टैंग मोर उस जल्दबाज़ी में किए गए चुंबन के बाद फटाफट उस से दूर हो गई और बोली, "मिस्टर गू, जो तुम चाहते थे मैंने वो कर दिया है।"
गू मोहन ने उसकी नाजुक कमर को रगड़ा और उसे गले से लगा लिया। वे दोनों अनिवार्य रूप से एक-दूसरे से कसकर चिपके हुए थे, उनके शरीर को एक साथ ढाला गया था क्योंकि वह उसकी गोद में थी। उसने एक भौं को उठाया और हल्के से बोला, "तुम मेरे साथ खेल रही हो, हम्म?"
टैंग मोर को झुझुरी हो गई। इस समय, उस आदमी ने एक घटिया मुस्कान दी। वो सेक्सी और आकर्षक दोनों था।
गुस्से में टैंग मोर का चेहरा गुस्से में जल उठा। उसके खूबसूरत आंसुओं की वजह से सब कुछ धुंधला हो गया। वह अपने लाल होंठ मोड़े और शिकायत की, "मिस्टर गू, मैं पहले ही तुम्हें चूम चुकी हूँ"
"अगर तुमने मेरे मुंह में अपनी जीभ नहीं डाली, तो इसे कैसे चुंबन माना जा सकता है?"
वो हमेशा चीजों को सेक्सुयल ढंग से ही क्यों देखता है?
टैंग मोर को अपरिपक्व महसूस होने लगा। उसने पहले कभी भी ऐसे ही एक आदमी को चूमने के लिए पहल कभी नहीं की थी। केवल बार जब उसने पहल की थी तो इस आदमी ने उसका कॉरीडोर में फायदा उठाया था। उसके सफ़ेद दाँत ने उसके निचले होंठ को काट लिया। उसने अपने हाथों को बढ़ाया और उसकी गर्दन को पकड़ लिया, उनके होंठ एक बार फिर से मिल गए और उसकी जीभ बाहर निकली और उसने उस से जाँचते हुए उसे चाट लिया।
उसकी पापी छोटी जीभ ने उसके शरीर के निचले हिस्से में खतरनाक धाराओं को जलाते हुए, उसकी सभी इंद्रियों को जागृत कर दिया। गू मोहन का एडम एपल उसके मुंह खोलने पर ऐसे बाहर निकाल आया मानो वो उसको पूरा ही निगल लेगा। टैंग मोर ने उसके मुंह में उसकी शर्मीली खोज जारी रखा,मानो उसकी जीभ चारों ओर चंचल और चिढ़ने वाला नृत्य उसके मुंह में कर रही हो।
गू मोहन ने अपनी आँखें खोलीं। उसने उसे एक आकर्षक तरीके से देखा, उसकी आँखें आधी बंद हो गईं जैसे ही उसने उसे देखा।
उसने अपना खुरदरा अंगूठा उसके लाल होठों पर मला। वे नम और मोटे और पूरी तरह से चूमने लायक थे।
"... बेशर्म!"
"इसे बेशर्म माना जाता है?"
टैंग मोर की आँखें छोटी हो गईं। उसे बस एक नेक बेटे की तरह सामान्य, सुरुचिपूर्ण छवि का दिखावा करने दो। यह अविश्वसनीय था कि जब पुरुषों और महिलाओं के बीच के मामलों की बात आती थी तो वो इतनी बेशर्म था।
मिस्टर गू, तुम अभी भी कुछ और चाहते हैं, क्या तुम नहीं?
"मिस्टर गू, यह कैसा है? मुझे डीएचए का प्रवक्ता होने दो और तुम जो चाहूँ, मैं वो करूंगी। इसमें मेरा तुम्हारे लिए तुम्हारी बेल्ट खोलना भी शामिल है।" टैंग मोर अपने हाथों को धीरे-धीरे आगे बढ़ा रही थी, उन्हें जानबूझकर उसकी कमर तक मोहक तरीके से ले गई।
गू मोहन की पुतलियाँ गहरी हो गईं और उसने उसकी पतली कलाई पकड़ ली, "छोड़ो!"
