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75% silent treatment / Chapter 3: T̲H̲E̲ S̲I̲L̲E̲N̲T̲ T̲R̲E̲A̲T̲M̲E̲N̲T̲:-3 ᴄʜᴀᴩᴛᴇʀ - 2

Chapitre 3: T̲H̲E̲ S̲I̲L̲E̲N̲T̲ T̲R̲E̲A̲T̲M̲E̲N̲T̲:-3 ᴄʜᴀᴩᴛᴇʀ - 2

ᴍᴏᴠᴇꜱ:-

जब तनीषा अपनी दोस्त की तरफ देखती हैं | तो बोलती हैं | की वीर भी बोलता था | की अपनी मदद खुद करो | जो हम करेंगे | क्योकि कोई बचाने नहीं आएंगे | क्यों सब कॉलेज मैं ZOMBIE बन गए हैं | और जो नहीं बने या तो भाग गए| या तो हमारे जैसे कमरे मैं छुपे होंगे | और कोई हमे नहीं जरुरी लोगो और अमीरों को बचाएंगे | क्यों वो जरुरी हैं | फिर छोटे बच्चे को बचाएंगे और महालियो को | फिर वो कॉलेज मैं आएंगे | ऐसे तो हम भूख से मर जायेगे | इसलिए कुछ करना होगा |ऐसे नहीं बैठेगी | वीर की मा जैसे की बहार निकलती हैं | तो जोर - जोर से वीर - वीर बोलने लगती हैं |

तो वीर का भाई बोलता हैं | की मा zombie आ जाएंगे | ये ख़तरनाक हो सकता हैं | हमें वीर भैया को आराम से ढूढ़ना होगा | क्यों तब ही वो मिलेंगे | रितेश भी सिमरान के ऊपर गुस्सा हो जाता हैं | की ये मत करो | अभी थोड़ी पहले हमने एक लेडी की चिकने की आवाज़ आई थी | जिसे हम नहीं बचाये पाए | अब इसको बोल दो की ऐसे ना करे | क्योकि हमें औरो को बचाना हैं | पऱ पहले खुद को बचाना हैं | इस को समझो | आदित्या बोलता हैं | की तुम एक दूसरे को पसन्द क्यों नहीं करते हो | रितेश बोलता हैं | की ऐसी लड़की को कौन पसंद करेगा | जो ऐसे हो | सिमरन बोलती हैं | चलो छोड़ो की नहीं करता तो | पऱ मैं इससे नफरत नहीं करती | रितेश बोलता हैं | छोड़ो तुम पसंद करो या ना करो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता | वीर की मा अपने बेटे को ढूढ़ते कॉलेज आ जाती | की श्याद वो किसको बचने ना चला गया हो | उसका छोटा बेटा हैं | की आप पीछे रहो | मैं आगे जाता हु |और वो हाथ मैं दंडा लेता हैं | की मा मैं तुम्हे कुछ नहीं होने दुगा | चाए कुछ भी हो जाये | आप मेरे पीछे रहना | फिरर दोनों हिम्मत करके बहार आते हैं | और फिर वो एक मैदान मैं चले जाते हैं | बहार एक दम शांति होती हैं | फिर वीर का भाई बोलता हैं | की मा श्याद zombie इधर नहीं हैं | क्योकि कोई नहीं दिखा श्याद इस जगह हम ही बचे हैं | और इंसान इदर नहीं हैं | इसलिए वो कही और चले गए | इसलिए शोर या आवाज़ मत करना | उसकी मा बोलती हैं | की ठीक हैं | फिर वो चलते - चलते एक जगह आ जाते हैं | जगह उसकी मा के पैर मैं मोच आ जाती | और वो एक दम चिलाती हैं | फिर एक दम शांति होती हैं | और उसका बेटा उसको देखने लगता हैं |फिर उसकी मा एक दम चिलाती हैं | वीर का भाई का भाई बोलता हैं |की क्या हुआ | एक दम पीछे से हिमांशु के ऊपर zombie का हमला होता हैं | जिससे हिमांशु को वो पकड़ लेते हैं | और उसकी मा डर जाती हैं | और हिमांशु सब zombie को एक करके मारता है| और वो भाग कर एक जगह अपनी को भागने को बोलता हैं| और खुद पीछे डड़े से zombie को मरता हु| आता हैं| पहले वो अपनी मा को अंदर डालता हैं | बोलता हैं | की मा तुम अंदर जाओ | मैं आता हूँ | उसकी मा अंदर जाती हैं | और वो भी अंदर आ जाता हैं | हिमांशु बोलता हैं | की माँ आप ठीक हैं | अपना पैर मुझे दो | मैं ठीक कर देता हूँ | क्योकि अभी बहुत भागना हैं | सिमरन बोलती हैं | तू देखना की zombie तो नहीं हैं | क्योकि बहुत हैं | इधर साले | तू बस बता और मदद कर | बाकि देख| मैं कैसे लड़ती हूँ | और वो zombie को मारना शुरू करती | बोलती हैं | सालो तुम तो गए |||

ᴛᴏ ʙᴇ ᴄᴏᴜɴᴛɪɴᴜᴇᴅ:-

S̺I̺N̺E̺N̺T̺ T̺R̺E̺A̺T̺M̺E̺N̺T̺ :- 3


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