सु यान के जाने के बाद भी जियांग मुए अच्छे मूड में नहीं था| उसने तिरछा होकर निंग क्षी को देखा फिर गहरी सांस ली और कहा, "इस लड़के को तुम इतना ज्यादा चाहती थी? यह था तुम्हारी पहली पसंद तब तो तुम्हारी आँखें खराब हैं|"
निंग क्षी ने उसकी तरफ सहज रूप से देखा और कहा, मुझे लगता हैं कि आँखें मेरी नहीं तुम्हारी खराब हैं| सु यान के जैसे लड़कों को सामान्यतः 10 में से 9 अंक दिये जा सकते हैं|
यह सुन कर जियांग मुए का पारा सातवे आसमान पर पहुँच गया। उसने चीख कर पूछा, "दस में से नो अंक? क्यों? क्या ज़रूरत हैं उसे इतने ज्यादा अंक देने की?"
निंग कसी ने उसे सच्चाई का सामना कराते हुए कहा, "क्योंकि सु यान वह आदमी हैं जिससे मैंने कभी प्यार किया था| अगर मैं कहूँगी कि वह बुरा आदमी हैं इसका मतलब मैं खुद की पसंद का मज़ाक उड़ाऊँगी| मैं पक्षपाती हूँ यह तुम कह सकते हो पर इस बात को नजर अंदाज कर दिया जाए तभी तुम्हें यह मानना ही होगा कि वह नौ अंक मिलने जैसा ही आदमी हैं|
सु यान का रूप तुम्हारे जैसा नहीं हैं जो लोगों को पहली ही नजर में पागल कर दे| वह स्वभाव से बहुत ही सभ्य हैं, उसका स्टाइल बहुत ही शाही है| वह परियों की कहानी में राजकुमार हो सकता है,पुराने जमाने में अच्छे कर्मो के कारण पैदा हुआ लड़का हो सकता है| गौरव और शिष्टाचार का जीता जागता उदाहरण हैं| संक्षिप्त में वह ऐसा लड़का था जिसके प्यार में मेरी जैसी लड़की आसानी आकर्षित हो गयी थी जब सत्रह साल की थी| वह भी पहली नजर में|
यह सुन जियांग मुए के दिल में आग सी लग गयी| "उफ... निंग क्षी क्या तुम उससे आज भी प्यार करती हो? उसकी कुछ ज्यादा ही तारीफ कर रही हो|"
निंग क्षी ने जियांग मुए की तरफ प्रश्नात्मक चेहरे से पूछा, " ऐसा तुम्हें क्या इस लिए लग रहा हैं क्योंकि मैं तुमसे उसके बारे में इतनी सहजता और शांति से बात कर रही हूँ? तुम्हारा ई क्यू इतना कम कैसे हैं?"
वैसे भी वह जिस सु यान की बात कर रही थी वह आज का सु यान नहीं बचपन का सु यान था जो आज सिर्फ निंग क्षी की यादों में ही था|
कभी कभी यादें इतनी ज्यादा परिपूर्ण होती हैं कि असलियत से उसकी तुलना ही नहीं की जा सकती|
थोड़े देर बाद जियांग मुए शांत हुआ और उसने निंग क्षी से भारी स्वर में पूछा, "तो तुम मुझे कितने अंक दोगी?"
निंग क्षी ने अपनी ठोड़ी को सहलाया| जियांग मुए अब भी उसे घबराई हुई निगाहों से देख रहा था, "9.9 अंक, तुम्हारा चेहरा तुम्हें इतने अंक तो दिला ही सकता हैं|"
यह सु जियांग मुए तुरंत शांत हो गया और गर्व से अपना चेहरा सहलाने लगा, "क्यों नहीं आखिर इस चेहरे की वजह से ही तो मेरी रोजी रोटी चल रही हैं, पर 0.1 अंक किस बात के काट लिए?
निंग क्षी ने जियांग मुए की तरफ ऐसा देखा जैसे वह कोई बेवकूफ आदमी हो, "इसमें पूछने जैसा क्या हैं, स्वाभाविक हैं कि तुम्हारी कम बुद्धि के लिए|"
जियांग मुए एक दम चुप...
इस लड़की से बहस करने का कुछ मतलब नहीं, वैसे भी उसको 9.9अंक तो मिल ही गए|
जियांग मुए की आँखें फड़कने लगी| वह यह पूछने से खुद को रोक नहीं सका, "लू टिंग के बारे में क्या खयाल हैं तुम्हारा? उसे कितने अंक दोगी? तुम्हारे विचार से वह कैसा आदमी हैं|"
हम्म लू टिंग ...इस प्रश्न का जवाब देना थोड़ा कठिन था| उसने कुछ सोचा फिर बोला "मुझमें शैतानों के महान राजा को अंक देने की हिम्मत नहीं हैं और किस प्रकार का आदमी है इस बारे में यही कहना चाहूँगी कि वह ऐसा आदमी हैं जिसे दूर से ही देखा जाए तो अच्छा है, उसके आसपास भी फटकना खतरनाक हैं|'
समुद्र किनारे से कितना भी शांत दिखता हो पर गहराई में कितना ज्यादा भयानक तूफान छुपाकर रखा हो कहा नहीं जा सकता| इस तरीके के आदमियों के बारे में कुछ भी पक्के तौर पर कहा नहीं जा सकता, अगर बिना सोचे समझे उसके करीब जाओगे तो डुबना निश्चित हैं|"
जियांग मुए के दिल को जैसे सुकून मिल गया यह सब सुन कर उसने कहा, "तो अब भी थोड़ी अक्कल बाकी हैं तुम में|"
"पर..." निंग क्षी ने फिर कहना शुरू किया|
"पर क्या?" जियांग मुए ने घबरा कर पूछा|
निंग क्षी ने हल्की से मुस्कुराहट के साथ कहा, "पर मैं किसी लाल फूलों के पौधे के नीचे मरूँगी तो एक खूबसूरत भूत बनूँगी|"
"शिट, निंग क्षियाओ क्षी|"
"हा हा हा| मज़ाक कर रही थी इतना गुस्सा होने की जरूरत नहीं|"
जियांग मुए के गुस्से का कोई ठिकाना नहीं था अब, "शराब पी कर तुम्हारा दिमाग खराब हो गया हैं, तुम्हें मालूम भी नहीं तुम क्या बोल रही हो| मुझे शुरुवात से ही अंदाजा था कि तुम्हारे दिल में लू टिंग के कुछ हैं| क्या सही में तुम उसके साथ सोना चाहती हो?"