जब वो लड़की चली गई और नर्स का दफ्तर फिर से शांत हो गया, तो क्यूओ एनहाओ ने हिम्मत जुटाकर उससे सवाल पूछा जो लगातार उसके दिमाग में था। "क्या तुम उस लड़की के साथ हो?"
वो सवाल पूछने के बाद चुप हो गई। क्या लू जिनियन ने उसे एक बातूनी लड़की समझ रहा था ?
क्यूओ एनहाओ ने लू जिनियन को चुपके से देखने के लिए अपनी नजरों को उत्सुकता से उठाया। सवाल सुन कर लू जिनियन ने किताब से नजर हटाकर अपना सिर ऊपर किया जिससे उसके चेहरे पर तनाव नजर आया। लू जिनियन ने धीरे से कहा, "नहीं"
क्यूओ एनहाओ ने अपना सिर हिलाकर "ओह" की आवाज निकाली।
लू जिनियन ने फिर अपनी पुस्तक पर अपना ध्यान लगाया।
कमरे में खामोशी छा गई और एक लंबे समय के बाद, लू जिनियन ने फिर से बात की, "हमारी कक्षा जल्द ही एक गतिविधि का आयोजन करेगी, और हम दोनों उसके प्रभारी होंगे।"
लू जिनियन ने किताब से अपनी नजरे नहीं हटाई और अपनी बात कहने के लिए चेहरे को सीधा रखा।
क्यूओ एनहाओ ने कंबल के नीचे अपने आप को छुपाया और धीरे से बिना किसी आवाज के हंसने लगी।
अपने मासिक काल से अत्यधिक दर्द के कारण, नर्स को उसे दर्द निवारक दवा देनी पड़ी। इससे पहले क्यूओ बिल के पैसे देती, लू जिनियन ने नर्स को तीस डॉलर दे दिए।
नर्स के ऑफिस के दरवाजे पर, क्यूओ एनहाओ ने कुछ समय के लिए सोचा और फिर लू जिनियन की ओर दौड़ी। अपने वॉलेट को उठया और उसमें से पचास डॉलर निकाल कर लू जिनियन को दे दिए।
"ये डॉक्टर की फीस है, आपकी मदद के लिए धन्यवाद।"
लू जिनियन ने पचास डॉलर पर नजर डाली जो क्यूओ ने अपने वॉलेट को खोलकर अपने हाथ में पकड़ रखा था। उसके वॉलेट के अंदर सो डॉलर के बिल का मोटा ढेर था। लू जिनियन ने पलटकर लंबे कदम उठाकर क्यूओ एनहाओ से दूर जाने से पहले अपनी आंखे मंद कर ली।
दूसरी बार क्यूओ एनहाओ ने पिकनिक के बाद कड़ी मेहनत से पढ़ाई की थी। उस समय, शु जिअमू और उसका समूह बाहर पिकनिक बना रहे थे। उन्होंने बहुत सारे दोस्तों को आमंत्रित किया था और लू जिनियन उसमें शामिल था।
उस दिन, मौसम अच्छा था और आसमान साफ था। हर कोई भोजन करने के बाद घास पर बैठकर आसमान में देख रहा था। किसी तरह विषय उनकी महत्वाकांक्षाओं और उनके सपनों के विश्वविद्यालयों में स्थानांतरित कर दिया गया। लू जिनियन ही था जो पूरे समय चुप रहा। वापस रास्ते पर, क्यूओ ने शु जिअमू को लू जिनियन से पूछते हुए सुना, "भाई, आपका क्या ? आप किस विश्वविद्यालय में जाना चाहते हैं?"
"एक विश्वविद्यालय"
एक विश्वविद्यालय को विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त होनी चाहिए और सभी सहपाठियों से ऊपर होना चाहिए उसमें प्रवेश करने के लिए। क्यूओ एनहाओ ने इस सपने को देखने की भी हिम्मत नहीं की।
क्यूओ को पता नहीं था कि वो किस विश्विद्यालय में जाना चाहती थी, जब किसी ने उससे पूछा कि क्या वो हैंग झोउ विश्वविद्यालय में प्रवेश करना चाहती है, तो उसने सिर हिलाया। उसके पास कोई अपनी पसंद नहीं थी लेकिन क्योंकि हैंग झोउ एक सुंदर शहर था, उसने तय किया कि अच्छा होगा अगर वो वहां के विश्विद्यालय में प्रवेश ले।