उसकी बात का जवाब भी नहीं दे सकती। तभी उसके कंधों पर किसी का हाथ महसूस होता है वह पीछे मुड़कर देखती है तो सोनम भरी हुई आंखों से उसे देखते हैं और साइन करने का इशारा करती है श्रद्धा भी साइन कर देती है उसके बाद सोनम उसे एक साइड बैठा देती है।
सोनम भी श्रद्धा के बगल में बैठकर उसका साथ दे रही थी उसे संतान दे रही थी और उसके सामने ही करणवीर बैठा हुआ था, उसे श्रद्धा को इस तरह से देखकर अच्छा नहीं लग रहा था लेकिन न जाने क्यों उसकी नज़रें बार-बार सोनम पर जा रही थी, सोनम को देखकर ना जाने क्यों उसे कुछ धुंधला सा याद आ रहा था उसे देखकर लग रहा था कि शायद वह सोनम को कहीं देख चुका है लेकिन कहां यह उसे याद नहीं आ रहा था वह जब भी सोनम से मिला है हर बार सोनम को देखकर उसके दिमाग में कुछ धुंधली हुई यादें आती है लेकिन वह समझ नहीं पता कि उसने सोनम को कहां देखा था। अभी के लिए करणवीर ने सोनम की तरफ से अपना ध्यान हटाया।
थोड़ी देर बाद ओटी का दरवाजा खुलता है और एक डॉक्टर बाहर आते हैं, डॉक्टर के बाहर आते ही श्रद्धा भाग कर उनके पास आती है और कहती है शायद मेरी मां कैसी है बताइए ना वह ठीक तो हो गई ना। डॉक्टर श्रद्धा की ओर देखते हैं और एक गहरी सांस लेकर कहते हैं आपकी मोम को एक जहर दिया गया था वह शहर किसने दिया इसकी तहकीकात की जा रही है हमने सीसीटीवी फुटेज में निकलने को कह दिया है लेकिन वह किसने किया है यह अभी तक पता नहीं चला है उसे जगह की वजह से आपकी मोम की हालत जो कुछ ठीक हो रही थी वह और भी ज्यादा खराब हो गई है।
हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं हमें एक आखरी सर्जरी करनी है जो 6 घंटे बाद होगी। यह बोलकर डॉक्टर वहां से चले जाते हैं उसकी मां को जहर दिया गया है यह सुनकर श्रद्धा के पैरों तले जमीन खिसक जाती है वह वहीं बैठकर रोने लगती है उसे सोनम और करणवीर दोनों ही संभाल रहे थे लेकिन उसके आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे।
वहीं दूसरी तरफ जर्मनी के एक अस्पताल में सिद्धार्थ भी एक ऑपरेशन थिएटर के बाहर बैठा हुआ था अंदर कृति का ऑपरेशन चल रहा था, उसका ऑपरेशन लगभग 6 घंटे तक चलता रहा। सिद्धार्थ लगभग पूरे टाइम वही ऑपरेशन थिएटर के बाहर ही इंतजार करता रहा उसने ना तो वहां से हिलने की हिम्मत कि नहीं उसने पानी का एक घूंट पिया था। ऑपरेशन थिएटर में कृति के साथ-साथ माया भी मौजूद थी क्योंकि कृति को जो प्रॉब्लम थी उसके लिए माया को वहां होना बहुत ही ज्यादा इंपोर्टेंट है कृति का ब्लड ग्रुप बहुत ही ज्यादा रियर था और वही ब्लड ग्रुप माया का भी था, माया अपना ब्लड कृति को दे रही थी।
थोड़ी देर बाद जब माया बाहर आती है तो सिद्धार्थ उसे उसके बारे में पूछता है तो माया उसके सामने रहती है कि उसे बहुत ज्यादा वीकनेस फील हो रही है उसे चला भी नहीं जा रहा है क्या सिद्धार्थ उसे अपने गोद में उठाकर उसके वार्ड तक छोड़ सकता है लेकिन सिद्धार्थ ने उसे वार्ड तक ले जाने की वजह एक व्हीलचेयर पर बिठाकर अपने एक बॉडीगार्ड के साथ भेज दिया यह सब माया के लिए बहुत ही ज्यादा गुस्सा दिलाने वाला था लेकिन वह अभी कुछ नहीं कह सकती थी। वह चुपचाप अपने वार्ड में जाती है और वहां पर आराम करने लगती है क्योंकि इस समय उसे आराम की जरूरत ही आखिर उसने ब्लड दिया था।
ऑपरेशन जब खत्म हो गया तब डॉक्टर बाहर आए और डॉक्टर को देखते ही सिद्धार्थ उनके पास गया और उन्होंने सिद्धार्थ से कहा कि अब बच्ची खतरे से बाहर है उसे लगभग दो दिनों में होश आ जाएगा उसके बाद वह अपने साथ चाहे तो उसे इंडिया लेकर जा सकते हैं वहां के डॉक्टर को अगर वह उसकी रिपोर्ट दिखा देंगे तो वह उसके आगे के ट्रीटमेंट की पूरी प्रक्रिया को देख लेंगे यह कहकर वह डॉक्टर सिद्धार्थ से हाथ मिलाते हैं और वहां से चले जाते हैं। सिद्धार्थ अपने-अपने दोनों हाथों से अपने चेहरे को ढाका और एक गहरी सांस लेकर कहा मैंने तुमसे किए हुए वादे को पूरा किया अब बस दूसरे वादे को पूरा कर लूं फिर मैं अपनी इस रिस्पांसिबिलिटी से हमेशा हमेशा के लिए मुक्त हो जाऊंगा।
दूसरी ओर इंडिया में श्रद्धा की मां का भी ऑपरेशन हो चुका था, जब डॉक्टर बाहर आते हैं तो श्रद्धा डॉक्टर के पास जाकर अपनी मां की कंडीशन के बारे में पूछता है और डॉक्टर उसे ऐसी बात बताते हैं कि वह वहां पर बेहोश होकर गिर जाती है। उसे बेहोश होकर गिरते देखकर सोनाम और करणवीर उसके पास भागते हैं और उसे होश में लाने की कोशिश करते हैं लेकिन श्रद्धा को कोई भी होश नहीं आता थोड़ी देर बाद उसे भी एक वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है।
ऐसा क्या कहा डॉक्टर ने की श्रद्धा बेहोश हो गई और किस वादे की बात कर रहा था सिद्धार्थ जानने के लिए
To be continued ❤️❤️❤️❤️
राधे राधे