रुद्र ने देखा शिवी सो गई है।..... तो उसने उसे अच्छे से सुलाया और उसके माथे को चूम के उसे अच्छे से कंबल उड़ा कर बोला," आप को सब जानना जरूरी है! अब आप बड़ी हो गई हैं मेरी राजकुमारी!" ये कह कर वो जाने लगा तो शिवी उसका हाथ नींद में पकड़ते हुए सुस्ताई आवाज में बोली," कल आपको आगे की कहानी सुनाना है! तो याद रखिएगा!" उसकी बात पर वो मुस्कुरा दिया और उसके बालों को चूमते हुए अलग हुआ और हल्के से मुसकुराते हुए बोला," जैसा आप कहे हमारी राजकुमारी!" ये कहा कर वो उठा और वहां से अपने कमरे की तरफ चला गया।
वहीं दूसरी तरफ बनारस में गौरी बाहर बैठी चांद को देखते हुए बोली," है भोलेनाथ आप हमे बार बार वही सपना क्यों दिखाते हैं! अब हमारे दिल में बैचेनी होने लगी है! जैसे हमे कोई बहुत याद कर रह है! लेकिन हमारा इस दुनिया में कोई नही है जो हमे अब याद कर सके!" ये कहते हुए वो खुद को खुद की बाहों में भर ली।
फ्लैशबैक
शिवांगी सब के पास आई और मीना के कमर पर एक रखते हुए उसे घूर के बोली," क्या पागल हो गाए थी क्या तू? कहां चली गई थी समाने से!" उसकी बात पर मीना उसके एक लगाते हुए बोली," ओए कहीं गई नही थी मुड़ी थी! और अच्छी बात है न की तू उस नए स्टूडेंट से टकरा गाए जिसकी बात में अभी कर रही थी! कितने बाडिया लग रहे थे तुम दोनो एक साथ! तुझे तो मुझे धनव्याद कहना चाइए और तू मुझे यहां पर मार रही है! चुड़ैल कहीं की!" उसकी बात पर सब हस दिए तो शिवांगी अपना बैग उठाते हुए मुंह बना कर बोली," काहे का धन्यवाद! पता है कितना खडूस था वो! कहा रहा था की अगर पकड़म पकड़ाई खेलनी है तो कहीं और जाकर खेलो! यहां पर नही! अब क्या उसके घर जाकर खेले!" उसकी बात पर सब हस दिए।....
निष्ठा सब को देख बोली," यार चलो! जल्दी! सब वेट कर रहे होंगे!" उसकी बात और सब चलने लगे।.... मीना श्रुति के गले ने हाथ डालते हुए बोली," उन दोनो का कोई हैंडसम दोस्त है! जिससे मेरी सेटिंग हो जाए?" उसकी बात पर सब हस दिए थे।...
सब थोडी देर में एक कैफे में थे।... श्रुति और निष्ठा अपनी नजर घुमा के देख रही थी।... श्रुति की नजर किसी पर पड़ी तो वो सबसे जल्दी से बोली," देखो वो रहे नमन और विवान!" उसकी बात पर सब उस तरफ चल दिए।.....
शिवांगी ने वहां पर रुद्र को बैठा देखा तो उसकी आंखें बड़ी हो गई।... अभी रुद्र फोन में लगा था तो उसका ध्यान अभी वहां गया नही।.... निष्ठा सबको देख बोली," विवान इन दोनो से मिलो, ये है मीना" उसकी बात पर सबने मीना को hii कहा तो निष्ठा आगे बोली," ये है शिवांगी! और तुम श्रुति से तो मिल ही चुके हो!" उसकी बात पर सब ने शिवांगी को hii कहा।.... रूद्र की नज़र जब शिवांगी पर गई तो उसकी एक बार फिर से नजर ठहर गई।..... शिवांगी ने भी सबको hii कहा।... विवान उन सब को देख बोला," आए आप सब बैठे और मैं विवान, निष्ठा का बॉयफ्रेंड!" उसके बाद तुरंत नमन मुसकुराते हुए बोला," मैं नमन! आप सब से मिल कर अच्छा लगा! मैं श्रुति का होने वाला पति!" उसकी बात पर सब हस दिए और श्रुति का चेहरा लाल पढ़ गया था।..... मीना ये देख कर बोली," वाह क्या बात है! वेरी गुड! और ये दोनो कोन है?" उसकी बात पर विवान ने कहा," अरे ये है लक्ष्य और वो है रुद्र!" उसकी बात पर दोनो ने सब को बिना भाव के hii बोला तो मीना दोनो को देख, शिवांगी की कानो में धीरे से बोली," शायद दोनो के अंदर भगवान ने हस के किसी से मिलने का सॉफ्टवेयर डाला ही नही है, जभी तो कैसे बिना भाव के बैठे हैं!" उसकी बात पर शिवांगी हस दी तो सब उसे देखने लगे तो वो शर्म के कारण पानी पीते हुए इधर उधर देखने लगी।...
