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83.33% dangerous Ishq / Chapter 5: ब्लड बोर्न पैक

章 5: ब्लड बोर्न पैक

अचानक से अंदर का नज़ारा देख इवोल रोहित अक्षय दीपांश और बाकी सारी लड़कियों के होश ही उड़ गए सभी मे दीपांश सब से ज्यादा हैरान था क्यूँ की उसने वहा जो देखा वोह कोई और नई देख पा रहा था।

उसने देखा की ऋषभ की बॉडी एक ब्लू कलर की एनर्जी रिलीज़ कर रही हे जो किआ के बॉडी मे डायरेक्ट जा रही थी पर जब उसने किआ की तरफ देखा उसके तो होश ही उड़ गए क्यूँ की किआ भी रेड कलर की वैसी ही एनर्जी अपनी बॉडी से रिलीज़ कर रही थी जो ऋषभ की बॉडी मे ट्रांसफर हो रही थी।

उसे भरोसा ही नई हो रहा था अगर वोह ये सब अपनी आँखों से ना देखता तो वोह कभी इस बात पे यकीन ना करता हाला की ये एनर्जी इनवीसीबल थी इस लिए दिपांश ही इसे देख पा रहा था क्यूँ की इस एनर्जी को देखने केलिए उसका नॉलेज और उसे महसूस करने की काबिलीयत होनी चाहिए जो इस व्यक्त रूम मे ऋषभ के अलावा सिर्फ दिपांश के पास थी।

हालांकि ऋषभ भी इसे नई देख पा रहा था क्यूँ की ये एनर्जी बहोत ही साफ और पवित्र थी जो की सिर्फ तभी दिखाई देती जब किआ भी इसे समझ ने का हुनर रखे किआ के बिना ये पॉसिबल नई था क्यूँ की ऋषभ और किआ दोनो इस एनर्जी से जुड़े हुए थे।

पर दिपांश के साथ ऐशा नई था वोह इस एनर्जी को बड़े आराम से देख पा रहा था।

" क्या ये सच मे वही हे जो मे देख रहा हु क्या ये सच मे ब्लड बोर्न पैक हे ? पर केसे ? आखिर ये दोनो इस एनर्जी से कैसे जुड़े हुए हे? ये एनर्जी तो एक माँ और उसके बच्चे से जुड़ी हुई होती हे और वैसे भी हजारों सालों से इस एनर्जी बॉन्ड को नई देखा गया "

" ऐशा कहा जाता था की ये बॉन्ड अब मॉर्डन वर्ल्ड मे लुप्त हो चुका हे तो फिर आज ये यहाँ केसे और वैसे भी ऋषभ और किआ कोई माँ बेटे थोड़ी हे जो इन दोनो के बीच ये ब्लड बोर्न पैक एक्सिस्ट करता हे मुजे इसके बारे मे और पता लगाना पड़ेगा ये कोई मामूली बात नई हे अगर हाई प्रीस्ट काउन्सल मे ये बात बता चली तो बहोत दिक्कत होगी मुजे सब पता करना होगा "

2 सेकंड के भीतर दिपांश के मन मे सवालों का तूफान उमड़ पड़ा था वोह बहोत ही ज्यादा कन्फ्यूज था।

अचानक रिया चिल्लाई और दिपांश अपनी सोच की गहराई से बहार आया उसने देखा ऋषभ और किआ दोनो एक दूसरे से ऐसे चिपके थे मानो वोह गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड हो।

रियाने चिल्लाते हुए कहा ।

" ओय ऋषभ सिंघानिया तुम्हारी हिम्मत केसे हुई मेरी दोस्त के साथ ऐसी हरकत करने की "

रिया के चिल्लाते ही ऋषभ और किआ चोक गए ऋषभ ने रिया और बाकी सब की तरफ देखा जो अभी उसे और किआ को एक टक देखे जा रहे थे।

" तू ठीक तो हे ना " रिया ने किआ के पास आके पूछा ।

फिर उसने ऋषभ को देख के कहा।

" तुम अपनी हद्द मे रहो अच्छे दिखते हो स्मार्ट हो इसका ये मतलब थोड़ी हे की तुम किसी का भी जब जीं मे आया फायदा उठाओ गे "

