वह तीनों स्कूटर से मुकुल के घर गए। वर्तमान समय के भास्कर और सैली के मन में बहुत से सवाल उमड़ रहे थे। भविष्य के समय का भास्कर उन प्रश्नों का जवाब कुछ ही मिनटों में दे सकता था, लेकिन उन्हें समझाना मुश्किल था। साथ ही भविष्य के भास्कर के मन में भी कुछ प्रश्न थे, जिनके उत्तर सिर्फ मुकुल के पास थे। उसकी स्थिति अभिमन्यु जैसी थी, जो चक्रव्यूह तोड़कर अंदर घुस तो गया था, लेकिन बाहर निकलने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था।
मुकुल के घर पहुँचने के बाद, भविष्य के भास्कर ने उन्हें टाइम मशीन दिखाई। उसने सैली से कहा, "यह एक टाइम मशीन है। मैंने इस टाइम मशीन का छह बार इस्तेमाल किया है।"
सैली ने बिना कोई इमोशन दिखाए जवाब दिया, "हां।"
शायद उसे भविष्य के भास्कर की बातें समझ में नहीं आ रही थीं कि वह क्या कहना चाहता है, इसलिए उसने दोबारा कहा, "सैली, मैंने इस टाइम मशीन का छह बार इस्तेमाल किया है, इसलिए मेरे जैसे पांच और भास्कर यहां पर हैं।"
"क्या?" यह सुनकर सैली हैरान रह गई, उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। वह नहीं जानती थी कि उसे क्या कहना चाहिए।
"हाँ सैली, हम पांच हैं। और तुम अकेली हो।"
"नहीं, यह नहीं हो सकता।" सैली के चेहरे पर अविश्वास था।
उन दोनों की आवाज सुनकर बगल के कमरे में मौजूद भास्कर बाहर आ गया। उसका ध्यान सैली की ओर गया। उसे सुरक्षित देखकर वह बहुत खुश हुआ। उसने सैली को कसकर गले लगा लिया।
"सैली, तुम सच में ठीक हो। मुझे अपनी आँखों पर भरोसा नहीं हो रहा।"
वर्तमान के भास्कर को ये बात पसंद नहीं आई कि उसने सैली को गले लगाया था। उसने उसे सैली से दूर खींचते हुए कहा, "यह मेरी पत्नी है।"
भविष्य के भास्कर ने वर्तमान के भास्कर को समझाते हुए कहा, "एक मिनट भास्कर। यह भास्कर नंबर छह है। और वह भी भविष्य से आया हुआ है।"
वर्तमान का भास्कर गुस्से में कहता है, "ये! तुम सबने टाइम ट्रेवल क्यों किया था?"
भविष्य के भास्कर ने शांत स्वर में जवाब दिया, "मैंने टाइम ट्रेवल नहीं किया था, तूने टाइम ट्रेवल की है। क्योंकि तुम और मैं एक ही हैं। भविष्य में हमारे ऊपर ऐसी स्थिति आई थी कि हमें अनजाने में ही टाइम ट्रेवल करना पड़ा। इसलिए, यहां सात भास्कर टाइम मशीन से आए हैं।"
वर्तमान का भास्कर अभी भी नाराज था, "ठीक है। मैं दो मिनट के लिए यह स्वीकार करता हूँ कि मैंने टाइम ट्रेवल किया। लेकिन मैंने छह बार टाइम ट्रेवल क्यों किया था?"
"भविष्य में हमारी गलती के कारण सैली का एक्सीडेंट हो गया। उस हादसे में वह हमेशा के लिए हमें छोड़कर चली गईं। हमने उसे वापस लाने के लिए टाइम ट्रेवल किया।" भास्कर7 ने गहरी सांस लेते हुए कहा।
जब वे बातें कर रहे थे, एक और भास्कर कमरे में दाखिल हुआ। वे दोनों नए आए भास्कर को देख रहे थे। नए भास्कर का ध्यान सैली पर गया और उसने दौड़कर उसे कसकर गले लगा लिया। वर्तमान के भास्कर ने उसे एक तरफ ले जाकर जोर से कहा, "यह मेरी पत्नी है।"
नए भास्कर ने कहा, "नहीं, यह मेरी पत्नी है।"
भास्कर7 दोनों से कहता है, "वह हम सभी की पत्नी है। इसलिए आपस में लड़ने में समय बर्बाद मत करो।"
भास्कर7 ने नए आए भास्कर से पूछा, "तुम कहाँ से आए हो?"
"सिग्नेचर होटल से।"
"तुम वहाँ क्या कर रहे थे?"
