40.74%Hindi sayri / Chapter 11: ये राह केसी थी
ये चाहत केसी थी ...
तुम को ही अपनी मंजिल माना
तेरी ही तरह बढ़े मेरे हर कदम फिर भी तुझे पा ना सके हम
ये राह केसी थी....
Capítulo 11: ये राह केसी थी
ये चाहत केसी थी ...
तुम को ही अपनी मंजिल माना
तेरी ही तरह बढ़े मेरे हर कदम फिर भी तुझे पा ना सके हम
ये राह केसी थी....
चाह कर भी हम तुम्हें चाह ना सके
ये चाहत केसी थी ...
तुम को ही अपनी मंजिल माना
तेरी ही तरह बढ़े मेरे हर कदम फिर भी तुझे पा ना सके हम