सू ज़ेह ने अपनी आँखे हैरानी सिकोड़ ली और उसने तुरंत अपनी पकड़ से टैंग मोर को छोड़ दिया और तेज़ी से हान ज़ियाओवन की ओर बढ़ गया। उसने उसके हाथ से चाकू पकड़ लिया और उसे जमीन पर फेंक दिया और गुस्से में चिल्लाते हुए बोलने लगा "ज़ियाओवन, क्या तुम पागल हो? तुमने अपनी कलाई क्यों काट ली और आत्महत्या का प्रयास किया? क्या तुम सच में मरना चाहती हो?"
हॉन ज़ियाओवन बेतहाशा रोने लगी। "आह ज़ेह , मैं और क्या कर सकती हूँ? अब जब आपको मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे जीवन का कोई अर्थ नहीं है।"
"ज़ियाओवन, तुम इतनी मूर्ख क्यों हो?"
टैंग मोर ने अपनी हँसी रोकने के लिए अपने होंठो को जोर से काटा, उसकी हँसी झूटने ही वाली थी। हान ज़ियाओवन बेहद घटिया थी जो इस तरीके से सू ज़ेह को अपने करीब रखना चाहती थी ।
"मैडम, ज़ियाओवन यहाँ है। वह मेरे भाई को खोजने के लिए यहाँ आई है।" सू शुइकिन और किन यावेन अचानक वहाँ आती दिखाई दीं।
जैसे ही टैंग मोर ने महसूस किया कि जो भी लोग उसके साथ घटित घटनाओं से जुड़े थे वे सब इस समय एक ही जगह पर मौजूद थे और यह सोचकर वह मुस्कुराई।
"आह!" किन यावेन चिल्लाई और हान ज़ियाओवन की कलाई से खून बहता देखकर उसकी तरफ दौड़ पड़ी । उसकी आवाज़ काँप रही थी और उसने विनती करते हुए पूछा, "वानवान, तुम्हारे साथ समस्या क्या है ?कृपया मुझे डराओ मत और बताओ तुमने अपने आपको को इस तरह क्यों चोट पहुँचाई? तुम परेशान मत हो, तुम्हारी माँ यहाँ है..."
"माँ, आह ज़ेह मुझसे अब प्यार नहीं करता है, वह बहन के साथ रहना चाहता है.."हान ज़ियाओवन ने अपनी माँ की बाँहों में रोते हुए सारा दोष टैंग मोर पर मढ़ दिया।
किन यावेन अपनी जगह पर ही जम गई। उसकी आँखों ने टैंग मोर की तलाश की और वह पूरे अचम्भे से और घृणा भरी नज़रों से उसे घूरने लगी।
"मैडम" सु शुइकिन ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।"
यह टैंग मोर की गलती है, उसी ने सगाई समारोह में मेरे भाई को बहकाने के लिए अपने कौमार्य दस्तावेज़ का इस्तेमाल किया था। उसने सब कुछ बर्बाद करने के लिए जान बूझकर ये सब किया। मेरे भाई ने ज़ियाओवन को उसी वक्त छोड़ दिया और टैंग मोर के पीछे चल दिया। मेरे भाई को ढूंढते हुए ज़ियाओवन ने पिछले कुछ दिनों पागल की तरह बिताए है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरा भाई टैंग फिर से मोर के पास लौट गया है, ये लड़की ज़ियाओवन को पागल कर देगी! देखो इसने पहले से ही ज़ियाओवन क्या करने पर मजबूर कर दिया है ! "
किन यावेन की आँखों में गहरी घृणा साफ झलक रही थी वह जानलेवा लग रही थी। वह अचानक उठ खड़ी हुई और टैंग मोर की ओर लपकी और उसने साफ-साफ शब्दों में कह दिया, "टैंग मोर, तुम मनहूस हो। क्या तुम मुझे सुन रही हो ? तुम एक गलती और एक दाग हो इस दुनिया पर । तुम वास्तव में करना क्या चाहती हो? तुम सभी के जीवन के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश क्यों कर रही हो? मुझे बहुत पहले तुम्हारा गला घोंट देना चाहिए था अगर मुझे पता होता कि तुम इस तरह व्यवहार करोगी।"
किन यावेन का पूरा शरीर काँप रहा था। उसके हाथ गुस्से के कारण नाटकीय रूप से आगे बढ़ रहे थे और टैंग मोर को उसके चेहरे पर एक जोरदार थप्पड़ जड़ने की इच्छा से उसने अपना हाथ उठाया।
जिस तरह किन यावेन ने उसे थप्पड़ मारने के लिए हाथ उठाया, यह देखकर टैंग मोर को अजीब तरह का सुकून महसूस हुआ । वह आज़ाद महसूस कर रही थी। उसे लगा जैसे उसके कंधों से भारी बोझ उतार लिया गया हो। उसकी माँ ने आखिरकार उनके दिल की बात कह दी। वह उसे नापसंद ही नहीं करती थी, बल्कि वह चाहती थी कि वह मर जाए। वह इस अजीब अज्ञात कैद से मुक्त थी जिसने उसे बचपन से परेशान किया। ये बात वह कभी समझ नहीं पाई थी, लेकिन आखिरकार वह अब जान गई थी।
क्यों?
जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं छोटी उम्र से जुड़ी हमारी यादें फीकी पड़ जाती हैं। हालाँकि कुछ यादें बस अविस्मरणीय होती हैं और एक स्थायी छाप छोड़ जाती हैं जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। मोर जब छोटी थी तब अपनी माँ के जाने के बाद उन्हें बहुत याद किया करती थी । उसके पिता ने मोर को हान परिवार में भेजा था और नन्ही मोर ने अपनी माँ से नजदीकियाँ बढ़ाने और उनके साथ सोने की कोशिश की थी पर उसकी माँ ने उसे खुद से दूर धकेल दिया था और कमरे से बाहर निकाल दिया था। उसे कभी पता नहीं चला कि ऐसा क्यों हुआ।
जब हान ज़ियाओवन का जन्म हुआ था तो मोर वास्तव में अपनी बहन के साथ खेलना चाहती थी । वह अपनी बहन के कमरे में चुपके से घुस गयी थी, पर उसकी माँ ने उसे तुरंत बाहर कर दिया क्योंकि उसकी बहन रोने लगी थी। नन्ही सी मोर जमीन पर गिर गयी थी और उसकी कोहनी से खून निकलने लगा था। उसकी माँ ने उसकी बिल्कुल भी परवाह नहीं की, वह सिर्फ उसकी बहन की देखभाल कर रही थी और नन्ही ज़ियाओवन को सुलाने के लिए बहला रही थी।
माँ आप मुझसे प्यार क्यों नहीं करती?
नन्ही मोर का चेहरा आँसूओं से भरा था, वह दूर जाने के लिए संघर्ष कर रही थी और वह अपने आप ही कमरे में वापस लौट गई। वह हताशा से बार बार अपने आँसू पोंछने की कोशिश करती, लेकिन वे बहना बंद नहीं कर रहे थे।
नन्ही मोर को एक एहसास हुआ, उसकी माँ उसकी बहन से प्यार करती थी। वह केवल अपनी बहन से प्यार करती । इसलिए उसने भी केवल अपनी बहन पर ही ध्यान देना शुरू कर दिया।
जब उसकी बहन को पानी चाहिए होता, तो नन्ही मोर उसके छोटा स्टूल बाहर खींचती और अपनी छोटी टांगों के साथ उस पर चढ़कर अपनी बहन को पानी पिलाती ।
हालांकि उसी दौरान एक बार ज़ियाओवन ने उसके साथ चालाकी की और उसके स्टूल को खींच लिया था। जिससे नन्ही मोर जमीन पर गिर गयी थी और पाइप के गर्म पानी ने उसकी जांघ को जला दिया था।
जब उसकी माँ घर आई, तो उसने केवल उसकी बहन को सम्भाला और उस पर चिल्लाई। उसका गुस्से में चीखना लंबे समय तक चला, उसने नन्ही मोर से सवाल किया और उस पर ढीठ होने का आरोप लगाया और आखिरकार उसे विला से बाहर निकाल दिया। साथ ही उसे पूरी रात विला के बाहर खड़ा रखा गया था ।
आज तक, उसे याद है कि उस रात उसे कैसा लगा रहा था। ठंड और अंधेरा हो चुका था और उसकी जांघ तब भी जलने के कारण दर्द कर रही थी। नन्ही मोर अंधेरे से डर गयी थी वह बड़े विला के बाहर अकेले ही खड़ी थी। लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कितनी जोर से रोई और अपनी मां को पुकारा, किन यावेन वहाँ कभी उसे देखने या अन्दर ले जाने के लिए नहीं आई।