वीरा की बात सुनते ही सरमन भी खामोशी से अपनी जगह पर खड़े हो गए।
" दिव्या.... Gun उठाओ। " दिव्या को अपनी जगह पर खड़े देख देवा ने गुस्से में दांत पीसते हुए दिप्ति से कहा।
दीप्ति ने आज तक gun नहीं चलाई थी। और उसे gun से बहुत डर लगता था। इस वजह से दीप्ति चाह कर भी gun को उठा नही पाई।
" इस लड़की को जहां से उठाकर लाए हो, वहीं छोड़ आओ। ये लड़की मेरी घर की बहू बनने के लायक नहीं है।" दीप्ति को इस तरह से डरते देख वीरा ने गुस्से से देवा को कहा,, और घर के अंदर जाने के लिए मुड़ गई।
वीरा की बात सुनते ही दीप्ति के पैरों तले से तो जमीन ही निकल गई।
"अगर.... मुझे यहां से जाना पड़ा, तो मै क्या करूँगी। अगर... मुझे फिर से उन लोगों ने पकड़ लिया, तो मेरा क्या होगा। अबकी बार तो मैं किसी तरह से भाग आई थी। लेकिन, अबकी बार तो वो लोग मुझे जान से ही मार देंगे।"
ये सब सोचते हुए दीप्ति की आंखों से आंसू बरसने लगे थे। चेहरा पीला पड़ने लगा और घबराहट के मारे दीप्ति बुरी तरह से कांपने लगी थी
देवा को दिप्ती को देखकर गुस्सा आ रहा था। लेकिन,, अपनी माँ को नाराज होते देख देवा का गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ चुका था। जिस वजह से देवा की आंखों में एक बार फिर से खून उतर आया था।
" माँआ आ.... " इससे पहले की वीरा वहां से जा पाती, देवा ने अपनी तेज कड़क और रोबदार आवाज में वीरा को आवाज लगा दी।
देवा की इतनी कड़क आवाज सुनते ही वीरा के कदम भी चलते हुए रुक गए।
" मैंने इस लड़की से शादी की है। So.... इसे मैं अकेला तो नहीं छोड़ सकता।" अपनी माँ को रुकते देख देवा ने कड़क आवाज में वीरा से कहा।
" तो तू अपनी मां को छोड़ने के लिए तैयार हो जा।" देवा की बात सुनते ही वीरा भी गुस्से से बोल पड़ी।
देवा और वीरा की बहस को देखकर अतुल आंखें फाड़े कभी वीरा को, तो कभी देवा को देखे जा रहा था। क्योंकि.... अतुल को अब ये सोचकर घबराहट हो रही थी, कि.... अब इन दोनों के बीच जंग ना छिड़ जाए।
लेकिन,, सरमन चुपचाप खड़े देवा को देख रहे थे। क्योंकि.... देवा और अपनी बीवी दोनों को अच्छे से जानते थे। और शर्मन को खुद से ज्यादा अपने बेटे पर भरोसा था।
देवा को कुछ पलों तक देखने के बाद वीरा वहां से जाने लगी, तो देवा फिर से आंखें बंद करते हुए कड़क आवाज में बोला, , "आपको भी नहीं छोड़ सकता मां।"
" तो फिर क्या करना है...?" देव की बात को सुनते ही वीरा अपने हाथ बांधकर खड़ी हो गई।
"आपकी शर्त भी पूरी होगी, and मेरी prince house में मेरी queen की entry भी होगी।" देवा ने इस बार थोड़े cold expressions से कहा, और जमीन पर पड़ी g को उठाकर देवा सीधे दीप्ति की तरफ देखने लगा।
"दीप्ति को gun चलानी पड़ेगी।" ये सोचकर ही दीप्ति घबराते हुए ना मे सर हिला कर धीमी आवाज में देवा से बोलना स्टार्ट किया, , "हम... हम गोली नहीं चला सकते... देव। हम.... हमसे जबरदस्ती गोली मत चलवाइये।"
देवा को अपनी तरफ आते देख दीप्ति ने नम आँखों से देवा को देखते हुए अपने टूटे-फूटे लफ्जों में देवा के सामने रिक्वेस्ट करना स्टार्ट कर दिया।