सब एक दूसरे से बाते कर रहे थे।.... विवान, नमन और निष्ठा श्रुति सब से अलग बैठे थे क्योंकि वहां पर चार लोग ही बैठ सकते थे एक टेबल पर और दूसरी तरफ मीना शिवांगी, रुद्र और लक्ष्य बैठे थे।.... वो दोनो कुछ बोल नहीं रहे थे ये देख कर मीना लक्ष्य को देख बोली," आपके अंदर शायद भगवान के चीज ड्लाना भूल गए हैं! क्यों हमने सही कहा न शिवू?" उसकी बात पर शिवांगी ने हड़बड़ी में हां कहा तो लक्ष्य उसे न समझी से देखते हुए बोला," मतलब! हम तो बिल्कुल ठीक हैं!" उसकी बात पर मीना कोल्ड कॉफी पीते हुए बोली," बोलने का और मुस्कुराने का सॉफ्टवेयर डालना भूल गए है वो! इतनी सुंदर लड़कियां सामने बैठी हैं लेकीन आप दोनो एक चेहरे पर एक मुस्कान तक नही है!" उसकी बात पर लक्ष्य उसे घूर के देखते हुए बोला," है नही आई तुम्हारे जोक पर! और हमारे अंदर वो सॉफ्टवेयर है लेकिन वो तुम्हे देख कर एक्टिवेट नही हुआ बस!" उसकी बात पर मीना ने उसे एक बार घर और गुस्से से उसके पैर पर टेबल के निचे से अपने पैर से मारा तो लक्ष्य के मुंह से एक चीख सुन कर शिवांगी और रूद्र ने उसकी तरफ देखा तो वो रुद्र बोला," क्या हुआ ? चिल्लाया क्यों?" उसकी बात पर मीना अपनी हसी को कंट्रोल कर बोली," क्या हुआ लक्ष्य जी? गलत सॉफ्टवेयर चालू हो गया क्या?" उसकी बात पर लक्ष्य उसे घूर के देखने लगा था।... दोनो की जोड़ी ऐसी थी मानो लुटता बिल्ली।..... मीना लक्ष्य को छेड़ती थी और वो उस से चिढ़ ता था।..... लेकिन इसी नोक झोंक में दोनो को एक दूसरे से कहीं न कहीं प्यार हो गया था।.....
फ्लैशबैक एंड
शिवी ये किस्सा सुन कर बोली," मीना मौसी! आप ने तो लक्ष्य चाचा जी की नाक में दम कर दिया था!" उसकी बात पर लक्ष्य बोली," अरे इनसे हम नही सब लोग परेशान थे!" उसकी बात पर मीना उससे घूर रही थी वहीं एक लड़की उन दोनो को देख बोला," जब भी पापा ने मां से शादी कर ली!" उसकी बात पर लक्ष्य बोला," ये कैसी भी हीं लेकिन इन्होंने हमे प्यार करने का मतलब सिखाया था।" मीना लक्ष्य को देख मुस्कुरा दी।
गायत्री जी सब को देख बोली," जाए आप सब का कमरा रेडी है! आप सब चेंज करे, जब तक हम आप सब के लिए खाना देखते हैं! " उनकी बात पर शिवी बोली," दादी! बृंदा मेरे कमरे में रहेगी और ये छोटू आपके कमरे में रहेगा मासी!" उसकी बात पर शिवी ने जिसे चोटी बोला था वो मीना और लक्ष्य का 8 साल का लड़का था। ।... वो शिवी के बालों को खींचते हुए उसे आंखे दिखा कर बोला," मेरा नाम वंश है! छोटू नही! आया समझ में! और मैं आप दोनो के कमरे में ही रहूंगा! रोक सकती हो तो रोक लो!" ये कहकर वो भाग गया तो शिवी और बृंदा उसके पीछे भागी।.... सब उन बच्चो को देख कर हस दिए।... गायत्री जी बोली," देखो शिवी कितनी खुश हो जाती है तुम सब के आने से!" उनकी बात पर मीना और लक्ष्य मुस्करा दिए।
इधर रजनी, संजय को देख बोली," क्या पता चला? उस लड़की के बारे में?" उसकी बात पर संजय बोला," मुझे नही लगता की कोई भी लड़की है रुद्र के पास! अगर होती तो पता चल जाता! मेने जिससे पता लगवाया तो किसी को कुछ नही पता की उसकी कोई लड़की है भी या नहीं! मुझे तो लगता है तुमने गलत सुना होगा! रुद्र की बच्ची भी शिवांगी के साथ मर गई थी।" उसकी बात पर रजनी अपने मन में सोचते हुए बोली," रजनी से कभी गलती नही होती है! मुझे ही पता लगवाना होगा अब!" ये कहते हुए वो कुछ सोचे जा रही थी।
क्या होगा आगे? क्या शिवांगी और रूद्र पास आएंगे?
आगे जानने के लिए पढ़ते रहे," इटरनल बॉन्ड:- लव बियोंड टाइम!"
- भूमिजा