बाद में गु मन ने समझौता करते हुए कहा, "अब आपको सतर्क रहना चाहिए और असुविधा होने पर मुझे बताए।"
"मैं ऐसा ही करूंगी," गु निंग ने जवाब दिया और फिर बाहर चली गई।
जब गु निंग सड़क पर थी तब उसने हाथ में अपने फोन को बड़ी ही नफरत के साथ देखा। ये एक सस्ता पुराना सा फोन था।
ईमानदारी से कहे तो गु निंग आधुनिक फोन को इस्तेमाल करने की आदि थी और उसे पुराने बटन वाले फोन नापसंद थे।
मैं पैसा बनाने जा रही हूं और अपनी मां और खुद के लिए आधुनिक फोन खरीदूंगी। गु निंग ने मन में सोचा।
जहां गु निंग रहती थी वहां से कोई भी सीधी बस नहीं थी एंटीक मार्केट के लिए, इसलिए उसने शहर की तरफ से जाने का फैसला किया।
सौभाग्य से ये भीड़ भाड़ का समय नहीं था और शहर में आने के लिए गु निंग को केवल 20 मिनट लगे।
गु निंग ने बस से बाहर कदम रखा और एंटिक बाजार जाने के लिए 300 मीटर की दूरी पर अगली बस पर जाने के लिए आगे बढ़ी।
बाजार में चारों ओर गहनों की प्रसिद्ध ब्रांड के कई स्टोर थे।
गु निंग पास के एक गहने की दुकान की खिड़की से दिख रहे सामान से आकर्षित हुई, वह उसे अंदर जाकर देखना चाहती थी।
यद्यपि वह जानती थी कि शक्ति को किस तरह अवशोषित करना है, पर उसने अभी तक अभ्यास नहीं किया था और वह इस अहसास के बारे में उत्सुक थी।
लेकिन वह जैसे ही दुकान में दाखिल हुई तो उसे एक महिला की तेजाबी आवाज सुनाई दी, "वाह! क्या ये गु निंग नहीं है ? और क्या? आप एक गहने की दुकान में घुसने की हिम्मत करती है जबकि आपके पास खुद को खिलाने के लिए पैसे नहीं होते?"
जी हां, जब गु निंग स्कूल में थी तब वह अपनी गरीबी के लिए जानी जाती थी।
हालांकि, गु मन उसे हर दिन भत्ता देती थी जो उसके भोजन के लिए पर्याप्त होता था पर वह जितना हो सके उतना पैसा बचा लिया करती थी और आमतौर पर रात के खाने के रूप में एक मोटी सिकी रोटी खाया करती थी।
इस तरह वह 500 युआन बचाने में सफल रही।
जिस लड़की ने गु निंग का मखौल उड़ाया था वह शाओ फेइफी थी। वह स्कूल में गु निंग की सहपाठी रही थी। स्कूल के दिनों में कक्षा के अंदर शाओ फेइफी हमेशा गु निंग पर हंसती थी, वह गु निंग से गाली-गलौज करती और उसकी जगह पर कचरा फेंकती और उसकी पाठ्यपुस्तकों को भी बर्बाद कर देती थी।
शाओ फेइफी को गु निंग से इतनी नफरत इसलिए नहीं थी कि गु निंग एक गरीब परिवार से था, बल्कि इसलिए कि गु निंग उससे ज्यादा सुंदर थी। शाओ फेइफी जिसे स्कूल में सभी छात्रों के बीच "सबसे सुन्दर और प्यारी लड़की" कहा जाता था वह गु निंग से बेहद ईर्ष्या करती थी।
गु निंग एक गरीब परिवार की एक गरीब सी लड़की थी। वह शाओ फेइफी से अधिक सुंदर कैसे हो सकती है!
वहां पर उनकी उम्र की ही एक और लड़की शाओ फेइफी के पास खड़ी थी, लेकिन गु निंग को पता नहीं था कि वह कौन है।
दुकान में मौजूद सभी लोग गु निंग को देखने लगे और उनके हाव-भाव बदलने लगे। जो पढ़े-लिखे लोग थे वे शांत रहे, जबकि जो लोग घमंडी थे उनके चेहरे पर नफरत के भाव थे।
खासकर जब गु निंग के पहने हुए पुराने घिसे हुए कपड़े दिखे, तो अमीर लोगों को उस गरीब के साथ एक ही जगह रहना अपमानजनक लग रहा था।
लेकिन गु निंग ने शाओ फेइफी को छोड़कर बाकी सभी को अनदेखा करते हुए कहा, "यह तुम्हारा घर नहीं है। मैं यहां क्यों नहीं आ सकती ?" उसने तर्क दिया।
"अच्छा, क्या तुम यहां से कुछ भी लेने में सक्षम हो ?" शाओ फेइफी ने गु निंग पर हंसते हुए एक आश्चर्य से भरा हुआ घृणित चेहरा बनाया, " या, क्या आपका उद्देश्य कुछ चोरी करने का हैं?"