लेकिन, अब देवा बिल्कुल भी नहीं रुकने वाला था।
इसलिए, , देवा gun लेकर सीधे दीप्ति के पास आया,, और दीप्ति के हाथ में gun पकड़ा कर दीप्ति की आंखों में देखते हुए बोला,, "तुम गोली चलाओगी। और ये मेरी मां का आर्डर है। देवा सूर्यवंशी की मां का, , यानी.... इस पूरे मुंबई की महारानी का।"
देदेवाकी बात सुनकर दीप्ति पहले से भी ज्यादा डर गई।
अपने कांपते हाथों में पकड़ी gun को देखकर दीप्ति ने कसकर अपनी आंखों को बंद कर लिया। और मन ही मां प्रार्थना करने लगी, कि... किसी तरह से ये मुसीबत टल जाए।
दीप्ति की कंडीशन को देखकर शर्मन देवा को रोकना चाहते थे। लेकिन, देवा जितने confidance के साथ दीप्ति के करीब खड़ा था,, उसके बाद सरमन ने भी देव को कुछ नहीं कहा।
देवा ने दीप्ति के कांपते हाथों को देखा, तो अपने हाथों में दीप्ति के हाथ को पकड़ लिया। और दीप्ति की उंगली को अपनी उंगली के साथ जोड़ते हुए ट्रिगर पर रखने के बाद देवा ने हाथ को खुद से और दीप्ति से थोड़ा दूर ले जाकर,, एक के बाद एक फायरिंग करना start कर दिया।
Prince house गोलियों की आवाज से पूरी तरह से गूंज गया।
फायरिंग की आवाज सुनने के बाद 30 40 बॉडीगार्ड्स अचानक से वहां पर आ गए।
लेकिन, देवा को फायरिंग करते देख, , वह सब शांत खड़े हो गए।
देवा एक के बाद एक फायरिंग कर रहा था।
लेकिन, दीप्ति के हाथों से चलती हर गोली के साथ दीप्ति डर के मारे अंदर तक सहम कर देवा मे सिमटती जा रही थी।
"Sir ने बिल्कुल सही कहा था। ये औरत...,, औरत नहीं तोप का गोला है। हिचा दिमाग सटकला आहे। अपन को तो बच कर रहना पड़ेगा रे बाबा,, नाही तरै ह तोफ चा गोडा,, माझा मागे आग लाउण टाकि न।" (इसका दिमाग सटक गया है। बचकर रहना पड़ेगा,, नहीं तो ये आग का गोला मेरे पीछे आग लगा देगी।)
एक लड़की के साथ भी वीरा को ऐसा बर्ताव देखकर खुद अतुल भी पूरी तरह से shock हो गया।
कुछ सेकंड्स के बाद देवा ने जैसे ही gun को पूरी तरह से खाली कर दिया, तो वीरा मुस्कुरा कर साइड में हाथ उठा कर बोली,, "पूजा की थालकर लेकर कर आओ।"
वीरा की आवाज सुनते ही सर्वेंट ने तुरंत एक बड़ी सी फूलों और दीप,, चंदन से सजी एक थाली को वीरा के हाथों में रख दिया।
वीरा अपने bildup style के साथ दरवाजे पर आई और देवा को देखकर बोली,, "अगली बार मेरे बोलने से पहले अपनी बीवी को gun चलाना सिखा देना।"
" आपकी बहू क्वीन है इस prince house की। आपकी तरह आगे चलकर महारानी बनना है, तो ये सब तो सीख नहीं पड़ेगा माँ।" देवा ने भी अपनी मां को मुस्कुराते हुए जवाब दे दिया।
देवा की बात सुनकर वीरा ने देवा और दीप्ति दोनों की आरती करके घर के अंदर आने के लिए बोल दिया।
लेकिन, जैसे ही देवा दीप्ति को घर के अंदर। लाने के लिए आगे बढे,, तो अचानक से दीप्ति निढाल होकर फर्श पर गिर पड़ी।
क्या हुआ है दीप्ति को...???
क्या रिएक्शन होगा वीरा ओर देवा का...??
क्या करेगा अब आडवाणी जानने के लिए पढ़ते रहिए..... Bold love of gangster.