'कितना शैतान और प्यारा बच्चा है !'
म्यू याज़हे हैरान था।
वो बच्चा एक छोटे से शैतान जैसा था !
"ज़रूर, मैं उनका वेतन बढ़ा दूंगा। "उस बच्चे को फुसलाने के लिए यह एक लाइन काफी थी।
यह बोलकर म्यू याज़हे ने उस बच्चे को वैसे ही मना लिया,जैसे कि वो लिटिल यिचेन को मनाता है। जैसे ही वो फोन रखने वाला था,उस बच्चे ने एक बड़े आदमी की तरह कहा,"अंकल, मेरी मम्मी का ख्याल रखना! धन्यवाद!"
फोन रखने के बाद, यूयू अपने हाथ में पकड़े फोन को देखने लगा,और उसकी आँखें चिंताग्रस्त हो गयीं।
जब युन शीशी पिछली रात घर नहीं लौटी, तो वो अच्छी तरह से सो नहीं पाया था।
जब वो सुबह भी घर नहीं लौटी,तो वो चिंतित हो गया, इसलिए उसने बीमार होने का बहाना बना दिया और स्कूल नहीं गया, टीचर भी उसकी बात से आसानी से सहमत हो गए।
अपने किंडरगार्टन में, वो वैसा नहीं था, जैसा कि वो अपनी माँ के सामने दिखता था। वहां,वो एक अद्भुत गुणों वाले बच्चे के रूप में पहचाना जाता था।
यहां तक कि उसके टीचर भी चकित थे। वो न केवल असाधारण रूप से प्रतिभाशाली था, बल्कि अपनी उम्र के हिसाब से बहुत समझदार भी था।
यद्यपि वो अपनी माँ के सामने एक मासूम सी कली की तरह दिखता था,और किसी भी पाँच या छह साल के बच्चों जैसा ही रहता था, लेकिन उसकी बुद्धि से उसके शिक्षक और सहपाठी अच्छी तरह से परिचित थे।
उसकी उम्र के दूसरे बच्चे जब दस तक गिनने के लिए संघर्ष कर रहे थे, तो वो पहले ही गणित के उन सवालों को हल कर लेता था, जिन्हें हाई स्कूल के छात्रों को भी हल करने में समस्या होती थी।
यह कल्पनात्मक लग रहा था, फिर भी यह सच्चाई थी।
असलियत यह थी कि, अभी वो सात साल का भी नहीं हुआ था,लेकिन इसके बावजूद वो पहले से ही मेन्सा इंटरनेशनल का सदस्य बन गया था।
इस अंतरराष्ट्रीय संगठन ने दुनिया के सभी प्रतिभाशाली लोगों को एक साथ लिया हुआ था। यह दुनिया के शीर्ष प्रतिभाशाली लोगों की एकमात्र ऐसी संस्था थी,जहाँ मेम्बरशिप आई क्यू के मापदंड पर दी जाती थी।
इस संगठन में, यूयू सबसे ज्यादा आई क्यू वाले लोगों में सबसे छोटा था। उसके पीछे और भी चौंकाने वाले रहस्य थे।
हालाँकि, उसने अपनी माँ को अपना यह साइड दिखाने की कभी हिम्मत नहीं की,क्योंकि उसकी माँ को उसका वह प्यारा और भोला रूप ही पसंद था।
अगर संभव होगा,तो वो जीवन भर अपनी मां के सामने एक छोटा और प्यारा सा बच्चा बनकर ही रहना पसंद करेगा।
भले ही फोन पर यूयू ने बहुत शांति से बात की, लेकिन इस मामले पर विचार करने पर उसकी भौहें सिकुड़ गयीं, मानो उसे पता था कि यह मामला उतना सरल नहीं है।
उससे बात करने वाला आदमी उसे कुछ संदिग्ध लगा।
इस बीच, म्यू याज़हे ने अपने हाथ में उस पुराने से फोन को देखा। उसने उसमें से सिम कार्ड निकाला और फोन को कूड़ेदान में फेंक दिया।
वो पलटा, दरवाजा खोला,और बाहर निकल गया।
वो नहीं जानता था कि,उसके रात भर बाहर रहने के कारण म्यू निवास में कोई भी सो नहीं पाया था।
म्यू वानरू ने पूरी रात उसके घर लौटने का इंतजार किया,फिर भी,सुबह तक उसका कुछ पता नहीं था।
वो डाइनिंग हॉल में चुपचाप और पत्थर की तरह स्थिर होकर बैठी रही। वो इतनी गुस्से में थी कि, कुछ तोड़ना चाहती थी। नौकर उसकी डाँट से बचने के लिए उसके आसपास घूम रहे थे।
म्यू याज़हे का एक तय कार्यक्रम था। यहाँ तक कि,अगर वो किसी जरुरी काम में फंस जाता था,तब भी वो सारा मामला निपटा कर रात को घर लौट आता था।
ऐसा इसलिए था क्योंकि...वो रात के खाने,होमवर्क वगैरह के लिए हमेशा लिटिल यिचेन के साथ होता था। यह कभी नहीं बदला था। हालांकि,कल रात पहली बार वो अपने बेटे के साथ समय बिताने से चूक गया।
लिटिल यिचेन पूरी रात उदास रहा। उसने अपना होमवर्क नहीं किया और रात का खाना खाने से मना कर दिया। उसे अपने पिता के साथ की इतनी आदत हो गयी थी कि,जब वो रात को घर नहीं लौटे, तो उसका मूड बुरी तरह से ख़राब हो गया।
इसलिए,वो आज सुबह नाखुश होकर स्कूल के लिए निकला।
भले ही,म्यू याज़हे की अभी तक म्यू वानरू से शादी नहीं हुई थी,लेकिन कम से कम वो लिटिल यिचेन के लिए तो समय पर घर लौटता था...
कल रात ऐसा क्या हुआ होगा,जो उसके लिए लिटिल यिचेन से ज्यादा ज़रूरी था?
म्यू वानरू का दिल निराशा में जकड़ गया। गुस्से में,उसने दूध का गिलास फर्श पर फेंक दिया।
कांच के टुकड़े चारों तरफ फैल गए, और एक कांच का टुकड़ा एक नौकर के चेहरे पर जाकर उछला, जिससे उसका चेहरा कट गया।
"यंग मिस्ट्रेस,नाराज़ ना हों। मास्टर ज़रूर किसी ज़रूरी काम में फंस गए होंगे..."