उस समय गु निंग पर सभी की नजर गढ़ गई, विशेषकर उन काम करने वालो की जो सतर्क थे। उन्होंने शाओ फेइफी की बातों को स्वाभाविक रूप से सही माना था।
गु निंग नाराज हुई, "शाओ फेइफी, आपके पास इसके लिए कोई सबूत नहीं है, और मैं आप पर मानहानि का मुकदमा कर सकती हूं।" उसकी आंखे क्रोध से भरी थीं।
"तुम ..."
शाओ फेइफी पहली बार गु निंग के हाव-भाव से डरी थी और फिर उससे भी ज्यादा चकित वो गु निंग के तर्क से थी।
पहले कोई फर्क नहीं पड़ता था कि शाओ फेइफी हमेशा गु निंग पर कैसे हंसती थी क्योंकि गु निंग हमेशा शांत रहती थी।
"बहन, चलो अब चलते हैं," जो लड़की शाओ फेइफी के साथ थी उसने खतरा महसूस किया और वह तुरंत वहां से जाना चाहती थी।
"क्यों? मैं यही रहूंगी और देखूंगी की वो क्या लेने में सक्षम है", शाओ फेइफी ने कहा। वह गु निंग के सामने भागना नहीं चाहती थी।
उसकी नजर में, गु निंग बिना किसी शक्ति, धन या समर्थन के केवल एक गरीब छात्रा थी।
फिर उसने गु निंग को आक्रामकता के साथ देखा।
"मुझे नहीं लगता कि मुझे कुछ खरीदना चाहिए सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं दुकान के अंदर आ गई हूं," गु निंग ने फिर से तर्क दिया।
"यदि तुम कुछ भी खरीदने वाली नहीं थी तो फिर तुमको अंदर आना ही नहीं चाहिए", शाओ फेइफी ने जोर देकर कहा।
"मैं पहले एक नजर देखना चाहती थी और इससे तुम्हारा कोई लेना-देना नहीं है," गु निंग ने कहा।
"तुम..." अचानक शाओ फेइफी को महसूस हुआ कि उसके पास वापस बोलने के लिए कुछ भी नहीं है।
गु निंग तब उसे नजरअंदाज करते हुए सीधे चली गई।
हालांकि, वे अमीर लोग गरीबों को नापसंद करते थे लेकिन गु निंग को किसी ने नहीं रोका।
जैसा उसने कहा था कि सिर्फ अंदर आ गई है इसलिए कुछ खरीदना जरूरी नहीं है।
लेकिन गहने की दुकान में सभी काम करने वालों की निगाहें गु निंग पर थी, जैसे कि वह एक असली चोर थी।
दरअसल, दुकान में कई कैमरे थे और सभी गहने मोटे और भारी कांच की अलमारी में बंद थे। उनमें से एक भी गहना चुराना आसान नहीं था।
गु निंग को अपने पर संदेह करने के कारण असहजता महसूस हुई लेकिन उसने एक शब्द भी नहीं कहा।
वह कीमती पत्थरों के क्षेत्र में गई और उन पर ध्यान केंद्रित किया। कुछ क्षण बाद उसको उनके ऊपर हल्के सफेद कोहरे की एक परत दिखाई दी और कोहरा ही वह शक्ति थी, जिसकी गु निंग को जरूरत थी।
हालांकि, कोहरा पतला था, जिसका मतलब था कि पत्थर पर्याप्त अच्छा नहीं था।
गु निंग ने इसकी बिल्कुल परवाह नहीं की लेकिन कांच ने उसके और उन पत्थरों के बीच में अड़ंगा लगा दिया था क्योंकि वह शक्ति को अवशोषित केवल तभी कर सकती थी जब बीच में कुछ भी न हो।
इस वजह से गु निंग को रूकना पड़ा। उसने एक आह भरी।
लेकिन उसकी आह ने फिर से सबका ध्यान आकर्षित किया।
एक महिला ने कहा, "ये गरीब लोग कीमती पत्थर का एक टुकड़ा नहीं खरीद सकते हैं और सिर्फ आह भर सकते हैं, कितनी छोटी बात है।
"वास्तव में, गरीब अपने पूरे जीवन में कीमती पत्थर का एक टुकड़ा नहीं खरीद सकते हैं!" एक अन्य महिला सहमत होते हुए बोली।
गु निंग मूक हो गई थी। गरीबों ने जो कुछ भी किया था, वह गलत था।
लेकिन वे ये कैसे सोच सकते हैं कि वह इसे अपने पूरे जीवन में खरीदने में सक्षम नहीं होगी ? वह अभी गरीब थी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि वह भविष्य में एक महंगी वस्तु नहीं खरीद सकती थी।
गु निंग ने उन दोनों महिलाओं को देखा। वे अच्छी दिखने के साथ- साथ लगभग 40 साल के आस-पास की थी। दोनों थोड़े ज्यादा ही वैभवशाली कपड़ों में थी।
विशेष रूप से दाईं तरफ वाली महिला, उसकी दोनों उंगलियों में तीन हीरे, सोने और कीमती पत्थर के छल्ले थे।
उसकी एक कलाई के चारों ओर एक सोने का कंगन थी जबकि दूसरी कलाई के चारों ओर एक कीमती पत्थर का कंगन था।