"मैं शुभम से बात कर रहा था।"
"ठीक है। तो आप हैं भास्कर3. और मैं भास्कर7 हूं। यह भास्कर6 है और यह भास्कर1 है।"
सैली इस सब से भ्रमित थी। वह जोर से कहती है, "प्लीज ये सब बंद करो। मेरे सिर में दर्द हो रहा है।" ऐसा कहकर उसने अपना सिर पकड़ लिया।
यह सुनकर भास्कर3 उसके बैठने के लिए कुर्सी लेकर आया। भास्कर7 एक गिलास पानी लाया और भास्कर6 पंखा चालू कर देता है। जिसे देखकर वर्तमान के भास्कर को उन सब पर गुस्सा आता है। वह कहता है, "आपको मेरी पत्नी के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। मैं उसका ख्याल रख सकता हूँ।"
तभी एक और भास्कर वहां आ जाता है। वह भी सैली को देखता है और उसे कसकर गले लगाता है। वर्तमान का भास्कर इसे दूर करते हुए जोर से चिल्लाते हुए कहता है, "मेरी पत्नी प्राइवेट प्रॉपर्टी नहीं है। कोई भी आकर उसे गले लगा लेगा।"
भास्कर7 कहता है, "भास्कर1, कृपया शांत हो जाइए।" और वह नए आए हुए भास्कर से कहता है, "तुम कहाँ से आए हो?"
"मैं मनोरा होटल से आया हूँ।"
"तुम वहाँ क्या कर रहे थे?"
"मैं भास्कर को सैली के पास जाने से रोक रहा था।"
"तो आप भास्कर5 हैं।"
वह बोल ही रहा था, तभी एक और भास्कर वहां आ गया। उसने सैली को गले लगाया। सभी भास्कर का ध्यान वर्तमान के भास्कर की ओर गया। उसका चेहरा गुस्से से लाल हो गया था। उसने नए भास्कर को एक तरफ ले जाकर कहा, "कोई मेरी पत्नी को गले ना लगाए, ऐसा बोर्ड मैं दरवाज़े पर लगा दूँ क्या?"
भास्कर7 ने कहा, "आप कहां से हैं?"
"सिग्नेचर होटल से।"
"तो आप भास्कर4 हैं।"
वर्तमान समय के भास्कर ने कहा, "यहां और कितने भास्कर आएंगे?"
"अब तो एक ही भास्कर बचा है।"
"मैं उसे अपनी पत्नी के पास नहीं जाने दूंगा।"
भास्कर5 ने कहा, "एक मिनट, हम सब यहाँ हैं। तो मुकुल कहाँ पर है?"
भास्कर6 ने कहा, "वह अंदर के कमरे में है। मैंने उसके हाथ और पैर बांध दिए हैं।"
"क्यों?"
"अगर मैंने ऐसा नहीं किया होता, तो हमें फिर से टाइम ट्रेवल करना पड़ता। और यहाँ सात नहीं, बीस भास्कर हो जाते," भास्कर6 ने ठंडी आह भरते हुए कहा।
"तुम कितने नंबर के भास्कर हो?" वर्तमान के भास्कर ने पूछा।
"मैं छठा हूँ," भास्कर6 ने जवाब दिया।
"आप?" वर्तमान के भास्कर ने भास्कर7 की ओर इशारा करते हुए पूछा।
"मैं सातवें नंबर का हूँ," भास्कर7 ने जवाब दिया।
भास्कर5 ने भास्कर7 से पूछा, "क्या तुम वही हो जिसने उस लेडीज वेटर को चॉकलेट और पत्र दिया था?"
"हाँ," भास्कर7 ने सिर हिलाते हुए कहा।
"आपने ऐसा क्यों किया?" भास्कर5 ने अपनी आँखों में हैरानी के साथ पूछा।
"मुझे आप सभी को एक साथ लाने के लिए ऐसा करना पड़ा। हम सब एक दूसरे को रोक रहे थे। अपनी पत्नी, दोस्तों से कुछ छुपा रहे थे। लेकिन अब समय आ गया है कि हम उसे सच बता दें कि वास्तव में क्या हुआ था और उससे माफी मांगे," भास्कर7 ने गंभीर स्वर में कहा।
सैली ने अचरज भरी निगाहों से पूछा, "तुम सब मुझसे क्या छुपा रहे हो?"
