एन किअन नहीं चाहती थी की गु निंग शर्मिंदा हो, इसलिए उसने चेक वापस ले लिया।
लेकिन जब से गु निंग ने उसकी जान बचाई है, वह भी कुछ नहीं कर पाने के कारण असहज महसूस कर रही थी।
फिर जब एन किअन ने चेक वापस ले लिया तो उसने एक नाम वाला कार्ड निकाला, जिसे गु निंग को देते हुए कहा, "यदि आप चेक नहीं लेना चाहती हैं, तो चलो दोस्त बन जाते हैं। ये मेरे नाम का कार्ड है। यदि आपको भविष्य में कुछ भी आवश्यकता पड़े तो कृपया मुझे बिना झिझक याद करें। जब तक मैं मदद कर सकती हूं, मैं कोई प्रयास नहीं छोड़ूंगी।"
पैसे की तुलना में पहचान बनाना वास्तव में अधिक कीमती था। गु निंग ने इस बार अस्वीकार नहीं किया।
इसलिए नहीं कि वह लालची थी, बल्कि एन किअन सिर्फ उससे दोस्ती करना चाहती थी। अगर वह फिर से असहमत होती तो वह घमंडी लगती।
इसके अलावा, उसे दोस्तों और एक मेलजोल समूह की जरूरत थी। गु निंग ने खुद के बारे में बहुत ज्यादा नहीं सोचा था। उसे विश्वास था कि एक मेलजोल समूह मददगार होगा।
बेशक, वह लोगों से खुद के लिए काम नहीं करवाती थी। यह पूरी तरह से लोगों की इच्छा पर निर्भर था।
"बहुत बढ़िया, तब मैं इसे लेती हूं" गु निंग ने नाम कार्ड बिना कुछ और कहे स्वीकार किया।
गु निंग को कार्ड स्वीकार करते देख एन किअन ने तुरंत अपना हाथ आगे बढ़ाया, "आपसे मिलकर अच्छा लगा। मेरा नाम एन किअन।"
गु निंग ने भी उससे हाथ मिलाते हुए कहा, "आपसे भी मिलकर अच्छा लगा। मैं गु निंग हूं।"
इस तरह वे आधिकारिक तौर पर मिले थे।
"क्षमा करें, मुझे अब जाना होगा। मेरी मां मुझे नहीं देख कर चिंतित होंगी। कृपया पुलिस को न बताएं कि मैं इसमें शामिल हूं। मैं किसी भी परेशानी में नहीं पड़ना चाहती।" इससे पहले कि एन किअन जवाब देती, गु निंग पलटकर चली गई।
"अरे," एन किअन ने गु निंग को रोकना चाहा क्योंकि उसने उसका फोन नंबर अभी तक नहीं लिया था!
लेकिन गु निंग बहुत तेजी से चली गई। एन किअन भाग कर सीढ़ियों के प्रवेश द्वार पर गई पर तब तक तो गु निंग चली गई थी।
लेकिन यांग हाओ अभी भी वहीं था, इसलिए एन किअन नहीं जा सकी और फिर उसने जाने दिया।
कई मिनट बाद खुली हुई बालकनी में कोई दिखाई दिया। एक सफेद कोट में मध्यम आयु वर्ग का व्यक्ति था। वह लगभग 50 वर्ष का था और उसके साथ में दो पुरुष चिकित्सक थे, जो कि लगभग 30 वर्ष के थे।
"किअंकीयन , क्या तुम ठीक हो?" अधेड़ उम्र के आदमी ने आने के बाद एन किअन के पास पहुंचकर चिंता के साथ पूछा।
"पिताजी, मैं ठीक हूं," एन किअन ने उत्तर दिया।
"बहुत बढ़िया। बहुत अच्छा है।" एन किअन को सुरक्षित देखकर उसके पिता को आखिरकार राहत मिली।
उन्होंने फिर खुली बालकनी में झांका। वहां केवल यांग हाओ था, जो अभी भी जमीन पर बेहोश पड़ा था और कोई नहीं था। एन किअन के पिता ने पूछा, "आपकी जान बचाने वाली लड़की कहां है?"
