स्मिता जब उठी उसने खुद को बुरी है हालत में उसके शरीर पर चोट के निशान थे और कुछ नीले रंग के निशान थे इसके साथ ही उसका शरीर पूरी तरह टूट रहा था उसके शरीर पर कोई कपड़े कोई नहीं थे लेकिन अपनी हालत देखने के बाद मैं जानती थी कि उसके साथ क्या हुआ था?
फिर स्मिता ने इधर उधर देखा लेकिन फिर भी उसे उस इंसान का चेहरा याद नहीं आ रहा था जिसने उसके साथ ऐसा जानवरों जैसे सलूक किया था इसलिए उसके पास इसे जाने देने के अलावा कोई रास्ता नही था ।
जब अपनी बुरी किस्मत को दोष देते हुए वह बेड से नीचे उतरने ही वाली थी कि तभी दरवाजा खुलने की आवाज आई और कुछ लोग अंदर आ गए और उसकी फोटोज लेने लगे जिससे स्मिता को पूरी तरह से हैरान रह गई और अपने चेहरे को अपने शरीर को ब्लैंकेट से देखने की कोशिश करने लगी तभी एक गुस्से भरी आवाज सुनाई दी " ख़बरदार अगर किसी ने भी मेरी वाइफ की एक दिन पिक्चर देखी मुझे बुरा और कोई नहीं होगा!" यह आरव था।
एक अनजान इंसान के मुंह से मेरी वाइफ सब सुनकर स्मिता और भी हैरान रह गई वह नहीं जानती थी यह सब क्या हो रहा है लेकिन वह कुछ भी बोल नहीं सकी।
उन सब लोगों को बाहर निकाल दिया और इसके बाद और इसके बाद आराम नहीं स्मिता की साइड में एक बैग रख दिया और उसके बाद बिना कुछ कहे वहां से चला गया स्मिता ने बैग को खोलकर देखा उसने एक जोड़ी कपड़े थे।
तभी बाहर गया हुआ आरव वापिस आया और कहा " यह तुम्हारे कपड़े हैं तुम जल्दी से तैयार हो जाओ!"
स्मिता ने आरव को देखते ही पूछा " तुम हो कौन?"
" मैं कौन हूं क्या अभी तक तुम्हें पता नहीं चल मैं कौन हूं मैं अभी-अभी तो सबको बताया था कि मैं तुम्हारा पति हूं! " आरव ने कहा।
तभी स्मिता ने चिल्लाते हुए कहा " क्या बकवास कर रहे हो तुम मैं तुम्हें जानती तक नहीं ?"
" वेल ! तुम मुझे जानती नहीं हो लेकिन फिर भी तुमने मेरे साथ पूरी रात बिता दी ! " आरव ने कहा।
" तो तुम हो जिसने मेरे साथ ऐसा किया? तुम्हें जरा भी शर्म नहीं आई ? " स्मिता ने फिर से विरोध किया।
" क्या गलत कमरे में आना मेरी गलती?" आरव ने फिर से कहा।
तभी स्मिता ने अपनी इधर-उधर ध्यान दिया और देखा कि वह सच में गलत कमरे में थी , स्मिता बहुत कुछ बोलना चाहते थे लेकिन शायद आरव सुनने के मूड में नहीं था इसलिए बाहर चला गया।
स्मिता ने ना चाहते हुए भी वह कपड़े उठाने और वॉशरूम में चली गई और वॉशरूम से आने के बाद वह रूम का गेट खोलकर बाहर जाने की कोशिश करने लगी लेकिन जैसे ही उसने दरवाजा खींच तो वह लॉक था लेकिन यह ऐसा लॉक नहीं था जिसे वह किसी क्लिप या अपनी ट्रिक से खोल सके इसीलिए वह बेड पर बैठ गई कुछ देर तक सोचने लगी थोड़ी देर बाद उसका ध्यान खिड़की की तरफ गया और खिड़की से निकलने की सोची।
दूसरी तरफ आरव दूसरी तरफ अक्षत से बात करने में बिज़ी था ।
