फिल्मांकन शुरू हुआ|
फ़ेरी वाले लेंटर्न बेच रहे थे,या लेंटर्न की पहेलियाँ आयोजित कर रहे थे| लोगों के हाथों में लेंटर्न थे| वातावरण काफी खुशनुमा था| हर तरफ लोग चहक रहे थे|
सुन हुयांकिंग अपने दवाखाने में बैठ कर मरीज देख रहा था| मेंग चंगगे उसे दवाखाने से ज़बरदस्ती खींच कर बाहर ले आयी थी|
केमरे के लेंस दोनों के ऊपर थे और लगातार उनकी हर गतिविधि रेकॉर्ड कर रहे थे| दोनों लड़का और लड़की चंगन शहर की गलियों में दौड़ रहे थे| गलियाँ विभिन्न तरीके की रोशनी से रोशन हुई थी| बहुत ही सुंदर नज़ारा था|
इस दृश्य में बोलने वाले वाक्य कम थे, खुशनुमा माहौल और दोनों कलाकारों के चेहरे के भाव महत्वपूर्ण थे|
मेंग चंगगे आज बहुत ज्यादा उत्साहित थी| शुरू में सुन हुयांकिंग को यह सब अच्छा नहीं लग रहा था पर वह इस लड़की के उत्साह के कारण खुद को रोक भी नहीं पाया था| दोनों भीड़ में साथ चल रहे थे|
कुछ समय के बाद सुन हुयांकिंग को एहसास हुआ कि यह लड़की ज़बरदस्ती उसका हाथ पकड़ रही थी तो उसने अपना हाथ खींचकर हाथ छुड़ाने की कोशिश की|
मेंग चंगगे भी कहा मानने वाली थी| उसने सुन को इस तरीके से देखा जैसे उसका हाथ मेंग चंगगे की जागीर हैं|
सुन हुयांकिंग ने कहा, "मिस मैंग यह आप क्या कर रही हैं? आदमी और औरत का इस तरह से करीब आना माना हैं|"
मेंग चंगगे ने उसे घूर के देखा, "बेवकूफ़ आदमी अगर हाथ छोड़ दिया तो हम दोनों अलग हो जाएँगे|"
सुन हुयाकिंग ने बिना सोचे समझे झल्ला कर कहा " हो जाने दो|"
"सुन हुयांकिंग! तुम ....! गुस्से में मेंग चंगगे हाथ छोड़ कर वह से भाग गयी और भीड़ में कह़ी गुम हो गयी|
मेंग के लाल कपड़े धीरे धीरे सुन हुयांकिंग की आँखों से ओझल हो गए तो अब उसे चिंता होने लगी| आजकल शहर में लड़कियों के गायब हो जाने और बलात्कार की घटनाएँ काफी बढ़ गयी थी| आज सड़कों पर काफी भीड़ थी और मेंग चंगगे भी तो एक लड़की ही थी, अगर उसके साथ कुछ हो गया तो|
यह सोच कर सुन हुयांकिंग को चिंता होने लगी, इस चिंता में वह यह भूल गया कि मेंग कितनी दुष्ट लड़की हैं| उसे तो बस यही डर था कि अगर उसे कुछ हो गया तो वह कभी भी खुद को माफ नहीं कर पाएगा|
सारे कैमरे अब सुन हुयांकिंग के ऊपर अपनी नज़रें गड़ाए हुए थे| बदहवास सा सुन हुयांकिंग यहाँ-वहाँ मेंग चंगगे को ढूंढने लगा पर वह नहीं मिली| थक-हारकर सुन हुयांकिंग चक्कर खा कर गिरने ही वाला था कि किसी ने आकर उसकी पीठ थपथपाई|
उसने जैसे ही पलट कर देखा, तो कोई मुँह पर मुखौटा लगा कर उसके पीछे खड़ा था| उसने खुशी से पूछा " डॉक्टर सुन क्या मुझे ढूंढ रहे थे|"
जानी पहचानी आवाज़ सुन कर सुन हुयांकिंग की जान में जान आई| उसने दौड़ कर उसे गले लगा लिया|
सु हुयांकिंग थोड़ा पुरानी सोच का आदमी था, मेंग चंगगे को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि सुन उसे इस तरह गले लगा लेगा...तो वह बुत सी खड़ी रही रह गयी|
अगले दृश्य में मेंग चंगगे सुन हुयांकिंग को चूमना शुरू करती है| |प्रशंसक दूर से इस दृश्य को देख रहे थे, सब के होते हुए भी सन्नाटा था| उत्साह से उनकी साँसे थम सी गयी थी यह सोच कर की दो लोग पहली बार किस कर रहें होंगे तो यह दृश्य कितना सुहाना होगा| निश्चित तौर पर यह दृश्य बहुत ही मनमोहक होने वाला था|
ठीक इसी समय कोई ओर भी था जो आवाज़ करने से भी घबरा रहा था, वह था काली कार की पिछली सीट पर बैठा लू जींगली|
लू जींगली ने अपना मुंह कार की खिड़की की तरफ मोड़ लिया था, अपने भाई की बगल में बैठ कर यह सब देखने की अब उसकी हिम्मत नहीं थी| उसने डर से आंखे बंद कर ली थी|
उसे इस बात पर कतई भी विश्वास नहीं हो रहा था की उसका भाई इस तरह कार में हाथ पर हाथ रख कर बैठा हुआ हैं ओर कुछ कर नहीं रहा हैं| अभी तो निंग क्षी ने जियांग मुए का सिर्फ हाथ ही पकड़ा था और एक-दूसरे को गले ही लगाया था| इस दृश्य से ही कार में डरावना सन्नाटा छा गया था| आगे जब यह दोनों एक दूसरे को किस करेंगे तब क्या होगा|
यह दृश्य ना ही हो तो अच्छा हैं|
लू जींगली अब इस सोच में पड़ गया कि उसका भाई आखिर ऐसा क्या करेगा जिससे की निंग क्षी को नाराज़ किए बगैर किस करने से रोक लेगा|
लू जींगली आंखे गड़ा कर यह दृश्य देखने लगा| निंग क्षी ने धीरे से अपना मुखौटा हटाया| उसने जियांग मुए की तरफ बहुत प्यार से देखा, फिर खींच कर जियांग मुए को थोड़ा झुकाया...
कर लिया| कर लिया| कोई जलन से मर जाने वाला था आज तो|
लू जींगली दिल ही दिल में काफी दुखी हो रहा था कि तभी उसने देखा कि लेंटर्न एक के बाद एक बुझने लगे थे| जैसे वे उसके भाई के दिल में उठे तूफान की वजह से बुझ रहे थे|