निंग क्षी को सकुशल आता देख जियांग मुए की जान में जान आयी, "इतना समय कैसे लगा दिया वापस आने में?मुझे लगा कहीं टॉइलेट में गिर तो नहीं गयी?
"उस से भी बेकार कुछ हुआ मेरे साथ, भूखे भेड़िया की गुफा में गिर गयी थी| निंग क्षी सोफ़े पर बैठ गयी और अभी तक सदमे में थी|
"क्या मतलब?" जियांग मुए ने चिढ़कर कहा|
"मैं गलती से गलत कमरे में चली गयी थी|तुम विश्वास नहीं करोगे वह कमरा बड़े-बड़े उद्धयोगपतियों से भर हुआ था| वहाँ एक मोटा-सा आदमी मेरे पीछे पड़ गया और साथ में शराब पीने की ज़िद करने लगा| वह मुझे जाने ही नहीं दे रहा था|"
"क्या?" जियांग मुए के चेहरे के भाव तेजी से बदलने लगे| उसने निंग क्षी को ऊपर से नीचे तक देखा फिर पूछा, "फिर तुम कैसे बचकर आ पायी?"
निंग क्षी ने चहककर कहा, "मैं बहुत किस्मत वाली हूँ इसलिए बच गयी क्योंकि मैं उन सब उद्योगपतियों के बाप से टकरा गयी इसीलिए बच गयी|"
यह सुनकर जियांग मुए फिर से खींझ गया और बोला, "क्या तुम लू टिंग की बात कर रही हो?"
निंग क्षी ने अपनी उंगलियाँ एक-दूसरे के ऊपर चढ़ाकर कहा, "बिंगो! सही पहचाना, बिग बॉस बहुत ही मस्त आदमी है, सही समय पर आ कर मुझे ना सिर्फ बचा लिया बल्कि यहाँ तक छोड़ने भी आए|"
जियांग मुए "एक दम चुप"... कहाँ था यह हाइ आईक्यू और लो आईक्यू वाला? क्या यह वही लू टिंग है जिसे मैं जानता हूँ? यह लड़की पटाने में इतना माहिर होगा मैंने सोचा नहीं था|
पार्टी खत्म होने को थी, लोग एक दूसरे से बाय कह विदाई ले रहे थे|
"निंग क्षी तुम घर कैसे जाने वाली हो?" क्या मैं तुम्हें छोड़ दूँ? ये लिंग लॉन्ग ने पूछा|
"धन्यवाद बहन ये लिंग लॉन्ग, मेरी दोस्त पास ही में है, वह मुझे घर छोड़ देगी|" निंग क्षी ने कहा|
"ठीक है फिर मैं चलती हूँ|" बोल कर ये लिंग लॉन्ग निकल गयी|
"मुए तुम कैसे जाने वाले हो? गुओ किशेंग ने पूछा|
"मैं अपने मैनेजर का इंतजार कर रहा हूँ|
"ठीक है, मैं भी निकालता हूँ| कल मिलते है सेट पर फिर| मौसम अच्छा रहा तो आज जहाँ छोड़ा था द्रश्य कल फिर वहीं से शुरू करेंगे| आज की बारिश और ओले तो कमाल ही थे|" दुखी मन से गुओ किशेंग ने कहा|
सारे लोग जा चुके थे सिवाय निंग क्षी और जियांग मुए के| दोनों मुख्य द्वार पर इंतजार कर रहे थे|
निंग क्षी नशे में थी उसे अब नींद आने लगी थी| ऐसा लग रहा था कि जल्द ही उसकी हालत ऐसी होने वाली थी कि वह खुद को संभाल कर खड़ी भी नहीं हो पाएगी| वह पास ही के एक चमकीले खंबे का सहारा ले कर खड़ी हो गयी थी|
जियांग मुए ने उसकी तरफ देखा और पूछा, "भाई मींग आने ही वाला होगा, तुम किस दोस्त का इंतजार कर रही हो? मेरे साथ ही क्यों नहीं चलती? रुको अब यह मत कहना कि तुम ..."
