/ Urban / संघर्ष का दूसरा नाम औरत
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Sinopse
औरत होना इस दुनिया का सबसे बड़ा पाप क्यू है?
जन्म से लेकर मृत्यु तक उसका जीवन सिर्फ संघर्ष ही बना रहता है।
मैं पूछती हूं क्यों ?
औरत के पास उसका खुद का घर नहीं होता ।
शादी के पहले पिता का घर ।
शादी के बाद पति का घर !!
मैं पूछती हूं उसका खुद का घर कहां है।
क्यों हमेशा दूसरों के सहारे जीने को मजबूर किया जाता है ?
क्यू उसके अपने ही दुश्मन बन जाते हैं ?
क्यों भगवान एक लड़की को संघर्ष लिए इस दुनिया में भेजते है?
लोग देवी की पूजा करते हैं ।
पर क्यों वह अपने ही घर मे लड़कियां नही चाहते हैं?
क्यों लोग बहू ,बेटियां पर अत्याचार करते हैं?
क्यू उनको जिंदा जलाया जाता है ?
क्यूउनका बलात्कार होता है?
क्यों उनको आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया जाता है ?
क्यों उनको इतना दर्द सहना पड़ता है ?
क्या एक औरत को जीने का अधिकार नहीं है ?
क्यों उसे शादी के पहले अपने मां बाप भाई के सामने झुकना पड़ता ह
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Escreva uma avaliaçãoAutor Renu_Chaurasiya_0803
I think it is going to be good because it is Based on woman empowerment. I already in love with this😙😙 .can't wait to read more .. good job author and don't worry I will support you .😊😊😊😁😁