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Bab 15: chapter 15

"ओह्ह यह बात है .. मुझे यह खुसबू अच्छी लगी इसलिए मैं आपसे जानना चाहता था.. थैंक्यू यू मिस नैन्सी बताने के लिय "

नैन्सी हां मैं अपना सिर हिलाती है और घर के अंदर चली जाती है |

अर्जुन ब्लैक के कमरे से जैसे ही बाहर आता.. रणवीर उसे सब बता देता है .. किस तरह नैन्सी के घर से साइप्रस और पाइन की खुशबू पहाड़ों से आती है |

यह सुनकर अर्जुन कहता है

" मैं तुम्हें एक हफ्ता देता हूं.. तुम इसी गांव में रुक कर किसी भी तरह इन पहाड़ियों की खुशबू को लेक फ्रंट होटल में लेकर आओगे .. मुझे अपना इंसोम्निया जल्द से जल्द ठीक करना है "

अर्जुन की बात सुनकर रणवीर दिल ही दिल में रोता एक असिस्टेंट जो कभी पहाड़ी इलाके में नहीं गया उसे बॉस ने खुशबू इकट्ठा करने का काम सौंपा है.. और सबसे बड़ी बात तो यह है क्या वो खुशबू को इकट्ठा कर भी पायेगा? 

एक हफ्ते बाद... रणबीर हाथों में सुगंधित मोमबत्ती लेकर जिसे उसने बारीकी से बनवाया था अर्जुन के कमरे में लेकर जाता है |

" मिस्टर मेहरा.. यह देखीए मैंने साइप्रस और पाइन की खुशबू से मोमबत्ती बनवाई है| मुझे लगता है यह खुशबू नैन्सी के घर से काफी मिलती है.. आइए इसे एक बार आजमा कर देखते हैं "

रात के अंधेरे में.. अर्जुन के कमरे के परदे पूरी तरह से बंद थे..  और कमरे में केवल एक बेडसाइड लैंप कम चमक के साथ चालू थी |

रणवीर मोमबत्ती जलाता है जैसे ही मोमबत्ती जलती है.. कमरे में धीरे-धीरे साइप्रस और पाइन की महक फैल जाती है |

अर्जुन कुर्सी पर बैठ जाता है और अपनी आंखें बंद कर कमरे में फैली महक को महसूस करने लगता है |

कमरे में इतनी शांति देखकर रणबीर की हिम्मत नहीं हो रही जोर से सांस लेने की |

अर्जुन कुछ मिंटो बाद एकदम से अपनी आंखें खोल लेता है.. वो धीमी और ठंडी आवाज में बोलता है

" यह वो खुशबू नहीं है "

रणवीर उसकी बात सुनकर व्याकुल हो जाता है 

" लेकिन मिस्टर मेहरा.. यह साइप्रस और पाइन की ही खुशबू है और यह वही खुसबू है जो मिस नैंसी के घर से आती है "

अर्जुन उसकी बात सुनकर ऐसे चिड़चिड़ा हो जाता है जैसे किसी पिंजरे में कैद जानवर महसूस करता है |

" मैंने कहा ना यह वो मेहक नहीं है "

इतना कहकर वो रणवीर की तरफ एक हाथ हल्के से हिला कर कमरे से बाहर जाने का इशारा करता है |

अर्जुन पूरे सप्ताह नहीं सो पाया था.. आर्यमन ने उसे 2 बार हिप्नोटाइज किया लेकिन हिप्नोटाइज से भी वो दिन के 1 घंटे ही सो पाता था.. अर्जुन की आंखों में डार्क सर्कल्स पड़ गए थे.. रिसोर्ट के सब एम्प्लॉय डर रहे थे कहीं उनसे कोई ऐसी गलती ना हो जाए जिससे उनके बॉस को गुस्सा आ जाए और वह अपनी नौकरी गंवा बैठे |

शाम का समय था ... नैन्सी वीर को ऑर्डर देती है

" आज हम डिनर में फिश बनायंगे तुम घर के पीछे से कुछ सब्जियां और टमाटर तोड़ लाओ.. में पास वाली नदी से कुछ फिश पकड़ कर लाती हूँ "

" ओके बॉस "

डिनर बनकर तैयार हो जाता है.. वीर डिनर के लिए नैन्सी को को बुलाने जाता है.. नैंसी हॉल में सोफे पर बैठी है उसके हाथ मैं एक फोटो एल्बम है |

जब वीर ने देखा नैन्सी बिना पलक झपकाए फोटो को देख रही है तो वो उसके पास जाता है |

फोटो में एक  30-35 साल का आदमी एक 8 साल की  बच्ची को गोद में लिए हुए खड़ा है वीर उस फोटो में बच्ची को तो पहचान जाता है पर उसने उस आदमी को कभी नहीं देखा |

" बॉस इस फोटो में आपके साथ यह आदमी कौन है? "

" यह मेरे मास्टर है "

" ओह्ह "वीर समझ जाता है नैंसी किसके बारे में बात कर रही है |

नैन्सी बिना किसी एक्सप्रेशन के वीर को जवाव देती है |

" आज उनकी 5th डेथ एनिवर्सरी है मैं सिर्फ 5 साल की थी जब मेरे पेरेंट्स मुझे इस गांव में अकेला छोड़ कर गए थे.. जब वे अपने-अपने  रास्ते जा रहे थे.. मैं उनकी कार के पीछे नंगे पैर भागने लगी और जोर जोर से चिल्लाने लगी ' मोम.. डैड प्लीज मुझे यहां अकेला छोड़कर मत जाओ ' यह पहली बार था.. जब मैंने 5 सालों में कुछ बोला था |"