" अच्छा तो मे तुम्हें ऐशा लगता हु ? " ऋषभ बोला।

" हा " रिया ने कहा।

तभी ऋषभ आगे बोला ।

" तुमसे कोन पूछ रहा हे तुम अपना मुंह बंध रखो मे तो इससे पुछ रहा हु "

बोलके ऋषभ ने किआ की तरफ अपना मुंह फेर लिया ।

ये देख किआ हड़बड़ा हट मे इधर उधर नजरे घुमाने लगी उसकी ये हरकत सभी नोट कर रहे थे।

" अरे इधर उधर क्या देख रही हो जवाब दो " ऋषभ ने अपने चेहरे पे हल्की सी स्माइल लाते हुए किआ से पूछा ।

किआ का चेहरा शर्म से लाल हो गया था ये देख सभी हैरान थे सब को दिख रहा था किआ बहोत ही ज्यादा ब्लश कर रही थी।

रिया ये देख हैरान थी की आज तक कोई भी उसकी अटेंशन तक नई पा सका वही इस ऋषभ ने ऐशा क्या जादू किया जो मेरी किआ इतनी ज्यादा शर्मा रही थी।

रिया ने किआ को उसकी तरफ घुमाते हुए पूछा।

" सच बता तुम दोनो के बीच कुछ हुआ हे क्या ? आई मीन कुछ भी तू समझ रही है ना मे क्या कहने की कोशिश कर रही हु "

जेसे ही रिया ने क्या पूछा था उसका अंदाज़ा होते ही किआ ब्लश करते हुए वहा से जाने लगी और जाते वक्त बोली।

" तू पागल हे कुछ भी सोचती रहती हे रिया "

बोलते हुए वोह मोहित को धक्का देते हुए रूम से बहार चली गई ।

उसकी हरकत देख सभी लड़के और लड़कियां खुले मुंह के साथ ऋषभ को देख रहे थे मानो उसने कोई किल्ला फतेह किया हो।

ऋषभ ने बोर होते हुए अपना सिर हिलाया और वहा से जाने लगा।

पर रिया ने उसका हाथ पकड़ लिया ।

" मेरी बात अभी खतम नई हुई , सच बताओ क्या कर रहे थे तुम मेरी फ्रेंड के साथ ? " रिया ने गुस्से से ऋषभ से पूछा।

तभी ऋषभ ने उसका हाथ जटकते हुए कहा।

" तुम अपने काम से काम रखो लोगों के काम मे अपनी टांग मत गुसाओ , अगर खुद को इतना ही स्मार्ट समझती हो तो तुम्हें ये दिख जाता की किआ कब की ठीक हो गई थी "

बोलके ऋषभ वहां से बहार चला गया और जाते वक्त रोहित को बोला।

" किसी और रूम की चाबी लेके आओ जल्दी मुजे नींद आ रही सोना हे मुजे "

बोलते हुए वोह दिपांश के रूम की और जाने लगा।

रिया कुछ बोलने ही वाली थी की उसको याद आया किआ तो बिल्कुल ठीक थी जब यहाँ से बहार गई उसकी अस्थमा की प्रोब्लम सॉल्व हो गई थी ये खयाल आते ही रिया आगे कुछ बोल ही नई पाई और वोह भी वहा से चली गई फिर सभी बारी बारी से अपने रूम मे चले गए।

सुबह 6 बजे का वक्त था।

ऋषभ दिपांश ओर इवॉल होटल के पीछे की तरफ एक खाई के नजदीक बड़े से पत्थर पे बैठ के मेडिटेशन कर रहे थे दिपांश और इवोल ने अपने 3 चकरा पॉइंट को ओपन किया हुआ था इवॉल सिर्फ 3 चकरा को खोल पाया था जबकि दिपांश ने अभी तक 7 मेसे 4 चकरा पॉइंट खोल दिए थे।

