सिगार के धुएँ में खुद को सोफे के back पर गिराकर और उस अंधेरे कमरे में अकेले बैठ कर , शराब का घूंट लेकर शमैथ्स , एक बार फिर से आंखे बंद करके ,अपने बीते हुए हसीन कहूं या ख़्वाबों जैसे पलो में खुद को गुमा देता है ।
सन 1907 , 11 जनवरी
वही पुराना घर , शाम का समय ," बेटा लालटेन जला दो , अंधेरा हो रहा है " कुछ ही देर मे घर मे लालटेन जलाकर जैसे ही वो छोटा लड़का , समाने देखता है तो डर जाता है " ओह् तुमने तो डरा ही दिया " मोटे कपड़े पहने एक korean लड़का सामने खड़ा था और मुस्कुरा कर कहता है " अब मै जीत गया , देखा डरा दिया ना , चलो अब मुझे वो रंगीन पत्थर दो ।"
"हाँ, हाँ तुम जीत गये ,डेल हन्यूल, उफ़ कितना मुश्किल है तुम्हारा नाम " उस छोटे लड़के ने पत्थर उस korean लड़के को देते हुए कहा , " वाऊऊओ ये कितना सुंदर है देखो तो चमकता भी है ,देखो ना nestor " डेल ने कहा ।
" हाँ ना पता है मुझे , अच्छा अब मुझे अपनी खुशबू लेने दो " nestor ने कहा ,जिसके बाद डेल ने उसके करीब चला गया और nestor ने उसे सूंघते हुए आंखे बंद कर ली और कहा " तुम्हारे पास से बहुत अच्छी खुशबू आती है ,मुझे बहुत पसंद है " इस पर डेल हँसते हुए ,और अपने घर जाते हुए बोला " ये खास फूलो की महक है "
nestor उसे जाता हुआ देखता रहा , 12 साल का nestor नही जानता था ,की आगे आने वाले समय मे उसकी ज़िंदगी मे क्या क्या तूफ़ान आने वाले थे ।