आज से 100 साल पहले एक मुस्लिम राजा हुआ करता था। वह जो चाहे वह करता था। एक बार उसने एक बहुत सुंदर लड़की को देखा। वह तुरंत उसके घर गया और उस के माता-पिता से प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की। उसके माता-पिता ने उसे अस्वीकार कर दिया क्योंकि उनके समाज में उनका एक नियम है कि लड़की को दूसरे धर्म में शादी के लिए अनुमति नहीं दी जा सकती है, अन्यथा समाज में उनकी उपेक्षा की जाती है और उन्हें समाज में से अस्वीकार कर दिया जाता है।
लेकिन इस जवाब से राजा नाराज हो गए और कहा कि अगर तुम कल तक अपनी लड़की का हाथ मुझे नहीं देते हो तो मैं कल आकर उसे ले जावुगा। यह सुनकर वह दोनो डर जाते है और अपने परिवार की देवी (कुलदेवी) को याद करते है। (कुलदेवी का नाम मोगल मां है)
और वह दोनो कहती है कि अब आपको ही हमारी इज़्जत रखनी होगी मां। फिर मोगल मां ने मुस्लिम राजा को दंड देने के लिए और उसे मारने को उसके पीछे तलवार ले के भागी । मोगल मां काले घने और लंबे लटकते हुए बाल देखकर राजा भयभीत हो गया। मोगल माँ की आँखों में राजा ने अपनी मृत्यु देखी तो वह फिर तुरंत दौड़ना शुरू कर दिया ...
जिस स्थान से उन्होंने भागना शरु किया उसका नाम जूनागढ़ था। राजा 3 दिन से भूखा भाग रहा था। अब, वह भगुडा नामक स्थान पर पहुँचता है, जो जूनागढ़ से लगभग 191 किमी दूर है।
मोगल माँ तलवार लेकर उसके पास पहुँचती है। राजा मोगल माँ के रुद्र (चौड़े) रूप और क्रोध को देखकर अपने सभी कर्मों के लिए क्षमा माँगता है।
मोगाल मां,उसे माफ़ तो कर देती है पर
अपने हाथ में तलवार रखती है, और मोगल मां ने राजा को उसके बुरे कामों के कारण उसका सर धड़ से अलग कर दिया।
और कहा जाता है कि एक दूसरे को साथ 4 तलवारें मिलकर मोगल मां की तलवार बनती हैं।
पानी की तलवार (पानी में सबसे मजबूत) + आग की तलवार + भूमि की तलवार (सबसे मजबूत भूमि पर)
+हवा की तलवार=मोगल की तलवार (न्याय की तलवार)।
मोगल मां की तलवार की मदद से हम काले शैतान(ब्लैकडेविल)को काली शक्ति के नियंत्रण से बाहर निकाल सकते हैं। अब मोगल मां की तलवार के लिए हमे भगुड़ा गांव जाना होगा।
देवदूत का कहना है कि अब ब्लैकडेविल को काली शक्ति से बाहर निकलने के लिए मोगल की तलवार की आवश्यकता होगी। इसलिए अब जीवन के देवता और मृत्यु के देवता (डेथबॉय)भगुडा गांव जाने के लिए निकल पड़े। जीवन के देवता के पलक झपकते ही एक पोर्टल खुल जाता है यह पोर्टल सीधे भगुड़ा गांव के मंदिर तक पहुंचता है।
दोनों भाइयों को अब चारों ओर भक्तों की भारी भीड़ दिखाई देती है। वहा पर पैर रखने के लिए कोई जगह नहीं थी। इतने सारे भक्तों की आस्था को देखकर, दोनों भाई आश्चर्यचकित हो जाते हैं। फिर वह मंदिर के अंदर जाते है और अपने मिशन की सफलता के लिए मोगल माँ से प्रार्थना करतीर है। मंदिर के अंदर, एक पुजारी (मंदिर में मौजूद पूजा करने वाला जिसे पुजारी कहा जाता है) उन्होने दोनो भाई को बुलाकर पूछता है कि आप यहां क्यों आ रहे हैं?
