"भाई क्या हम निंग क्षी को कॉल कर सकते है, ऐसे तो लिटिल कंट्रोल में आने वाला नहीं है।"
"हम इतनी रात को उसे नहीं बुला सकते", लू टिंग ने जवाब दिया।
"भाई लिटिल ट्रैजर छोटा सा बच्चा ही है , उसके साथ इतनी सख्ती मत कीजिए| सभी बच्चे इस उम्र में जिद करते है, उसकी बात मन लेने में कोई बुराई नहीं है।"
"तुम मुझे मत सिखाओ कि मुझे मेरे बच्चे के साथ कैसे पेश आना चाहिए, अपनी सलाह अपने पास रखो|" लू टिंग ने सख्ती से जींगली को जवाब दिया।
इन बाप-बेटे के बीच रोज कुछ न कुछ ड्रामा होता ही था और पिसता लू जींगली ही था। ये हँगामा ऐसे ही चलता रहा तो माँ-पिताजी उठ जाएंगे| बात आगे बढ़ी तो उन्हें पता पड़ जाएगा कि मैं लिटिल को बार ले के गया था जहाँ ये गुम हो गया था, फिर तो मेरी शामत आ जाएगी|
क्या करूँ ? क्या करूँ ? कुछ सोचकर जींगली वहाँ से निकल गया और चुपके से निंग क्षी को कॉल कर दिया।
इधर निंग क्षी अपने घर पर आराम कर रही थी| सोने से पहले अपने मैसेज देख रही थी।
इविल फेरि किंग: निंग क्षी कितना भद्दा नाम है, बदल क्यूँ नहीं लेती ऐसा नाम?
लोनलीनेस लाइक नेवर बिफोर : अपना खुद का नाम पहले देखो फिर दूसरे को बोलो|
इविल फेरि किंग : मैं अगले महीने आ रहा हूँ , मुझे एयरपोर्ट पे लेने आ जाना|
लोनलीनेस लाइक नेवर बिफोर: मैं व्यस्त हूँ, समय नहीं है मेरे पास|
इविल फेरि किंग : एक बार बोल दिया ना लेने आओ|
लोनलीनेस लाइक नेवर बिफोर : एक बार बोला ना, समय नहीं है समझ में नहीं आता क्या ?
इविल फेरि किंग : कैसी लड़की हो, कोई भावनाएँ ही नहीं है तुम्हें। कभी हम ने एक दूसरे को डेट किया था इसका तो ख्याल किया करो।
लोनलीनेस लाइक नेवर बिफोर : तो क्या? ऐसे तो कितनों के साथ डेट किया था मैंने, किस-किसका खयाल करूँ ?
इविल फेरि किंग : निंग क्षी की बच्ची, रुक तुझे तो मै बताता हूँ।
निंग क्षी ने कम्प्यूटर बंद कर दिया और अपनी स्क्रिप्ट पढ़ने लगी।
तभी उसके फ़ोन की घंटी बजी, ये कोई अनजान नम्बर था। निंग क्षी ने सोचा प्रोडक्शन हाउस से होगा। जैसे ही फोन उठाया , उसे जिंगली की आवाज सुनाई पड़ी।
"हैलो निंग क्षी, माफ करना इस समय कॉल किया, पर लिटिल ट्रैजर को कुछ हो गया है, उसे तुम्हारी जरूरत है, प्लीज अभी इसी वक़्त यहाँ आ जाओ|"
"अभी? क्या हुआ लिटिल को?" निंग क्षी ने घबरा के पूछा।
"यह सब बताने का समय नहीं बस, जल्दी से आ जाओ।" बोलकर लू जींगली ने कॉल कट कर दिया
निंग क्षी तुरंत निकलने को तैयार हो गई| लिटिल को कुछ हो गया सुनकर ही उसकी जान निकल रही थी, ऐसा क्यूँ था आखिर? अभी-अभी तो मिली है उससे पर लिटिल उसके दिल से दूर ही नहीं हो पता ।
प्लेटिनम हाउस काफी दूर था| अभी निकलेगी तो 1 घंटा लग जाएगा पहुँचने में| तभी विचार आया कार से न जा के बाइक से जाती हूँ, जल्दी पाहुच जाऊँगी । ऐसा सोच के निंग क्षी ने अपनी बाइक निकाल ली और तुरंत लू हाउस के लिए रवाना हो गई, 1घंटे का सफर 10 मिनिट में तय कर प्लेटिनम हाउस पहुँच गई| बंगले का चौकीदार जींगली के निर्देशों के अनुसार निंग क्षी को घर के अंदर लेकर आया।
वह विला नंबर 8 में पहुंची, जहां एक नौकरानी पहले से ही उसका इंतजार कर रही थी।