टैंग मोर जमीन पर गिर गयी और उसका दिल पूरी तरह टूट गया था। उसने अपनी छाती को कसकर दबाया और अचानक उसे ऐसा महसूस हुआ जैसे कि उसका दम घुट रहा हो। जैसे कि वह अब साँस नहीं ले सकती हो। ऐसा क्यों था कि वह दरवाजा नहीं खोल सकती थी? वह गू मोहन को क्यों बचा नहीं पा रही थी। वह लू क्युईयर के साथ अंदर सेक्स कर रहा था ...
"मोर, क्या हुआ?"
हंगामा सुनकर नीचे मौजूद सभी लोग वहाँ आ गए थे। लिन शियू नीचे झुकी और टैंग मोर को रोते देखकर उसने मोर को अपनी बाँहों में कसकर गले लगा लिया।
उसकी आँसू से भरी आंखों के माध्यम से टैंग मोर ने देखा कि हुओ यानमाई एक रानी जैसी अकड़ में घूम रही थी। उसके पीछे वीआईपी और मनोरंजन संवाददाताओं का एक समूह था।
अपने होंठों को सिकोड़ते हुए उसने पाया कि उसके दिमाग में अचानक उन लोगों की सारी योजना क्रिस्टल की तरह स्पष्ट हो गयी थी। क्या यह सभी हुओ यानमाई की योजनाओं का एक हिस्सा था? मीडिया द्वारा उन्हें बिस्तर पर रंगे हाथों पकड़ने की अनुमति देने का ताकि बाद में गू मोहन को मजबूरी में लू क्यूईयर से सगाई करनी पड़े?
अचानक सवाल में घिरे हुए कमरे का दरवाजा खुल गया और गू मोहन कमरे से बाहर चला आया।
टैंग मोर ने तुरंत उसकी आँखें उठाई और उसे एक झलक देखा। गू मोहन ने अपने कपड़े बदल लिए थे और अब वह काले रंग की पतलून के साथ एक साफ काली शर्ट पहने हुए था। उसकी आँखें गहरी लाल थी और बची हुई वासना के कारण अनियंत्रित रूप से घूम रही थी।
उसने अपने बड़े हाथों को जल्दी से फैलाते हुए मोर को लिन शियू के दामन से दूर करते हुए एक सेकंड में आराम से अपनी बाँहों में ले लिया था। उसके स्वच्छ और मर्दाना शरीर की गंध ने उसकी इंद्रियों में घुसपैठ की और उसे शांत कर दिया। यह अभी भी वही खुशबू थी जिसे वह पसंद करती थी और उसकी दीवानी थी।
"सब ठीक है अब मोर रोना बंद करो।" गू मोहन ने आगे झुककर उसके आँसूओं को चूमने से पहले उसके काँपते शरीर को अपनी बाँहों में लेकर कसकर गले लगा लिया।
उसके आगोश में टैंग मोर ने खुले दरवाजे के माध्यम से कमरे को जांचा। कालीन के चारों ओर बेतरतीब ढंग से कपड़े बिखरे हुए थें। बिस्तर बिखरा हुआ था और सफेद चादर पर खून लगा हुआ था। खून का दाग चमकदार लाल था और आँखों को परेशान कर रहा था।
लू क्युईयर भी पुरुषों वाली की एक शर्ट पहन कर बाहर निकल आई थी उसका चेहरा लाल हो गया था और वह आसपास धीरे-धीरे घूम रही थी। उसके चेहरे पर सहज आनंद के भाव थें। यह स्पष्ट था कि वह संतुष्ट थी क्योंकि उसके चेहरे पर एक बड़ी मुस्कान थी।
"बहन क्यूईयर क्या आप भाई मोहन के साथ सोई थी?" लिन रुक्सी लू क्यूईयर के पास दौड़कर पहुंची और उत्साह से पूछा।
लू क्यूईयर ने हुओ यानमाई को शर्माते हुए देखा।
हुओ यानमाई ने आगे बढ़कर लू क्यूईयर के छोटे हाथ को पकड़ लिया और कहा "क्यूईयर, क्या मोहन ने तुम्हें परेशान किया था? चिंता मत करो, मैं तुम्हारे लिए खड़ा होऊंगी।"
लू क्यूईयर ने शर्माते हुए सिर हिलाया और टैंग मोर के सामने खड़ी हो गयी। "मिस टैंग, मुझे क्षमा करें। मैं भाई मोहन के साथ अंतरंग हुई हूँ और मैंने उसे अपना कौमार्य प्रदान किया है। कृपया उसे जाने दें और हमें अपना आशीर्वाद दें।"
पीछे खड़ी महिलाएं जोर-जोर से फुसफुसा रही थीं-
"अगर टैंग मोर समझदार होगी तो वह अपनी बेशर्मी छोड़ कर अध्यक्ष गू को परेशान करना छोड़ देगी। अध्यक्ष गू और लू क्यूईयर ही एक अच्छी जोड़ी है।
"यही सही है गू और लू परिवारों के बीच विवाह अटल हैं। टैंग मोर को क्या लगता है कि वह कौन है? वह कभी भी ऐसी पारिवारिक पृष्ठभूमि के साथ गू परिवार में प्रवेश करने के योग्य नहीं होगी। वह पक्का सपने देख रही थी! अब उसे कैसा लग रहा होगा जब सच्चाई उसके सामने है? "
गू मोहन ने लू क्यूईयर को बेहद क्रूरता से घूरा साथ ही उसकी गहरा और ठंडी आभा धीरे-धीरे ऊपर आ रही थी और उसने बोलने के लिए अपना मुँह खोला ही था कि एक जोरदार थप्पड़ ने उसके इरादों को बाधित कर दिया क्योंकि उसकी गूंज पूरे गलियारे में गूंज उठी थी।
हर कोई हैरान था टैंग मोर ने लू क्यूईयर के चेहरे पर थप्पड़ मार दिया था।
लू क्यूईयर को अचरज हुई क्योंकि उसने अनुमान नहीं लगाया कि टैंग मोर उसे मारने की हिम्मत करेगी। वह लू परिवार की प्यारी बेटी थी! किसी ने भी उसे मारने की हिम्मत नहीं की थी। उसने टैंग मोर को घृणा से देखा पर तुंरत ही उसके चेहरे के भाव दुख में बदल गए जैसे किसी ने उसके साथ अन्याय किया हो। उसकी आवाज़ बेहद दयनीय थी।
"मिस टैंग, तुमने मुझे क्यों मारा?"
टैंग मोर का छोटा चेहरा पीला पड़ गया था और अभी भी कोमल आँसू की धारा उसकी आँखों से निकल रही थी लेकिन वह शांत और भावहीन लग रही थी। "मैंने तुम्हें थप्पड़ इसलिए मारा क्योंकि तुम कुतिया हो। गू मोहन मेरा आदमी है तुमने मेरे आदमी के साथ सोने की हिम्मत कैसे की? यह थप्पड़ धरती की सभी महिलाओं की तरफ से हैं। मैं दुनिया को दिखा रहा हूँ कि कैसे घर-गृहस्थी बर्बाद करने वाले को सजा देनी चाहिए !"