फिर वे दोनों बातें करते हैं और कहते हैं कि हम दोनों मोगल मां की तलवार की तलाश में आए है। तब पुजारी क्रोधित हो जाता है और कहता है कि यहाँ से दूर रहो। और दोनों भाइयों को मंदिर से बाहर निकाल दिया जाता है। फिर दोनों भाई अलग अलग हो कर तलवार की तलाश करने लगते हैं।
जिवन के देवता कई जगह पूछने के बाद, वह थक जाते है और एक जगह पर बैठ जाते है। तभी उसके पास एक आदमी आता है, उसके पूरे शरीर सिर से पांव तक काले कपड़े से ढका हुवा था ।उसका आंखो का रंग लाल था और उसकी आंखो में किसी को मारने की तड़प दिख रही थीं।
यह देखकर जीवन के देवता भी कुछ क्षण के लिए विचार में आ गए। इस व्यक्ति की मुस्कान में कहीं न कहीं एक अलग तरह की खुशी थी।
यह व्यक्ति प्रकाश के देवता के बाजूमे में आता है और उसके बगल में बैठता है। कुछ क्षणों के लिए एक अलग तरह का सन्नाटा चा जाता है। फिर वह व्यक्ति शैतानी मुस्कान के साथ जीवन के देवता के कान के करीब आता है, और वह कहता है, तुम्हारा चेहरा देखकर, मुझे लगता है कि आप कुछ ढूंढ रहे हैं।
हैरान हुई जीवन के देवता उस व्यक्ति से पूछते हैं कि मैं मोगल मां की तलवार की तलाश में हूं। वह आदमी अजीब हंसी के साथ कहता है, मुझे पता है कि वह तलवार कहा है अगर तुम उसका पता लगाना चाहते हो तो तुम मेरे पीछे आओ मैं तुम्हें दिखाता हूं। फिर वह चलने लगता है और जीवन के देवता उसके पीछे आते है। अब वह आदमी चलते चलते दूर एक अंधेरी जगह में चलना बंद कर देता है।
जब जीवन के देवता उस स्थान पर पहुँचते हैं, तो उस व्यक्ति की लाल आँखें अंधेरे में अधिक चमकने लगती हैं।और तुरंत जीवन के देवता का एक भयानक चीख निकलती है।
जैसे ही यह आवाज डेथबॉय के कान में पड़ती है वह तुरंत वहाँ पहुँच जाता है। वहाँ पर जाकर वह अपनी उंगलियाँ हिलाता है जिसे हाथ पर एक छोटे से दीपक की तरह आग का एक गोला प्रगट हो जाता हैं। ताकि वह अंधेरे में सब कुछ देख सके, वहाँ डेथबॉय को खून से लिखा हुआ एक पत्र मिलता है।
अब डेथबॉय ने चिट्ठी पढ़ी, उसमें लिखा था कि - तुम्हारे भाई को मैंने पकड़ लिया है। अगर तुम उसे बचाना चाहते हो, तो पीछे के पहाड़ पर आ जाओ। फिर डेथबॉय पहाड़ के सामने जाता है और नीचे से खड़ा हो कर उसकी ऊंचाई देखता है।
और हैरानी की बात यह है कि इस ऊंचे पहाड़ की चोटी भी नहीं दिखाई दे रही थी। इस पहाड़ की रचना कुछ ऐसी थी कि - दो बड़े पहाड़ों के बीच एक साकड़ी सड़क थी, जो एक सीमित सीमा तक ही दिखाई पड़ रही थी और सीमित फुटपाथ पर पहुँचने के बाद ही आगे का रास्ता देखा जा सकता था।
जैसे ही डेथबॉय उस रास्ते पर जाने वाला होता है, तब एक साधु उसे बुलाता है और कहता है कि आज तक जो कोई भी इस पहाड़ पर गया है वह कभी वापस लौट नही है इसलिए तुम मत जाना,और अगर जाना भी पड़े तो सावधान रहना क्योंकि इस पहाड़ पर कई अजीब चीजे है जो आज तक किसी ने नहीं देखी और नही सुनी है।
अब डेथबॉय बहुत देर तक उस सड़क पर चलने के बाद एक लंबे समय के बाद, यह साकडी सड़क खत्म हो जाती है । अब आगे वह देखता है कि,,,,