तुफान बनकर
तुम आयी
सैलाब बनकर
चली गयी
साथ बहा ले गयी
मेरी ज़िन्दगी की कुशी
ख्यालों में डूबा रेहता हूं
अब ना चैन रहा ना सास
हरपल तेरी याद सताए
चाहकर भी भूल ना पाऊ
तुम जो किये सो किये
अब ना करना किसी से
तुफान बनकर
तुम आयी
सैलाब बनकर
चली गयी
----Raj