"ओह ! वह अपनी मां के चिंतित होने के कारण चली गई है। और वह ये भी नहीं चाहती थी कि पुलिस को उसकी भागीदारी का पता चले। वह मुसीबत में नहीं पड़ना चाहती।" एन किअन ने अपने पिता को बताया, जो गु निंग ने कहा था।
"आपने उसे धन्यवाद दिया?" एन किअन के पिता ने फिर पूछा।
"मैंने उसे 500,000 का चेक दिया, लेकिन उसने नहीं रखा। फिर मैंने उसे दोस्त बनाने के लिए अपना नाम वाला कार्ड सौंप दिया। उसने आखिरकार वह स्वीकार कर लिया।" एन किअन ने जवाब दिया।
एन किअन के पिता भी हैरान थे। अब वह गु निंग के प्रति आभारी होने से अधिक सम्मानित महसूस कर रहे थे।
वास्तव में यदि गु निंग ने पैसे ले भी लिए होते तो भी वे उसे दोष नहीं देते, क्योंकि उसने वास्तव में एन किअन की जान बचाई थी।
एन परिवार आभार मानना जानता था। अगर गु निंग ने और पैसे मांगे होते तो भी वे बिना देर किए उसे दे देते।
गु निंग से पहले गु मन रोगियों के कमरे में वापस आ गई थी। वहां गु निंग नहीं मिली और वह तुरंत चिंतित हो गई। उसने अपनी बेटी की तलाश के लिए जाने से पहले सेब का एक थैला नीचे रखा लेकिन उसके रोगियों के कमरे से निकलते ही एक मिनट बाद ही गु निंग वापस आ गई थी।
गु मन समझ गई कि उसकी प्रतिक्रिया कुछ ज्यादा थी इसलिए उसने गु निंग को दोषी नहीं ठहराया।
वह एक शांतिपूर्ण रात थी। दूसरी सुबह गु निंग की रिपोर्ट आ गई थी, उसमें कहा गया था कि गु निंग स्वस्थ थी और अस्पताल से छुट्टी के लिए तैयार थी।
रिपोर्ट देखकर गु मन को बहुत राहत मिली। उसने घर जाने के लिए तुरंत सामान बांधना शुरू किया।
ठीक उसी पल दरवाजे के बाहर एक महिला की आवाज सुनाई दी, "गु निंग, मैं आपसे मिलने यहां आई हूं।"
ये एन किअन थी।
गु निंग बहुत तो नहीं पर थोड़ी आश्चर्यचकित हुई। कल जो हुआ था उसके कारण ये स्वाभाविक था कि एन किअन उससे मिलने आएगी।
और एन किअन के लिए ये पता लगाना आसान था कि वह किस कमरे में है, क्योंकि एन किअन अस्पताल में काम करती थी।
कल जब गु निंग चली गई थी तब एन किअन ने महसूस किया कि गु निंग या उसकी मां इस अस्पताल में मरीज ही होंगे।
अथवा हो सकता है कि वह और उसकी मां किसी दूसरे मरीज को देखने के लिए यहां होंगे।
यदि गु निंग एक रोगी थी तो वह सूचना कक्ष में जाकर पता लगा सकती थी।
यदि गु निंग की मां एक रोगी थी तो उन्हें ढूंढना एन किअन के लिए असंभव होगा क्योंकि उसे उनका नाम पता नहीं था।
अगर वे महज मुलाकाती होते तो एन किअन को लगा कि इसको छोड़ना बेहतर है।
जब एन किअन काम करने के लिए वापस गई थी और सूचना कक्ष से गुजरी थी तो उसने अपने सहयोगी से पूछा था कि क्या गु निंग नाम का कोई मरीज है?
उसे आश्चर्य हुआ कि वह सही थी। इसलिए वह आज सुबह उससे मिलने आई।
"मिस एन, स्वागत है," गु निंग ने खड़े होकर उसका अभिवादन किया।
"ये आपकी मां होना चाहिए," एन किअन ने गु मन की तरफ देखा।
"हां," गु निंग ने जवाब दिया।
"आपसे मिलकर अच्छा लगा, गु निंग की मां। मेरा नाम एन किअन है और मैं गु निंग की दोस्त हूं," एन किअन ने गु मन का अभिवादन करते हुए कहा।
दरअसल एन किअन उलझन में थी कि गु निंग की मां को क्या कह कर बुलाएं।
गु मन की उम्र लगभग 40 वर्ष थी, जबकि वह 27 वर्ष की थी। गु मन उससे केवल 10 वर्ष बड़ी थी। अगर वह गु मन को "आंटी" कहती, तो गु मन उसकी चाची से भी छोटी थी।
लेकिन अगर वह गु मन को "बहन " बोलती तो ये तो अनुचित था क्योंकि उसने कहा था कि वह गु निंग की दोस्त थी।
गु निंग 18 साल की थी और उससे 10 साल छोटी थी इसलिए अगर वह गु मन को "आंटी" कहती तो गु निंग भी स्वीकार नहीं करती और वह भी नहीं कर पाती।
क्योंकि वह चाची कहलाने लायक बूढ़ी नहीं हुई थी।
यह असांजस वाली उम्र थी ! एन किअन ने सोचा कि काश वह अपने शुरुआती बीसवें साल में होती।
यदि वह अपने शुरुआती बीसवें साल में होती तो वह युवा और स्वतंत्र होती और जल्द ही शादी करने के बारे में चिंतित नहीं होती।
लेकिन उसका अब कोई प्रेमी नहीं था, वह शादी कैसे कर सकती थी ! इसके अलावा वह कुछ वर्षों तक अपने एकल जीवन का आनंद लेना चाहती थी। वह किसी से शादी नहीं करना चाहती थी।
कोई बात नहीं, शायद वह बहुत ज्यादा सोच रही थी।
हालांकि, उसके और गु निंग के बीच 10 साल का फर्क था लेकिन उसने महसूस नहीं किया कि गु निंग एक किशोर लड़की थी, बल्कि वह उसको उसकी तरह एक परिपक्व महिला लगी थी।
संभवत: वह अकाल प्रौढ़ता की शिकार हो।
"आपसे मिलकर अच्छा लगा, मिस एन," गु मन ने एन किअन का अभिवादन करा। हालांकि, वह हैरान थी कि गु निंग की दोस्त उससे बहुत बड़ी क्यों थी, पर फिर गु मन ने आगे सोचने की जहमत नहीं उठाई।
उसने अपने खुद के दोस्त बनाने के लिए गु निंग की स्वतंत्रता को रोका नहीं था। वह केवल गु निंग से चाहती थी कि उसके अपने सिद्धांत हों।
"ये गु निंग के लिए है। आशा है कि वह जल्द ही ठीक हो जाएगी।" एन किअन ने गु मन को उपहार देते हुए कहा।
"बहुत बहुत धन्यवाद, मिस एन ! मुझे नहीं पता कि इसके लिए आपको धन्यवाद कैसे देना है।" गु मन थोड़ा झिझक गई क्योंकि वह जानती थी कि उपहार सस्ता नहीं है।
लेकिन अंततः उसने इसे एक दोस्त से मिले उपहार के रूप में रख लिया। वह इस दयालुता को अस्वीकार करना नहीं चाहती थी।
"ये कुछ भी नहीं है," एन किअन ने मुस्कराते हुए कहा।