एक सरल शब्द का इतना बड़ा प्रभाव था - संबंधों को तोड़ देने लायक।
उसने आखिरकार उसे नाराज कर ही दिया। टैंग मोर ने मुंह बनाया। बिना किसी हिचकिचाहट के वह उसकी गोद से उतरी, कार का दरवाजा खोला और निकल गई।
बेंटले सुइट की तरफ बड़ गई।
वो वहाँ से चला गया।
टैंग मोर ने बेंटले कार के सुंदर पिछले हिस्से को देखा और जाती हुई कार को देख कर अपने होंठों को तिरस्कार में दबा दिया। उसे कोई परवाह नहीं थी।
बाकी आदमियों की तरह, वह केवल उसके साथ सोना चाहता था।
…
सु शुइकिन ने लाल स्पोर्ट्स कार पर एक्सप्रेसवे को दौड़ा दिया। उसने अपने फोन पर मौजूद सभी तस्वीरों को बड़े संतोष से देखा। टैंग मोर को एक आदमी ने चूमा था, जब वो उसकी जांघ पर बैठी हुई थी। आदमी का चेहरा नहीं देखा जा सकता था क्योंकि वह अंधेरे में था, हालांकि, टैंग मोर का छोटा चेहरा बहुत स्पष्ट था।
यह एक सुखद आश्चर्य था। वह गलती से सड़क पर बेंटले के पास आ गई थी और टैंग मोर को एक आदमी को लुभाते हुए देख लिया था।
उसने तुरंत अपना फोन निकाला और सू ज़ेह का नंबर डायल किया।
सू ज़ेह पहले ही ज़ियाओवान को घर ले छोड़ने के बाद होटल में चला गया था। वो बड़ी ही आशंका के साथ 6014 नंबर के कमरे में गुसा। वास्तव में, वह दुविधा में था और पूरे दिन इसी बात पर विचार करता रहा कि वो वहाँ जाए या नहीं क्योंकि वो इस संदिग्ध जगह पर नहीं आना चाहता था ... फिर भी, यहाँ वह था।
कमरे में कोई नहीं था, टैंग मोर को अभी वहाँ पहुँचना था। सू ज़ेह ने कॉफ़ी टेबल पर अपनी कार की चाबी फेंक दी और टैंग मोर की प्रतीक्षा करने के लिए खुद सोफे पर गिर गया।
वो जो करना छह रहा था उसके बारे में सोच कर भी उसका खून खौलने लगा था। वह उस पागलपन वाली भावनाओं को रोक नहीं सकता था जो किसी अन्य व्यक्ति के साथ टैंग मोर के बारे में सोच कर ही हर बार उसकी नसों में फ़ेल जाती थीं। उसने चुपचाप सोचा, मुझे उसके साथ खेलने का मौके का फायदा उठाना चाहिए। इस बार, वह टैंग मोर को घुटने टिकाने और माफी की भीख माँगने के लिए दृढ़ था। वह उसे साबित कर देगा कि उस धनी व्यापारी की तुलना में, वो बिस्तर में ज़्यादा बेहतर था।
उसने उसे सबक सिखाने की ठानी हुई थी।
सू ज़ेह का मुँह सूख गया था। उसने अपनी gale को ऊपर-नीचे किया। अपने हाथ को उठाते हुए, उन्होंने अपनी शर्ट को खोल दिया, अपनी फर्म छाती को उजागर किया। उसी समय, घंटी बजी। डिंग!
सू ज़ेह की आंखें चमक उठीं और वह तेज़ी से उठ कर दरवाजे की तरफ लपका। उसने तुरंत दरवाजा खोला, "टैंग mor, तुम ..."
यह टैंग मोर नहीं थी, बल्कि दरवाज़े के बाहर हेन ज़ियाओवान थी।
"ज़ियाओवान, तुम यहाँ क्यों आई हो?"
हेन ज़ियाओवान को टैंग मोर के उत्तेजक शब्दों से पता चल चुका था कि उन्होनें एक कामोत्तेजक योजना बनाई हुई थी, इसलिए वो घर नहीं गया थे। उसने चुपके से उसका पीछा किया था। यह पता चला कि वह सच में उसकी पीठ के पीछे उस महिला से मिलने के लिए यहां आया था। वह टैंग मोर के साथ सोना चाहता था!
