निंग क्षी ने हड़बड़ाहाट में, खाने की कुछ प्लेट लू टिंग को दी, "हा हा ! मैं तो मज़ाक कर रही थी|आप बुरा नहीं मानना|"
लू टिंग जरा सा भी गुस्सा नहीं हुआ, बल्कि काफी खुश दिख रहा था| उसने मुस्कुराते हुए कहा, "अच्छी तरकीब हैं|"
निंग क्षी ने हैरानी से सोचा, "इन्हे लगता हैं कि यह अच्छी तरकीब हैं?"
लू टिंग ने निंग क्षी की आँखो में झाँका और कहा, "निंग क्षी...."
लू टिंग के द्वारा इस तरह से देखना और इस गहरी आवाज़ ने निंग क्षी को व्याकुल कर दिया|
"अगर तुमने तुम्हारा फैसला बदलने का सोचा हो तो तुम मुझे कभी भी बता सकती हो|" लू टिंग ने कहा|
यह सुन कर निंग क्षी की दिल की धड़कन ही रुक गयी वह जानती थी यह किस संदर्भ में बोला गया था|
निंग क्षी के साफ मना करने के बाद से लू टिंग ने यह बात कभी भी नहीं निकाली थी पर निंग क्षी के प्रति उसका रवैया काफी अलग था यह निंग क्षी महसूस कर सकती थी|
माहौल कुछ अजीब सा हो गया था, ऊपर से निंग क्षी का दिल उसके काबू से बाहर हुए जा रहा था|
क्या जियांग मुए सच कह रहा था की लू टिंग के आकर्षण में वह गुम होती जा रही हैं?
बीते पाँच सालों में उसकी मानसिक अवस्था बिगड़ गयी थी, उसे आदमियों से नफरत हो गयी थी| उसे फिर कभी प्यार होगा यह वह सोच भी नहीं सकती थी| उसे नाजायज बच्चों को देख कर घृणा होती थी|
अब उसकी मानसिक अवस्था पहले से ठीक हैं पर आज भी उसे आदमियों पर विश्वास नहीं हो पाता, तो शादी तो बहुत ही दूर की बात थी|
पर यह आदमी जो उसके सामने बैठा था, जो दिखने में काफी सख्त था,जिससे सब डरते थे, जिसकी उपस्थिति में निंग क्षी को भी डर लगता था, यह आदमी उसके दिल पर जमी बर्फ को कुछ हद तक तोड़ पाने में कामयाब हो गया था|
खाना खा कर लौटते समय लिटिल थक कर निंग सी की बांहों में सो गया था। लिटिल हैं ही इतना प्यारा की निंग सी उससे दूर नहीं हो पाती, एक तो लू टिंग ने उसे इतना उलझा दिया था ऊपर से लिटिल ट्रेजर| लिटिल ट्रेशर बहुत ही मासूम था|निंग क्षी का लगाव उसके लिए दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा था, एक दिन उसे न देखो तो बैचेनी हो जाती थी| एक दिन बांहों में ना लो तो ऐसा लगता था जैसे आज कुछ खास छूट गया|
यह सब ठीक लक्षण नहीं हैं ....|
घर पहुँचने पर निंग क्षी सावधानीपूर्वक लिटिल को उसके कमरे में ले कर गयी|
दरवाज़े से टिक कर खड़ा हुआ लू टिंग निंग क्षी से बोला, "हमारे कारण तुम्हें काफी तकलीफ़ उठानी पड़ रही हैं|"
बिस्तर पर लिटिल ट्रेजर को लिटाकर निंग क्षी ने कमरे से बाहर आते हुए कहा, "नहीं ऐसी कोई बात नहीं, मुझे खुद भी लिटिल के लिए यह सब करना पसंद हैं|"
कुछ देर बाद निंग क्षी ने कुछ सकुचाते हुए बोला, "लिटिल ट्रेजर अब पहले से बेहतर है और लग रहा हैं की कुछ दिनों में पूरी तरीके से ठीक हो ही जाएगा, तब उसे मेंरी जरूरत नहीं पड़ेगी|"
यह सुन लू टिंग का चेहरा काला पड़ गया, " तुम्हें जाने की क्यों इतनी जल्दी हैं?"
निंग क्षी ने कुछ कदम पीछे जाते हुए कहा, " हमने यह ही तो तय किया था कि लिटिल ट्रेजर के ठीक होने तक ही मैं यहाँ रुकूँगी| मेरे कारण काफी परेशानी होगी|"
लू टिंग ने कहा, "नहीं हमें कोई परेशानी नहीं होगी|"
हारकर निंग क्षी लू टिंग के करीब जा कर उसकी आँखो में आँखें डालकर बोली, "पर मुझे हैं परेशानी यहाँ रुकने से|"
लू टिंग बोला, "परेशानी?"
"हाँ! मैं आपसे झूठ नहीं बोलना चाहूँगी पर मुझे यहाँ रुकने में दिक्कत हैं| मैं बहुत ज्यादा लापरवाह इंसान हूँ और यहाँ रहते हुए मुझे हमेशा अपने व्यवहार पर ध्यान देना पड़ता है|"
लू टिंग बोला, "तो नहीं दो, जैसा रहना हैं वैसे रहो|"
निंग क्षी सोच में पड़ गई कि कैसे समझाये इसे?
" देखिये मेंरी एक निजी जिंदगी भी हैं| काम के बाद मुझे दोस्तों से मिलना, उनके साथ बाहर जाना , अपनी बाइक चलना, बार में जाना, नाइट क्लब में जाना पसंद हैं| अगर बार या क्लब में मुझे कोई अच्छा दिखने वाला लड़का मिल गया तो उसे रात में घर लाना भी हो सकता हैं|"
"बस...बहुत हो गया|" लू टिंग के लिए यह सब सुनना असहनीय हो गया था, अब वह एक शब्द नहीं बर्दाश्त कर पा रहा था, इसीलिए उसे निंग क्षी को बीच में ही रोकना पड़ा|