"हाँ, हेड नर्स।"
"मैंने तुम्हें कुछ सर्जिकल दस्ताने लाने के लिए कहा था, क्या तुम्हें सुनाई देना बंद हो गया हैं?"
"हाँ, मैं अभी ले आती हूँ।"
"मियां, क्या हुआ है? क्या तुम्हारे दिमाग में कुछ चल रहा है? क्या तुम्हें छुट्टी चाहिए? दिनभर से तुम मुझे परेशान लग रही हो," नर्स, हुआंग यू ने चिंता करते हुए पूछा।
थकी हुई हुओ मियां ने अपना सिर हिलाया।
वह पूरे दिन उदासीन थी। इससे भी बुरी बात यह थी कि मियां निंग ज़ीयुआन के साथ हुई बहस की वजह से परेशान नहीं थी। वह उस आदमी के बारे में सोच रही थी जिसके बारे में उसे नहीं सोचना चाहिए।
क्या वह वास्तव में वापस आ गया है? कल रात जो हुआ क्या वह सपना नहीं था, था क्या?
शिफ्ट खत्म होने तक मियां के दिमाग में यह ही चलता रहा। हुओ मियां अपनी सफेद नर्स की वर्दी को नीले रंग की ड्रेस से बदल कर आई, अपना बैग उठाया और बाहर चली गई।
सामने के प्रवेश द्वार पर मियां को निंग ज़ीयुआन की सफ़ेद शेवरले खड़ी दिखाई दी।
ज़ीयुआन ने पिछले महीने ही इसे खरीदा था। चूंकि ज़ीयुआन और मियां शादी करने वाले थे, इसलिए निंग ज़ीयुआन के माता-पिता ने कार के लिए भुगतान करने में उनकी मदद की थी। यह, उनकी की कमाई के साथ, एक सौ हज़ार युआन से अधिक की थी, और दिखने में भी काफी सुन्दर थी।
गाड़ी की नंबर प्लेट पर 0510 लिखा हुआ था, जो की निंग ज़ीयुआन का जन्मदिन था। यह निश्चित ही वो था।
"ज़ीयुआन, क्या यहाँ मेरे लिए रुका है?"
हुओ मियां यह पूछने के लिए जैसे ही आगे बढ़ी, उसने हे मैन को देखा, जो मिनीस्कर्ट पहने हुए थी। उसने कार का दरवाज़ा खोला और निंग ज़ीयुआन के बगल वाली सीट पर बैठ गई।
फिर, वह दोनों वहाँ से चले गए...
हुओ मियां की आँखों में हल्की सी निराशा थी, उसने अपना फोन निकाला और ज़ीयुआन को फोन किया।
"अब क्या है?" दूसरे तरफ से निंग ज़ीयुआन ने नाराज होकर कहा।
"क्या तुम्हारी शिफ्ट खत्म हो गई है? मुझे घर जाना था।"
"नहीं, अभी एक और सर्जरी है। तुम घर चली जाओ, मैं देर तक यहाँ काम करूँगा, और बिना कारण के मुझे फोन मत करना, बाइ।"
यह कहते हुए, निंग ज़ीयुआन ने फोन रख दिया।
हुओ मियां मुस्कुराई, वह जानती थी कि निंग ज़ीयुआन क्यों झूठ बोल रहा है। वह उससे बदला लेने की कोशिश कर रहा था।
हालाँकि, ज़ीयुआन ने जो किया वो काफी गलत था।
हुओ मियां को अचानक यह एहसास हुआ कि जिस आदमी को वो पिछले तीन साल से डेट कर रही है, वह अब साधारण नहीं रहा।
उसने आसमान की तरफ देखा, वह उसकी मनोदशा की तरह ही ग्रे था...
तभी, झू लिंगलिंग ने फोन किया ...
"मियां, क्या तुम्हारा काम ख़त्म हो गया है?"
"हाँ।"
"मेरे घर आ जाओ, मेरी आज छुट्टी है, और मैंने तुम्हारे लिए कुछ स्वादिष्ट बनाया है - भुना हुआ सालन!"
"अच्छा!, मुझे भी भूख लगी है। रुको, मैं आती हूँ।" फ़ोन रखते हुए, हुओ मियां ने एक टैक्सी रोकी और झू लिंगलिंग के घर की ओर बढ़ गई।
झू लिंगलिंग के माता-पिता शहर के बाहरी इलाके में रहते थे। काम को आसान बनाने के लिए, उसने हवाई अड्डे के पास एक आरामदायक छोटा घर किराए पर लिया था।
जब भी उसके पास समय होता था, मियां उसके यहाँ खाना खाने चली जाती थी। ऐसा लगता है जैसे, मियां को घर और अस्पताल से अलावा यही एक ऐसी जगह लगती थी जहाँ वह जा सकती थी।
मेज पर खाना और सालन रख कर, झू लिंगलिंग शुरू हो गई। इससे पहले कि हुओ मियां को खाना खाने का मौका मिलता, वह कल क्या हुआ था जानना चाहती थी।
सवालो को सहन करने में असमर्थ, हुओ मियां ने विस्तार पूर्वक उसे कल की घटनाएँ बताई...
उसने कुछ बातों को खुद तक ही रखा जैसे की किन का उसे ज़बरदस्ती चूमना, लेकिन सारी चीज़ो को वह सारांश में बता रही थी।
"बस यही हुआ था। अब तुम इन बातों पर अपनी टिप्पणी दे सकती हो, मिस झू लिंगलिंग।"
हुओ मियां ने गहरी साँस ली और नम आँखों से झू लिंगलिंग को मासूमियत से देखा।
"हे भगवन! यह तो गंभीर बात है। तुम यह कहना चाहती हो की माननीय श्री किन ने कल रात तुम्हें शादी का प्रस्ताव दिया है?" झू लिंगलिंग ने आश्चर्य से उसकी ओर देखते हुए कहा।
"लिंगलिंग! यह अहम मुद्दा नहीं है, मुद्दा यह है कि ज़ियुआन मुझ पर अब भरोसा नहीं करता है और मुझसे रिश्ता तोड़ना चाहता है..." हुओ मियां ने लिंगलिंग का ध्यान खींचते हुए बोला।
"मियां, मुझे सच बताओ। क्या तुम अब भी किन चू से प्यार करती हो?" झू लिंगलिंग ने गंभीरता से मियां से पूछा।
सवाल सुनते ही मियां शांत हो गई...