वह इसके आगे कुछ कह पाता तभी चमड़े के जूते और शानदार सूट में एक आकृति होटल की लॉबी से बाहर आयी| चाँद की रोशनी में, उसके कदम सोयी हुई निंग क्षी की तरफ बढ़ने लगे, उसकी शांत आवाज जो की इस चाँदनी रात मे ठंडी हवा के झोंके की तरह लग रही थी| उसने पुकारा "निंग क्षी|"
निंग क्षी मुश्किल से ही अपनी आँखें खोल पायी| उसके मुँह से भी इतना ही निकाला "लू टिंग|"
यह आदमी जो इस समय उसकी आँखों के सामने खड़ा था उसके लिए सुरक्षा का दूसरा नाम हो गया था| निंग क्षी ने जैसे ही लू टिंग को देखा उसने अपने आपको पूरी तरीके से समर्पित कर दिया, उसका शरीर एकदम ढीला पड़ गया और वह एक तरफ गिर गयी|
यह देख कर जियांग मुए के होश उड़ गए, वह आगे बढ़कर निंग क्षी को पकड़ने ही वाला था कि कोई था जो इस मामले में उससे भी तेज निकला| लू टिंग ने तेज़ गति से अपने कदम आगे बढ़ाए और गिरती हुई निंग क्षी सीधे उसकी बाँहों में आ गयी
लू टिंग बहुत ही प्यार भरी निगाहों से निंग क्षी को देख रहा था, उसने उसके उलझे हुए बालों को बांधने में भी उसकी मदद की| फिर अपना एक हाथ निंग क्षी के घुटनों के नीचे डालकर उसे गोदी में उठा लिया|
तभी काले रंग की मयबच कार होटल के दरवाजे के सामने आ कर रुक गयी, उसमें से ड्राईवर जल्दी से बाहर निकला और उसने तुरंत दरवाजा खोल दिया|
जियांग मुए भी वहाँ उपस्थित है इस बात की परवाह किए बिना लू टिंग निंग क्षी को गोदी में उठाकर कार में लिटाने ही वाला था, जियांग मुए से यह सब अब सहन नहीं हो रहा था| उसने तुरंत अपने फोन का वॉइस रिकॉर्डर शुरू किया फिर पीछे से लू टिंग को आवाज लगाई|
"अंकल|"
जियांग मुये की आवाज़ सुन लू टिंग रुका और उसने पलट के जियांग मुए को इस तरीके से देखा जैसे पुछ रहा हो, "क्या हुआ?"
"आपका इरादा क्या है आखिर निंग क्षी को ले कर?" जियांग मुए ने लू टिंग को घूरते हुए सीधे तौर पर ही पूछ लिया|
लू टिंग ने अपनी बाँहों में सोयी निंग क्षी की तरफ देख कर पूछा, "निंग क्षी के लिए?"
"हाँ...आपको नहीं लगता आपका व्यवहार निंग क्षी के लिए कुछ ज्यादा ही नर्म और आशिक़ाना है| लू टिंग की उपस्थिति के दबाव में जियांग मुए लगातार बोले जा रहा था, साथ ही उसने अपना फोन भी कस कर पकड़ा हुआ था| वह लू टिंग से जवाब की उम्मीद कर रहा था|
लू टिंग ने अपने सामने खड़े इस जवान लड़के को सहजता से देखा, "मुझे लगा था कि तुम अब तक समझ गए होंगे, पर नहीं समझे तो....."
अगले ही क्षण जियांग मुए की आँखें फटी की फटी रह गयी|
अंधेरे में इस आदमी ने सीधे तौर से कुछ नहीं कहा, बल्कि अपना सिर झुका कर निंग क्षी के होठों को हल्के से चूम लिया|
तीन सेकंड के बाद लू टिंग के चेहरे पर के प्यार भरे नर्म भाव, ठंडे और गहरे हो गए| उसने घूर कर जियांग मुए को देखा जो कि हक्का-बक्का सा खड़ा था|
"अब समझ में आया तुम्हें?"