" मैं नंगे पैर भागती रही जब तक मेरे पैर लहूलुहान और उनमे पफोले नहीं पड़ गए.. थक कर मैं सड़क के किनारे बैठ कर उनका इंतेजार करने लगी..  दिन-रात मैं  उसी सड़क पर उनका इंतजार करती रही शायद वो वापस आएंगे मुझे लेने के लिए  पर नहीं वे मेरी जिंदगी से हमेशा के लिए चले गए थे.. तभी मुझे उसी सड़क पर मास्टर मिले जो  मुझे यहां इस घर में लेकर आये.. वह दिल के बहुत अच्छे थे उन्होंने ही मुझे सब कुछ सिखाया है इतना कहकर नैन्सी फोटो एल्बम बंद कर देती है |

अर्जुन आगे बढ़कर नैन्सी के घर का गेट खटखटाने ही वाला होता है.. लेकिन घर के अंदर से नैन्सी की धीमी आवाज सुनकर वो गेट के बाहर खड़ा होकर उसके अतीत की बातें सुनने लगता है.. नैन्सी की अतीत को जानकर उसके दिल मैं नैन्सी के लिए हलचल होती है.. जो उसने अब तक की जिंदगी मैं किसी के लिए भी महसूस नहीं की थी |

" आपके फैमिली कितने बेहरेहेम है बॉस " वीर अपने चेहरे से आँशु पहुंचकर कहता है |

नैन्सी दबी हुई हंसी से कहती है

" वो मेरी फैमिली नहीं है.. मेरी फैमिली मेरे मास्टर और ब्लैक है "

वीर सोफे से उठकर नैन्सी से कहता है 

" क्या मैं आपकी फैमिली नहीं हूं बॉस.. मैं आपके लिए कुछ भी कर सकता हूं एक बार आप मुझे आर्डर तो दीजिये "

नैन्सी अपने सिर का मसाज करते हुए कहती है 

" इतने निडर कब से बन गए तुम जो कुछ भी करने के लिए तैयार हो.. डिनर का टाइम हो गया.. जाओ खाना लगाओ "

" येस.. येस बॉस "

वीर किचन की तरफ जा ही रहा था लेकिन उसकी नजर अर्जुन और रणवीर पर पड़ी जो गेट के पास खड़े थे

"आप यहां क्या कर रहे हैं मिस्टर मेरा? "

अर्जुन सोचता है इस सवाल का वो क्या जवाव दे?..कि  वो यहां इस छोटे से घर मैं शांति से सोने के लिए आया है |

रणवीर ने बेशर्मी से झूठ बोला 

" होटल से जाते वक़्त मिस्टर मेहरा अपने कमरे का नल बंद करना भूल गए थे.. जिससे उनके कमरे मैं बाढ़ आ गयी.. अब उनके पास रात मैं सोने के लिए कोई इंतेज़ाम नहीं है तो वो सोने के लिए यहां आ गए |

इतना कहकर रणवीर ने नैन्सी की तरफ देखा और उससे कहा 

"क्या हम आपको कोई कष्ट तो नहीं दे रहें है ना? .. मिस नैन्सी? "

नैन्सी बिना किसी एक्सप्रेशन के दोनों की तरफ देख रही थी.. उसके चेहरे के एक्सप्रेशन से कोई नहीं बता सकता की वो क्या सोच रही है? 

वीर को दाल मैं कुछ काला लग रहा है |

" होटल मैं बहुत सारे कमरे होते है.. मुझे यकीन है होटल के सभी कमरों मैं बाढ़ नहीं आयी होगी "

ब्लैक कमरे से तेज़ भागता है और वीर के हाथों को पकड़ कर कहता है|

" अंकल वीर जल्दी करो और डाइनिंग टेबल पर खाना लगाने मैं मेरी मदद करो.. मुझसे अब और भूक सहन नहीं होती "

इतना कहकर वो वीर को किचन मैं ले जाता है और राहत की सांस लेता है 

[ मैं सही टाइम पर अंकल वीर को किचन मैं नहीं लाता तो यह डैडी का झूठ मॉमी के सामने ला देते ]

डिनर के बाद.. अर्जुन गेस्ट रूम मैं सोने के लिए जाता है और बेड पर पीठ के बल लेट कर आँखे बंद कर लेता है.. उसे फिर से वही साइप्रस और पाइन की खुसबू बेडशीट से आती है.. उसे नींद की शख्त ज़रुरत है | 

हालांकि वो बाहर से स्ट्रांग दिखता है लेकिन नींद की कमी के कारण वो अंदर से कमज़ोर होता जा रहा है |

ब्लैक एक ग्लास मैं लेमन वॉटर नैन्सी के पास ले जाता है |

" डैडी ने.. आपके बनाई हुई राइस वाइन पी है.. आपको उन्हें यह लेमन वॉटर देना चाइए ताकि उनका नशा उतर जाए और वो आराम से सो पाए "

नैन्सी उसके हाथ से ग्लास ले लेती है और गेस्ट रूम मैं जाती.. जैसे ही वो अर्जुन के रूम मैं एंटर होती है.. ब्लैक चुपके से पीछे आता है और बाहर से गेट लगा देता है |


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