" भाई ! मैंने नहीं सोचा था कि वह लोग इस हद तक जाएंगे और इतनी घटिया हरकत करेंगे! " अक्षत ने गुस्से से कहा।
" मैं अच्छे से जानता हूं कि कुछ लोग सक्सेस के लिए कितनी भी गिरी हुई हरकत कर सकते हैं, कि मेरा नाम आरव सिंघानिया है, मैं सबको रिटर्न करता हूं और वो भी इंटरेस्ट के साथ !" आरव ने कहा।
अक्षत से बात खत्म करने के साथ जैसे ही आरव वापिस अपने रूम में आया तो हैरान रह गया क्योंकि स्मिता रूम में नहीं थी आरव ने इधर उधर देखा लेकिन स्मिता कहीं नहीं दिखी " मैं भी देखता हूं तुम कहां जाओगी मेरी मर्जी के बिना!" आरव ने कहा जल्दी से रूम से बाहर निकल गया।
अब जहां एक तरफ आरव स्मिता को ढूंढने निकल गया था वही रितेश का आदमी देवराज भी स्मिता को पूरे जयपुर में ढूंढ रहा था और शायद आज स्मिता की किस्मत सच में सबसे ज्यादा खराब थी क्योंकि देवराज ने स्मिता को भागते हुए देख लिया था स्मिता को देखते ही वह उसकी तरफ भाग " जहां हो वहीं रुक जाओ!"
जैसे ही स्मिता ने देवराज की आवाज सुनी वह नहीं जानती थी कि कैसे रिएक्ट करना है लेकिन वह हैरान रह गई कि उसकी किस्मत इतनी खराब कैसे हो सकती है जहां वह एक तरफ अपने तथाकथित पति से बचकर भागी थी वहीं दूसरी तरफ अब उसके चाचा के आदमी आ चुके थे जो उसे वापस उसके धोखेबाज मंगेतर के पास ले जाएंगे और उसे हर हाल में उससे शादी करनी होगी ।
इससे पहले की देवराज स्मिता को पकड़ पाता स्मिता उसकी दूसरी तरफ जोर से भागी वह अभी थोड़ी दूर गई थी एक ब्लैक रोल्स रॉयस कार उसके पास आकर रूकी और उसे अंदर खींच लिया गया इससे पहले की वह विरोध कर पाती उसे बेहोश कर दिया गया , यह आरव था जिसने एक ही पल में स्मिता को अपनी कार में डाल लिया और देवराज को चकमा दे दिया।
" ये लड़की भी ना सुबह सुबह से फालतू में कसरत करवा रही है ! ऊपर से आज दोपहर में इवेंट भी है! " आरव बड़बड़ाया।
इसके बाद आरव ने होटल की जगह कार को कहीं और मोड़ लिया अब कार एक अंडरग्राऊंड पार्किंग में आकर रूकी।
फिर आरव ने स्मिता को बाहों में उठाकर बाहर निकाला और अंदर की तरफ चला गया ।
बॉस जब भी किसी बिजनेस के काम से जाते हैं तो कभी भी हमें कभी भी किसी तैयारी का नहीं बोलते हैं पता नहीं आज सुबह अचानक से क्यों बोला था!" किसी एक गार्ड ने कहा।
" हां और आज तो बॉस के साथ एक लड़की भी है , पहली बार बॉस को किसी लड़की के साथ देखा है वो भी इतनी छोटी और मासूम सी लड़की !" दूसरे गार्ड ने भी कहा।
तभी अक्षत आया और उन दोनों को टोका " बातचीत मत करो भाई ने सुन लिया ना तो तुम लोगों की छूटी कर देगा।"
" जी सेकंड बॉस ," दोनों गार्ड्स ने कहा।
अक्षत मुस्कुराया और सिटी बजाते हुए अंदर चला गया ।
कुछ तो कहो कैसी लग रही है ये स्टोरी 🥺🥺🥺
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