अध्याय 20:
माँ औऱ पिता जी के जाने के बाद लू जींगली अपनी पीठ थपथपाने के लिए पूरे घर में अपने भाई को ढूँढने लगा| अपने भाई को छत पर खड़ा देखउसने जोश में पास जाकर कहा ",भाई मैंने ठीक कहा न माँ और पिताजी को? आप मुझे शाबासी नहीं देंगे?"
लू टिंग ने जींगली की तरफ कुछ फेंका| जींगली ने उसे तुरंत पकड़ लिया और देखा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा|
"ये तो बुगाती रेसिंग कार की चाबी है," कितने समय से वह यह कार खरीदना चाहता था| लू टिंग ने उसे पहले तो यह कार लेने से मना किया था पर आज खुद ही लाकर दे दी! वह भी चंद शब्दों के एवज में जो उसने माँ पिताजी के सामने बोले थे !
" भाई आप दुनिया के सबसे अच्छे भाई हो।आपका बहुत बहुत शुक्रिया|"
भाई का यह कदम दर्शाता है कि भाई की जिंदगी में निंग क्षी क्या मायने रखती है| जितना उसने सोचा था, मामला उससे भी ज्यादा सीरियस था!
" भाई आप वाकई निंग क्षी से शादी करना चाहते हो?"
" केवल शादी " लू टिंग ने सख्त स्वर मे जवाब दिया।
लू जींगली ने कहा " पर यह आप करोगे कैसे? कुछ सोचा है? निंग क्षी बहुत अलग लड़की है| वह पैसे और रुतबे के पीछे भागने वालों में से नहीं है, ऐसा मेरा मानना है क्योंकि इतनी खूबसूरत होते हुए भी फिल्मों मे कुछ खास अच्छे रोल नहीं पा रही है, इसका मतलब है वह पैसे के कारण किसी भी हद तक नीचे गिर जाने वालों में से नहीं है। उसके पूर्व प्रेमियों की लिस्ट मैंने देखी ओर मैं बहुत प्रभावित हुआ हूँ उससे| सारे लोग बहुत ही प्रभावशाली रहे हैं। यदि आप उसे गर्भवती करने की सोच रहे हैं तो यह और भी ना मुमकिन है क्योंकि वह पूरे तरीके से करियर पर फोकस है, उसे बच्चों और घर बसाने में अभी कोई रुचि नहीं है। एक तरीके से वह कुछ मेरी जैसी सोच वाली लड़की है, जो आज़ाद पंछी की तरह उड़ना चाहती है, पर खुद को किसी रिश्ते के बंधन या दायरे मे नहीं बांधना चाहती।"
"जींगली, ऐसा इसलिए कि तुम अभी तक ऐसी लड़की से नहीं मिले जिसके साथ तुम शादी और बच्चोंके बारे मे सोचने लगो।" लू टिंग ने जवाब दिया ।
अपने लकड़ी से सख्त भाई के मुँह से ऐसे भावनात्मक शब्द सुन जींगली सोचने लगा, "वाकई प्यार मे इंसान का अलग ही रूप देखने को मिलता है। ये प्यार है ही ऐसी चीज़|"
"तो भाई मे आपकी क्या मदद कर सकता हूँ?"
"कुछ नहीं!"
"ठीक है भाई, जैसा आप ठीक समझो।"
तभी दरवाजे पर आहट हुई| देखा तो लिटिल ट्रेजर खड़ा हुआ था।
लू टिंग ने आश्चर्य से लिटिल के तरफ देखा, " इतनी रात को तुम यहाँ क्या कर रहे हो?"