वही ऋषभ पत्थर से हवा मे 10 सेंटीमीटर उपर था मानो पूरी ग्रैविटी उलटी हो गई हो।

उसके पीठ पीछे स्पाइनल के उपर 6 चकरा ओपन हुए थे और वोह अभी 7 वा चकरा जागृत करने की कोशिश कर रहा था।

पिछले 1 महीने से वोह लगातार कोशिश कर रहा था की किसी तरह 7 वा चकरा खुल जाए पर अभी तक उसे वोह कामयाबी हासिल नई हुई थी।

तभी वहा किआ चिल्लाते हुए आई ।

उसके चिल्लाने की वजह से तीनों का ध्यान टूट गया और ऋषभ जो अभी हवा मे था वोह धड़ाम की आवाज़ के साथ पत्थर पे आ गिरा।

" हे भगवान ये लड़की फिर से यहाँ क्यूँ ? "

ऋषभ सोच ही रहा था की चिल्लाने की आवाज़ तेज हो गई और बड़ी भी।

" रिया.... रिया..... " चिल्लाते हुए किआ ऋषभ के सामने आ पहोंची।

दिपांश और इवॉल भी किआ को देख रहे थे अचानक किआ दिपांश और इवॉल को देख के बोली।

" तुम लोगों ने रिया को देखा क्या ? "

तभी ऋषभ को देख किआ बोली।

" अरे आप इतनी सुबह उठ ते हो मुजे तो यकीन ही नई हो रहा वैसे केसे हो आप ? "

किआ को ऐहसास हुआ की वोह बिना मतलब का कुछ ज्यादा ही बोल गई थी तो वोह उधर ही चुप हो गई और बिना मतलब के अपने पैरों से जमीन कुरेद ने लगी।

" क्या यही हे जो ऋषभ की सौलमेट हे ? और क्या ये लड़की मेरे भाई का ध्यान रखेगी आखिर केसे ? इस लड़की मे तो बचपना कूट कूट के भरा पडा हे "

दिपांश एक टक किआ को देख के सोच रहा था।

दिपांश को यूं खुद को घूरता हुआ देख किआ थोड़ी असहज हो गई वोह नजरे हटा के इधर उधर देखने लगी तभी उसकी नजर ऋषभ पे पड़ी जो अभी उसके फॉर-आर्म को चेक कर रहा था।

ऋषभ की फिज़िकल फिट्नस को देख किआ अंदाज़ा लगा रही थी की वोह कितनी ज्यादा मेहनत करता होगा उसकी बॉडी को यूं फिट रखने केलिए ऋषभ के शोल्डर चेस्ट ट्राइशप बाइशप सभी बिल्कुल परफेक्ट शेप मे थे।

उसके मसल पे जो कट्स थे वोह ऋषभ की बॉडी को और ज्यादा अट्रैक्टिव बना रहे थे कोई भी लड़की ऋषभ को इस हालत मे देख पागल ही हो जाती और उसके गले के साइड जो स्किन थी वोह ज्यादा गलो कर रही थी उसे देख किआ को अभी जा के ऋषभ के गले पे किस करने का मन किया।

हालांकि ये थोड़ा अजीब था पर खैर सभी लड़कियों की पसंद अलग अलग होती हे अब किआ को ऋषभ के गले पे किस करना हे तो इसमे वोह भी क्या करे किआ एक टक ऋषभ को देखे जा रही थी ।

उसका चेहरा बहोत ही ज्यादा ब्लश कर रहा था तभी दिपांश ने बेशर्मी से कहा।

" यू ऋषभ को क्यूँ देख रही किस्स करने का इरादा हे क्या ? "

जेसे ही दिपांश ने बोला किआ अचानक गभरागई और शर्म के मारे कुछ भी कहे बिना वहा से जाने लगी।

तभी रिया पीछे से आके बोली।

" क्या हुआ ? कही ये तीनों तुम्हें परिशान तो नई कर रहे है ना ? "

" ओय रिया तुझे क्या लगता हे की हम तीनों को कोई और काम नई हे जो हर वक्त तेरी फ्रेंड को परिशान करते रहे " इवॉल गुस्से से बोला।

