निंग क्षी....
क्या पागल आदमी है, मैं यहाँ घाव पर दबाव डालकर खून रोकने की कोशिश कर रही थी, मुझे धक्का दे कर हटा दिया और अब प्यारा सा चेहरा बना कर खून को बहते हुए देख रहा है| टीवी सीरियल के नाटकों का प्रेमी हैं क्या यह आदमी|
निंग क्षी ने मन ही मन सोचा|
वैसे तो यह बहस करने का सही समय नहीं था, पर अपनी कमर पर हाथ रखकर खड़ी निंग क्षी सही में इस समय सु यान को उसकी इस हरकत के लिए डटना चाहती थी|
"क्या हो रहा हैं?" गुओ किशेंग दौड़ कर आया, चेहरे से साफ झलक रहा था कि वह गुस्से में हैं|
निंग क्षी ने चिंतित भाव से बताना शुरू किया, "मैंने निंग क्षुएलुओ पर तलवार से वार किया और जब ब्लेड पलट के वापस नहीं आया तो मुझे शक हुआ कि कुछ तो गलत हुआ है|"
यह एक नकली तलवार थी| ब्लेड अगर कडक चीज़ से टकराता है तो उसे पलटकर वापस आना ही चाहिए था| किसी ने भी उम्मीद नहीं की थी कि ऐसी दुर्घटना हो जाएगी|
गुओ किशेंग का गुस्सा सातवे आसमान पर था, "प्रोप मास्टर कहाँ हैं? अभी के अभी यहाँ आओ| मैंने तुम्हें पहले भी कहा था कि सारी चीज़े अच्छे से दो बार जाँचो ताकि इस तरीके की कोई भी अप्रिय घटना ना हो पर तुम क्या कर रहे थे अभी तक?"
प्रोप मास्टर डरा हुआ सा खड़ा था| उसके माथे से लगातार पसीना बह रहा था|
"डाइरेक्टर गुओ जब मैंने जाँच की थी तब सब कुछ सही था| मेरे हिसाब से कोई भी समस्या नहीं होनी चाहिए थी|"
गुओ किशेंग ने स्क्रिप्ट प्रोप मास्टर के मुँह पर फेंककर गुस्से से चिल्लाया, "फिर यह कैसे हो गया?"
एक के बाद एक समस्याएँ आती ही जा रही थीं| अब वह थक चुका था रोज की समस्याओं से निपटते निपटते हुए|
तभी वांग टाइहे ने अचानक पूछा, "सबसे आखिरी में प्रोप किसके हाथ में था?"
"मेरे खयाल से निंग क्षी के हाथ में था.....मैंने तलवार की अच्छे से जाँच करने के बाद निंग क्षी को दी थी, उसके बाद वह इसके साथ अभ्यास कर रही थी| मैं मानता हूँ मेरी गलती हैं, मुझे फिल्मांकन के पहले एक बार फिर से जाँच करनी चाहिए थे|" प्रोप मास्टर बार बार क्षमा मांगने लगा|
यह सुन कर निंग क्षी की आंखे सिकुड़ गई| अगर अब भी वह नहीं समझी कि क्या चल रहा था तो उसे इस इंडस्ट्री को छोड़ देना चाहिए|
यह सुन कर सेट पर मौजूद हर शख्स के चेहरे पर कई तरीके के भाव उठने लगे|
गुओ किशेंग ने प्रोप मास्टर को घूर कर देखा| असमंजस से निंग क्षी की तरफ देखा, जैसे तैसे अपने गुस्से पर काबू किया| "इस बारे में हम बाद में बात करेंगे|अभी इसे अस्पताल ले चलो| इस बारे में कोई भी खबर बाहर नहीं जानी चाहिए|"
ब सिटी में द फ़र्स्ट पीपल रिपब्लिक हॉस्पिटल के अंदर|
सु यान निंग क्षुएलुओ के वार्ड के अंदर था, जबकि निंग क्षी वार्ड के बाहर बैठी हुई थी उसका दिमाग इस समय घूम रहा था|
क्या सही में निंग क्षुएलुओ इतनी मासूम थी? उसकी चाले भी अनोखी ही हुआ करती थी| क्या होता अगर वह तलवार से कट कर मर जाती?
यह तो अच्छा हुआ कि निंग क्षी को जैसे ही समझ में आया कुछ गलत हुआ है, उसने अपना हाथ रोक लिया| घाव गहरा नहीं था| हकीकत में यह छोटी सी चोट थी पर इसके परिणाम भारी होने वाले थे|
अब उसे यह सोचना होगा की खुद की बेगुनाही कैसे साबित की जाए|
वह इसी उधेड़ बुन में थी की पीछे से कुछ हदबड़ाए कदमों की अहट आयी|
उसने देखने के लिए अपना सिर उठाया ही था कि किसी ने एक ज़ोरदार तमाचा उसके चेहरे पर मारा|
"निंग क्षुएलुओ के साथ ऐसा करने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?" "अगर किसी से नफरत करनी हैं तो मुझसे करो, उसे निंग परिवार में मैं ले कर आयी, मैंने उसे प्यार दिया, उसकी परवाह की, इसमें क्षुएलुओ की क्या गलती थी?" यह औरत गुस्से से पागल हुए जा रही थी| निंग क्षी को ऐसे देख रही थी जैसे वह उसकी सबसे बड़ी दुश्मन हो|
निंग क्षी उठ खड़ी हुई| उसने मुँह से आते हुए खून को पोंछा, अपने सामने खड़ी इस औरत जो काफी सभ्य दिख रही थी, की तरफ गंभीरता से देखा| यह उसकी खुद की माँ थी|
माँ ज़्हुयांग लिंगयु के पीछे पिता निंग याओहुया खड़ा हुआ था जिसकी नजरों में भी निंग क्षी के लिए नफरत दिख रही थी|
"निंग क्षुएलुओ बुरी तरीके से जख्मी हुई हैं अगर उसे कुछ हो गया तो मैं तुम्हें नहीं बख्शूंगा|"
यह उसके सगे माता पिता थे जो बिना यह पूछे कि असल में क्या हुआ था, उसे मारे पीटे जा रह थे, धमका रहे थे| निंग क्षी के पास भी उन दोनों को सुनाने के लिए बहुत कुछ था| ऐसे कई प्रश्न थे जिनके उत्तर शायद उन दोनों को देते भी ना बने पर अब वह बहुत थक चुकी थी| उसके पास इन दोनों के साथ बहस करने की जरा भी क्षमता नहीं बची थी| इसलिए वह बस शांत निगाहों से उन दोनों को देखती रही|