उसने अपने अंदर से एक गहरा क्रोध जलता हुआ महसूस किया, फिर भी, वह होशियार थी, और उसने उसे तब उजागर नहीं किया जब वह उसे कार में घर ले जा रहा था। वह इस पल के लिए जानबूझकर इंतजार कर रही थी ताकि उसे पश्चाताप महसूस करा सके।
उसने अपनी बड़ी-बड़ी आँखें झपकाईं और आँसू उसके गाल बहने लगे। उसका चेहरा एकदम बेचारा और दुखी लग रहा था और उसने सू ज़ेह को को दयनीय ढंग से देखा, "आह ज़ेह, सिस्टर ने मुझे बताया था कि तुम उसके साथ सोने वाले हो। मुझे सच में विश्वास नहीं हुआ था कि तुम आओगे। तुम्हारी बेगुनाही को साबित करने के लिए, मुझे यहाँ आकर देखना पड़ा, लेकिन तुम ... "
सू ज़ेह परेशान हो गया, और एहसास हुआ कि टैंग मोर ने उसे मूर्ख बना दिया था! टैंग मोर के प्रति उसकी नाराजगी तुरंत हेन ज़ियाओवान के प्रति अपराधबोध में बदल गई। उसने तुरंत उसे पकड़ लिया, उसके कांपते हुए शरीर को अपनी बाहों में खींच लिया, "ज़ियाओवान। मुझे माफ कर दो। मैं एक बार के लिए टैंग मोर की बातों में आ गया था।"
हेन ज़ियाओवान ने अपने हाथों को बढ़ाया और सू ज़ेह की कमर को ऐसे कस कर पकड़ लिया, जैसे वो उसकी एकमात्र जीवन रेखा हो। उसने अपना सिर हिलाया और फुसफुसाई, "तुम इतने साल सिस्टर के साथ रहे हो। यह सामान्य है कि तुम अपने आप को एक पल के लिए भूल गए। यह मेरी सारी गलती है। मैं तुम्हारा प्यार पाने के लायक नहीं हूं।" आँसू उसके चेहरे पर लगातार बहते रहे और वह उसके सीने पर सिर रख कर सुबकती रही।
सू ज़ेह ने ज़ियाओवान को और भी ज़ोर से पकड़ लिया। उसने उसे नम्रता से चूमा, "ज़ियाओवान, तुम सच में अद्भुत है। मैं सच में माफी चाहता हूँ। यह कभी भी दुबारा नहीं होगा। मैं तुम्हें कभी नहीं शर्मिंदा नहीं करूंगा।"
"म्म।"
इस समय, सू ज़ेह का फोन बज उठा।
उसने फोन उठाया, "हैलो।"
"भाई, जब मैं अभी सड़कों पर थी तो मैंने टैंग मोर को देखा था । वह कार में दूसरे आदमी के साथ यौन संबंध बना रही थी।"
सू ज़ेह के दिमाग में एक फ्लैश आया और उसकी मुट्ठी फोन पर कस गई, "तुमने क्या कहा?"
"भाई, मैंने तुमको अभी अभी तस्वीरें भेजी हैं। तुम इसे अपने लिए देख लो।"
सू ज़ेह ने वो मेसेज खोला जो सू शुइकिन ने भेजा था। उसने देखने के लिए अपनी आँखें छोटी कर लिन। यह वास्तव में टैंग मोर थी। वह एक आदमी को चूम रही थी।
उसकी दोनो हथेलियाँ उसे तब तक पीटने के लिए तैयार थीं जब तक वह दायें और बाएँ का अंतर बता सकती थी। वह उसे मारना चाहता था। उसने अपना फोन निकाला और टैंग मोर के नंबर को डायल किया, उसकी आँखें खिड़की से जलती हुई छेद कर रही थी और उसने गुस्से में रोती हुई हेन ज़ियाओवान को जकड़ लिया।