हुओ मियां को याद नहीं कि वह घर कैसे आई। वह अपने घर में काफी देर से अँधेरे में अकेली बैठी हाल ही में हुई घटना के बारे में सोच रही थी। यह सब कुछ उसके लिए किसी भयानक सपने से कम नहीं था। ज़ियुआन का थप्पड़ न केवल उसके गाल पर पढ़ा था बल्कि उसकी एक छाप मियां के दिल पर भी छपी थी।
वे कॉलेज के बाद से एक-दूसरे को जानते थे और निंग ज़ियुआन उसे बहुत पहले सी प्यार करता था। निंग ज़ियुआन के बारे में सब कुछ जानने के बाद ही मियां ने बड़ी सावधानी से उसके साथ रिश्ता बनाने क बारे में सोचा था। वह कुछ ख़ास तो नहीं था, पर हुओ मियां के लिए वह एक अच्छा इंसान था। मियां अक्सर सोचती थी कि वह अपना पूरा जीवन इसी तरह उसके साथ गुज़ार सकती हैं।
इन सभी बातों की निंग ज़ियुआन के सामने इस तरह आने की मियां को कोई उम्मीद नहीं थी। किन चू की वापसी ने मियां का सब कुछ बर्बाद कर दिया था।
थोड़ी देर के बाद जब मियां अपनी चेतना में आई तो उसने अपना फ़ोन उठाया। उसमें करीब एक दर्जन से अधिक झू लिंगिंग के मिस्ड कॉल्स थे।
और वीचैट पर कुछ मैसेज भी थे ...
"मियां, तुम मेरे फोन का जवाब क्यों नहीं दे रही हो? कुछ हुआ है क्या?"
"मियां, तुम्हारे जाने के तुरंत बाद किन चू भी वहाँ से निकल गया था। तुम दोनों क बीच चल क्या रहा है? क्या वह तुमसे कुछ बात करने की कोशिश कर रहा है?"
"मियां, कुछ तो बोलो। क्या तुम ठीक हो?"
हुओ मियां के पास कहने के लिए बहुत कुछ था लेकिन वो अभी इतनी उदास थी की उसकी किसी से भी बात करने की कोई इच्छा नहीं थी।
कुछ सोचने के बाद, उसने मैसेज का जवाब दिया।
"मैं आज थोड़ा थक गई हूँ। मैं तुमसे मिल कर बात करुँगी और सब बताउंगी। मैं ठीक हूँ, मेरी चिंता मत करो।"
झू लिंगलिंग ने थोड़ी देर बाद जवाब दिया।
"ठीक है, जहाँ तक मैं तुम्हें जानती हूँ - तुम ठीक ही होगी, और मियां मुझे उम्मीद है कि तुम यह बात बेहतर समझती हो की कुछ चीज़ों का सामना अंत तक करना पढता है।"
झू लिंगलिंग के अलावा ऐसा कोई नहीं था जो यह जनता था की हुओ मियां और किन चू के बीच उस समय क्या हुआ था।
पूरे हाई स्कूल में हुओ मियां की सबसे करीबी दोस्त के रूप में, झू लिंगिंग, मियां और किन चू के प्रेम की गवाह थी। दुर्भाग्य से, उस घटना के बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए थे।
हुओ मियां ने फिर से अपना फोन उठाया और निंग ज़ियुआन का नंबर लगया, लेकिन उसका फोन बंद था।
वह जानती थी कि, निंग ज़ियुआन के लिए यह घटना बहुत ही अचानक और क्रूर थी ...
यह मियां का अतीत था लेकिन अब ज़ियुआन इसकी कीमत चूका रहा था, इसके लिए किसे दोष देना चाहिए?
अंधेरे में, हुओ मियाँ ने गहरी सांस ली। वह जानती थी कि कुछ चीजों को हमेशा के लिए दूर नहीं रखा जा सकता, और ये उन चीज़ों में थी जिन्हे कभी ठीक नहीं किया जा सकता।
शहर का बाहरी इलाका, उच्च श्रेणी जिले में-
एक चमकीली ऑडी आर8 एक आलीशान महल के सामने धीरे से आकर रूकती है, और कुछ दर्जन गार्डों ने सम्मान में अपना सर झुकाया।
धीमी आवाज़ के साथ कार महल के दरवाजे के ठीक आगे रुकी और किन चू बिना किसी भाव को अपने चेहरे पर लिए बाहर निकला। उसने दरवाजा खोला और अंदर चला गया।
मिसिज़ किन तुरंत अपने पैरों पर खड़ी हुई और मुस्कुराते हुए बोली, "चू, तुम वापस आ गए! तुम्हारे पिता और मैं रात का भोजन शुरू करने के लिए तुम्हारा ही इंतजार कर रहे थे। चलो जल्दी से अपने हाथ धो लो।"
किन चू ने कोई जवाब नहीं दिया और वह सीधे भोजन कक्ष में चला गया। अपने पिता किन यूमिन के पास बैठ गया। वह मिश्रित भावनाओं के साथ अपने पिता को देखने लगा।
"पिताजी, मुझे आपसे कुछ पूछना है।"
"बोलो, क्या बात है?" अपने बेटे के चेहरे पर छाए रूखे भाव को देख किन यूमिन अजीब महसूस कर रहे थे।
"आपने हुओ मियां और मुझे अलग करने के लिए उसके परिवार के साथ क्या किया था?"
किन चू के सवाल पूछते ही, किन यूमिन और मिसिज़ किन के भाव अचानक बदल गए।
"चू,... तुम किस बारे में बात कर रहे हो?" मिसिज़ किन बनावटी हसीं में मुस्कुराई।
किन चू ने कोई जवाब नहीं दिया और अपने पिता के चेहरे पर जवाब तलाशने लगा।
किन चू सात साल पहले विदेश गया था और तब से वापस नहीं आया था। वह नहीं जानता था कि उस दौरान यहाँ क्या हुआ था।
हालांकि, इससे पहले वह हुओ मियां के स्वर में अपने लिए गहरी नफरत महसूस कर चूका था।
जिससे वह यह अनुमान तो लगा पाया की उसके माता-पिता ने शायद हुओ मियां के परिवार के साथ कुछ ना कुछ गलत ज़रूर किया है।
अपने बेटे की नज़रों की वजह से किन यूमिन बहुत असहज महसूस कर रहे थे।
किन यूमिन ने अपनी आँखें नीची कर लीं और उन्होंने ऐसा जवाब दिया जिससे वह बात घुमा सके, "यह बहुत पुरानी बात है, तुम इन बातों को फिर से क्यों उठा रहे हो!"