रिया कुछ बोलने ही वाली थी की किआ ने कहा।

" अरे कुछ नई हुआ मे तूझे ढूंढ ने आई थी बस ये तीनों तो यहाँ शांति से बैठे थे मेने ही डिस्टर्ब कर दिया इन सब को "

" तू सच बोल रही हे ना ? कही इस ऋषभ ने फिरसे कुछ.. "

रिया पूरी बात बोलती उससे पहले ही किआ ने उसे रोकते हुए कहा।

" इन्होंने ने कुछ नई किया मेरे साथ... क्यूँ हर बार तू इनके पीछे पड़ी रहती हे मुजे अच्छा नई लगता..... चल यहाँ से "

बोलते हुए किआ वहा से जाने लगी।

'' इतनी रीस्पेक्ट ? " दिपांश और ईवॉल एक ही बात सोच के ऋषभ की तरफ देख ने लगे।

" मुजे मत देखो मुजे कुछ नई पता.... अगर जानना चाहते हो तो जाके किआ से पूछो "

बोलते हुए ऋषभ वहा से जाने लगा उसने सिर्फ ट्रैक पहना था ऊपर कुछ नई था सभी लड़कियां होटल मे उसे यूं बिना शर्ट के देख पागल ही हो गई।

" क्या बॉडी मैन्टैन की हे इस ऋषभ ने बहोत ही ज्यादा हॉट लग रहा " एक लड़की बोली ।

" हा यार सच मे क्या कट्स हे बॉडी के..... क्या लुक हे " सोनिया बोली।

किआ की फ्रेंड ऋषभ को देख पागल हुए जा रही थी तभी अवनी बोली।

" यार इसके तो सिक्स पैक भी हे यार क्या लग रहा कांश ये मेरा बॉयफ्रेंड होता इसे लेके मे एक कमरे मे घुस जाती और चार दिन तक बहार नई आती "

लड़कियों के मुह से ऐशी ठरकी और हवस से भरी बाते ऋषभ केलिए सुन किआ को बहोत गुस्सा आया उसका गुस्सा और उसके फ्रेंड्स केलिए किआ की नाराजगी रिया को किआ के चेहरे पे साफ दिखाई दे रही थी।

थोड़ी देर मे सभी लॉग होटल के बहार आए किआ लड़कियों के ग्रुप की लीडर थी जिसमे रिया, रुही, नैना, सुनैना, अवनी, और सोनिया थी दूसरी और लड़कों मे ऋषभ ग्रुप का लीडर था और लड़कों मे दिपांश, ईवॉल, मोहित, अक्षय, और रोहित थे।

जेसे ही रिया ने ऋषभ और उसके फ्रेंड्स को देखा उसने जोर से कहा।

" अरे नई यार फिर से नई पूरा दिन बेकार जाएगा " रिया जान बुज के ऋषभ की इन्सल्ट कर रही थी।

ये देख सभी लड़कियां हसने लगि पर जेसे ही ईवॉल ने एक कदम आगे बढ़ाया सभी चुप हो गए।

ईवॉल को देख सब को पिछली रात वाली ईवॉल और सड़क छाप गुंडों के बीच की फाइट याद आगई और सभी लड़कियां इवॉल को देख कर डर गई उनके चेहरे पे ईवॉल का कोफ साफ साफ दिखाई दे रहा था।

तभी मोहित और अक्षय आगे आए और रिया की कॉपी करते हे एक साथ बोले ।

" अरे नई यार फिर से नई पूरा दिन बेकार जाएगा "

और अपने चेहरे पे एक सरकास्टिक स्माइल बनाके पीछे हट गए।

उन दोनो की इस हरकत का रिया और उसकी फ्रेंड्स को गुस्सा बहोत आया पर उन्होंने कुछ नहीं कहा आखिर केहती भी केसे ईवॉल धाक लगाये सामने जो खड़ा था।

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आई होप मेरी दूसरी नॉवेल की तरह ये भी आपको पसंद आए ।

थैंक यू


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