भास्कर7 आगे आया। वह सैली के करीब जा रहा था। यह देखकर वर्तमान के भास्कर को लगा कि भास्कर7 सैली को गले लगाने वाला है, इसलिए वह उनके बीच आकर बोला, "उसे दोबारा गले लगाने की जरूरत नहीं है।"
भास्कर7 ने वर्तमान के भास्कर को एक तरफ धकेलते हुए कहा, "मैं उसे गले नहीं लगा रहा। मैं सिर्फ उससे बात कर रहा हूँ।"
"ठीक है, सॉरी," वर्तमान के भास्कर ने धीमी आवाज़ में कहा।
भास्कर7 ने सैली की आँखों में देखते हुए कहा, "सैली, जब मैंने पहली बार टाइम ट्रेवल किया था, तब मैं अपने कमरे में था और तुम्हारे साथ शारीरिक संबंध बना रहा था। तब भास्कर1 क्रेसल्स होटल में था। भास्कर1 ने तुम्हें किसी पराये व्यक्ति के साथ देखा था। उसे भी नहीं पता था कि वह पराया व्यक्ति वह खुद है। इससे भास्कर1 को लगा कि तुम किसी पराया व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बना रही हो। उसे तुम पर शक हुआ। इस सब ने मेरे अंदर का भरोसा हमेशा के लिए खो दिया। इसके लिए जितना भास्कर1 जिम्मेदार है, उतना ही हम सब भी जिम्मेदार हैं। क्योंकि हमारी गलती की वजह से तुम्हारा एक्सीडेंट हुआ था। जब हमें अपनी गलती का एहसास हुआ, तो हम अतीत की ओर जाने लगे और अतीत को बदलने की कोशिश करते रहे। लेकिन हमने जितनी भी कोशिश की, हम एक बार भी अतीत को नहीं बदल पाये। अंततः मैंने तुम्हें सब कुछ बताने का निर्णय लिया। आज मैं तुमसे माफी मांगता हूँ।"
भास्कर7 उसके सामने घुटनों के बल बैठ गया और हाथ जोड़कर बोला, "सैली, मुझे क्षमा करो। मैं तुम्हारा अपराधी हूँ। तुम मुझे जो चाहे सजा दे दो। लेकिन अब मेरे ऊपर भरोसा करो, मैं तुमसे वादा करता हूँ, मैं तुम पर फिर कभी संदेह नहीं करूँगा।"
उसे घुटने टेककर माफी मांगते हुए देखकर, बाकी पांच भास्कर भी अपने घुटने टेककर माफी मांगते हुए बोले, "सॉरी सैली।"
सैली की आंखों से आंसू बह रहे थे। वह इस बात से बहुत आहत थी कि उसका पति उस पर शक करता था। उसने भरे गले से कहा, "भास्कर, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं। अगर तुमने कुछ गलत किया होता, तो मैं तुम्हें माफ कर देती। लेकिन तुमने मेरे चरित्र पर संदेह किया है। मैं तुम्हें कैसे माफ कर सकती हूं? और मैं तुम पर दोबारा भरोसा कैसे करूं? अगर तुमने मेरा भरोसा फिर तोड़ दिया तो? हमारा रिश्ता विश्वास पर आधारित है, और आज तुमने वह विश्वास हमेशा के लिए खो दिया है।"
सैली की बात सुनकर सभी भास्कर चुप थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि सैली को कैसे समझाया जाए। भास्कर3 ने झिझकते हुए कहा, "इसमें भास्कर2 की गलती है। अगर उसने तुम्हारे साथ सेक्स नहीं किया होता, तो ऐसा कुछ भी नहीं होता।"
भास्कर6 ने सहमति जताई, ''हां, यह सब उसकी वजह से हुआ है। लेकिन हम में से भास्कर2 कौन है?''
भास्कर7 ने सोचा और कहा, "भास्कर2 को सिर में चोट लगी थी और उसकी मरहम पट्टी भी हुई थी। यहां किसी भी भास्कर के सिर पर चोट नहीं है और पट्टी भी नहीं है। इसका मतलब है कि भास्कर2 यहां नहीं आया।"
तभी दरवाजा खुलता है और एक और भास्कर कमरे में आता है। वह सैली को देखकर उसे कसकर गले लगाकर कहता है, ''तुम सुरक्षित हो। यह देखकर मुझे बहुत खुशी हुई।''
हर कोई उसकी ओर देख रहा था। उसके सिर पर पट्टी बंधी हुई थी। यह देखकर सभी को गुस्सा आ गया। भास्कर5 बाजू के टेबल पर रखा हुआ हथौड़ा उठा लेता है और भास्कर3 स्क्रू-ड्राइवर लेता है। भास्कर7 ने भास्कर2 को सैली से दूर कर दिया और कहा, ''यह सब तुम्हारी वजह से हुआ है।''
इसके बाद भास्कर1, 7, और 6 ने उसके कान के नीचे एक के बाद एक थप्पड़ मारे। भास्कर5 उसके पास आया। उसके हाथ में हथौड़ा था। वह उसके सिर पर हथौड़ा मारने ही वाला था, तभी सैली ने उसे रोकते हुए कहा, "रुको। इसके साथ कुछ मत करो।"
भास्कर3 ने कहा, "सैली, ये सब उसकी वजह से हुआ है।"
सैली ने दृढ़ता से कहा, "इसमें सिर्फ उसकी गलती नहीं है, तुम्हारी सबकी गलती है। इसलिए आपस में लड़ने की बजाय इस बारे में सोचें कि इससे कैसे निकला जाए।"
भास्कर4 ने कहा, ''इसके लिए हम नहीं, बल्कि मुकुल जिम्मेदार है। अगर उसने टाइम मशीन नहीं बनाई होती, तो ऐसा कुछ भी नहीं होता।"
"ठीक है। तो वह अभी कहाँ पर है?" भास्कर1 ने पूछा।
भास्कर6 ने कहा, ''मैंने उसे अंदर वाले कमरे में रस्सी से बांध दिया है।''
"हमें उससे बात करनी चाहिए और यहां से बाहर निकलने का रास्ता खोजना चाहिए," भास्कर7 ने सुझाव दिया।
सभी भास्कर उस कमरे में चले गए। मुकुल कुर्सी पर बैठा था और अब वह होश में आ गया था। उसे रस्सी से बांधा गया था और उसके मुंह में रुमाल ठूंसा हुआ था। भास्कर ने उसके मुंह से रुमाल हटाते हुए कहा, "मुकुल, हम सब आपकी वजह से फंस गए हैं। अब आप हमें इससे बाहर निकालें।"
मुकुल ने गुस्से में कहा, "पहले तुम मेरी रस्सियों को खोलो।"
"ठीक है," भास्कर7 ने कहा और मुकुल की रस्सियाँ खोलने लगा।
रस्सियों से मुक्त होते ही मुकुल ने लंबी सांस ली।
"बताओ मुकुल, इसे बाहर कैसे निकला जाये?" भास्कर ने चिंतित स्वर में पूछा।
मुकुल ने एक गहरी सांस ली और कहा, "तुम पहले मेरे प्रश्न का उत्तर दो। तुम मेरे सामने टाइम ट्रेवल किया था। तो जहाँ तक मेरी जानकारी है, यहाँ तीन भास्कर होने चाहिए थे। लेकिन यहाँ सात भास्कर हैं, यह कैसे हुआ?"
भास्कर7 ने समझाते हुए कहा, "मैंने पहली बार शाम 7:30 बजे टाइम ट्रेवल किया था। उसके बाद मैंने जानबूझकर हर बार 7:40 पर टाइम ट्रेवल किया। इस समय में मैंने चार बार टाइम ट्रेवल किया। लेकिन इसे आपको ऐसा महसूस होगा जैसे मैंने दो बार समय यात्रा की है, शाम 7:30 बजे और 7:40 बजे।"
मुकुल ने गुस्से में कहा, "इसका मतलब है कि तूने मुझे धोखा देकर टाइम ट्रेवल किया था।"
भास्कर7 ने गंभीरता से कहा, "इस पर आप ध्यान मत दो। हमें सिर्फ इतना बता दो कि इसे हम बाहर कैसे निकले।"
मुकुल ने एक पल के लिए सोचा और फिर भास्कर की आंखों में देखते हुए कहा, "भास्कर, मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूँ। जब आपने पहली बार यात्रा की तो आपको यह याद नहीं था कि 2020 में आप किस स्थिति में थे। आपकी पत्नी कैसी दिखती है, वह किस होटल में ठहरी है, आपको इनमें से कुछ भी याद नहीं है। क्योंकि जब आपने पहली बार 2012 में यात्रा की थी, इसका दुष्प्रभाव 2020 में देखने को मिला।"
भास्कर ने उलझन भरे स्वर में पूछा, "तुम क्या कहना चाहते हो?"
मुकुल ने स्पष्ट किया, "भास्कर, जब आपने 2012 में पहली बार समय यात्रा की थी, तब आप 2020 में जाना चाहते थे। और जब आपने 2020 में पहली बार समय यात्रा की तो आपको केवल 2012 तक की बातें ही याद थीं। लेकिन आपको याद नहीं कि 2012 से 2020 तक आठ साल में क्या हुआ। इसलिए 2020 में पहली बार समय यात्रा करने के बाद, आपको चीजों को याद रखने में थोड़ा समय लगा।"
भास्कर2 ने चौंकते हुए कहा, "मैंने पहली बार टाइम ट्रेवल किया। इसका मतलब है कि मैं 2012 से आया हूँ?"
मुकुल ने सिर हिलाते हुए कहा, "हाँ।"
भास्कर2 ने परेशान होते हुए पूछा, "लेकिन 2012 में आपकी मशीन ठीक से काम नहीं कर रही थी। तो मैं 2012 से कैसे बाहर निकला?"
मुकुल ने गहरी सांस लेते हुए कहा, "वह मशीन ठीक से काम कर रही थी। लेकिन मैं तब एक अच्छी टाइम मशीन नहीं बना सका, और अब भी नहीं बना पाया।"
कमरे में एक गहरा सन्नाटा छा गया। सभी भास्करों की निगाहें मुकुल पर थीं।